Tata Sons: टीसीएस के शेयर बेचेगी टाटा संस, 9300 करोड़ रुपये की होगी बिग डील  

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>TCS Shares Deal:</strong> टाटा संस (Tata Sons) ने देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर्स बेचने का फैसला किया है. टाटा संस ने ब्लॉक डील के तहत टीसीएस के 2.34 करोड़ शेयर लगभग 9300 करोड़ रुपये में बेचने का फैसला किया है. टीसीएस की पैरेंट कंपनी टाटा संस यह बड़ी डील 4001 रुपये प्रति शेयर के रेट पर कर सकती है. सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर टीसीएस में पैरेंट कंपनी की 72.38 फीसदी हिस्सेदारी है. पिछले एक साल में टीसीएस के शेयर 30 फीसदी से भी ज्यादा उछले हैं.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>लिस्टिंग से बचना चाहती है टाटा संस&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नए नियमों के तहत टाटा संस को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट किया जाना है. टीसीएस की इस ब्लॉक डील के चलते टाटा ग्रुप को टाटा संस की पब्लिक मार्केट लिस्टिंग से बचने में आसानी होगी. आरबीआई के नियमों के अनुसार, सभी बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट करना ही होगा. टाटा संस भी इसी श्रेणी में आती है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>टीसीएस ने छुआ ऑल टाइम हाई&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>सोमवार को टीसीएस के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर अपने ऑल टाइम हाई 4254.45 रुपये के रेट पर पहुंच गए थे. हालांकि, दिन का अंत होने पर यह 1.7 फीसदी नीचे जाकर 4144.75 रुपये पर बंद हुए. टीसीएस की मार्केट वैल्यू 15 ट्रिलियन रुपये है. यह मार्केट वैल्यू के हिसाब से सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) से ही पीछे है. सोमवार के क्लोजिंग रेट से 3.6 फीसदी डिस्काउंट प्राइस पर टाटा संस यह बिग डील करने वाला है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>अच्छा प्रदर्शन कर रहे टाटा ग्रुप के स्टॉक्स&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>टाटा ग्रुप के स्टॉक्स मार्च में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. स्पार्क कैपिटल की रिपोर्ट के अनुसार, टाटा संस की लिस्टिंग सितंबर, 2025 तक की जानी है. आरबीआई के नोटिफिकेशन के अनुसार, तब तक टाटा संस अपर लेयर एनबीएफसी के तौर पर 3 साल की मियाद पूरी कर लेगी. रिपोर्ट के अनुसार, यदि टाटा संस अपना कर्ज रीस्ट्रक्चर करती है या टाटा कैपिटल फाइनेंस सर्विसेज (Tata Capital Financial Services) में अपनी हिस्सेदारी किसी अन्य कंपनी को दे देती है तो अपर लेयर एनबीएफसी के तहत कोर इनवेस्टमेंट कंपनी (CIC) का दर्जा खो देगी. इससे वह लिस्टिंग नियम से बाहर हो जाएगी.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/walmart-says-flipkart-and-phonepe-jointly-valued-more-than-before-now-2642604″><strong>Flipkart: फ्लिपकार्ट की मार्केट वैल्यू पर वालमार्ट ने दी सफाई, ईकॉमर्स कंपनी के प्रदर्शन से संतुष्ट</strong></a></p>

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RuPay Card: सिंगापुर और यूएई में दौड़ रहा रुपे कार्ड आखिर क्यों श्रीलंका में अटक गया, फंसा है छोटा सा पेंच

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>RuPay Service:</strong> भारत अपने रुपे कार्ड (RuPay Card) और यूपीआई सेवाओं (UPI Service) को पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए लगातार प्रयासरत है. फिलहाल रुपे कार्ड सर्विस (RuPay Card Services) नेपाल, भूटान, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में शुरू हो चुकी हैं. मगर, श्रीलंका में इस सेवा को शुरू करने में एक पेंच फंस गया है. भारत चाहता है कि देसी टूरिस्ट इन पड़ोसी देशों में बिना किसी दिक्कत के आसानी से भुगतान कर सकें. मगर, भारतीय और श्रीलंका के बैंक ट्रांजेक्शन पर फीस पेमेंट को लेकर आपसी सहमति नहीं बना पाए हैं. इसके चलते श्रीलंका में रुपे कार्ड सेवा अटक गई है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>श्रीलंका में शुरू हो चुकी है यूपीआई सर्विस&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>भारत सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के सभी प्रयास कर रही है. उसकी कोशिश है कि रुपे कार्ड को भारत आने वाले श्रीलंका के लोग भी इस्तेमाल कर सकें. भारत अपने पड़ोसी देश श्रीलंका में यूपीआई सेवा पहले ही शुरू कर चुका है. इसके चलते भारतीय टूरिस्ट आसानी से श्रीलंका में भी यूपीआई ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. सरकारी अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल एनआईपीएल (NPCI International Payments Ltd) की तरफ से श्रीलंका के लिए रुपे टेक्नोलॉजी प्रयोग में नहीं है. मगर, दोनों ओर के सेंट्रल बैंक इस दिशा में वार्ता कर रहे हैं ताकि रुपे कार्ड की मदद से श्रीलंका में भी शॉपिंग और एटीएम से पैसा निकालने की सुविधा मिल जाए.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>जल्द निकाला जाएगा समाधान&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>हालांकि, श्रीलंका के साथ बैंक ट्रांजेक्शन चार्ज पर एक राय नहीं बनने के चलते मामला अटक गया है. इसका समाधान जल्द ही निकाल लिया जाएगा. भूटान और मॉरीशस के बाद जल्द ही श्रीलंका तीसरा ऐसा देश बन जाएगा, जहां यूपीआई और रुपे ट्रांजेक्शन की अनुमति होगी. फिलहाल इस मसले पर वित्त विभाग, एनपीसीआई और श्रीलंका ने कोई भी स्पष्टीकरण नहीं दिया है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>75 करोड़ रुपे कार्ड हो चुके हैं जारी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>रुपे कार्ड को फाइनेंशियल सर्विसेज और पेमेंट्स नेटवर्क के तहत लॉन्च किया गया था. यह भारत की ओर से इंटरनेशनल कार्ड पेमेंट्स प्रोवाइडर्स का विकल्प है. इसका मकसद देश में नकदी के इस्तेमाल को घटाना भी है. रुपे वेबसाइट के अनुसार, लगभग 1100 पब्लिक, प्राइवेट और कोआपरेटिव बैंक इस कार्ड को जारी करते हैं. एसबीआई और पीएनबी जैसे बड़े बैंक इसके प्रमोटर हैं. अब तक लगभग 75 करोड़ रुपे कार्ड जारी किए जा चुके हैं. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/tata-sons-will-sell-shares-of-tcs-in-9300-crore-rupees-in-a-block-deal-2642677″><strong>Tata Sons: टीसीएस के शेयर बेचेगी टाटा संस, 9300 करोड़ रुपये की होगी बिग डील &nbsp;</strong></a></p>

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Annual Bonus: आ गया बोनस मिलने का समय, इस तरह आप करें सबसे बेहतर इस्तेमाल

<p>वित्त वर्ष 2023-24 खत्म होने वाला है. इसके साथ ही कई लोगों का बोनस का इंतजार समाप्त होने वाला है. कंपनियां अप्रैल-मई से एनुअल बोनस देने लग जाती हैं. साल भर के इंतजार के बाद जब बोनस का पैसा मिलता है तो उसे कई लोग घूमने-फिरने, शॉपिंग में उड़ा देते हैं. कुछ लोग उसके लिए पहले से प्लान तैयार रखते हैं. अगर होशियारी से इस्तेमाल किया जाए तो बोनस के पैसे आपके लिए बड़े काम के साबित हो सकते हैं.</p>
<h3>बोनस को कर सकते हैं निवेश</h3>
<p>बोनस को निवेश करने से पहले आपको अपने शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट गोल के बारे में पता होना चाहिए. ये बच्चे की पढ़ाई, रिटायरमेंट और घर के डाउनपेमेंट के लिए पैसा जोड़ने जैसा लॉन्ग टर्म हो सकता है, या वैकेशन, स्किल डेवलपमेंट, कार या बाइक खरीदने जैसा छोटा गोल हो सकता है. फाइनेंशियल गोल बना लेने से निवेश से जुड़े फैसले लेने में मदद मिलती है.</p>
<h3>एक ही जगह न लगाएं पूरा पैसा</h3>
<p>बोनस का पूरा पैसा एक एसेट में लगाने की जगह अलग-अलग एसेट क्लास जैसे शेयर, बॉन्ड, रियल एस्टेट और गोल्ड में बांटकर लगाएं. उदाहरण के लिए, 50 फीसदी पैसा शेयर, 30 फीसदी बॉन्ड और 10-10 पर्सेंट रियल एस्टेट और गोल्ड में लगा सकते हैं. इसे डायवर्सिफिकेशन कहते हैं. यह निवेश पर जोखिम को कम करता है. निवेश के लिए स्टॉक, म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, रियल एस्टेट और गोल्ड जैसे कई विकल्प मौजूद हैं. हर निवेश विकल्प के बारे में रिसर्च करें और उनकी परफॉर्मेंस हिस्ट्री, फीस, जोखिम और रिटर्न की तुलना करें.</p>
<h3>कर्ज उतारने में कर सकते हैं यूज</h3>
<p>बोनस की रकम का सही इस्तेमाल कैसे करें, इसके लिए कुछ सझाव हैं. अगर आपके ऊपर कोई लोन है, जैसे क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन, जिसकी ब्याज दर काफी ज्यादा है तो बोनस की रकम का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए कर सकते हैं. इससे मोटा ब्याज बच सकता है. साथ ही क्रेडिट स्कोर सुधरता है. इंटरेस्ट फ्री पीरियड के बाद क्रेडिट कार्ड कंपनियां अच्छी खासी-ब्याज दर लगाती हैं..हो सकता है कि आप जो निवेश करें उस पर आपको क्रेडिट कार्ड के इंटरेस्ट रेट के बराबर रिटर्न भी न मिले. ऐसे में बोनस के पैसों से ऊंची ब्याज दर वाला कर्ज उतारना समझदारी है.</p>
<h3>निवेश से पहले जरूरी है ये काम</h3>
<p>निवेश से पहले इमरजेंसी फंड जरूरी है, ताकि मेडिकल इमरजेंसी, नौकरी छूटने जैसे मुश्किल वक्त में किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े. अगर आपके पास इमरजेंसी फंड नहीं है तो बोनस की रकम को इसका हिस्सा बना सकते हैं. इमरजेंसी फंड में कम से कम 6 महीने के जरूरी खर्च के बराबर पैसे होने चाहिए. अगर आपका घर खरीदने, रिटायरमेंट प्लानिंग या वेल्थ क्रिएशन जैसा लॉन्ग टर्म गोल है तो अपने बोनस को इन लक्ष्यों को पूरा करने में इस्तेमाल करें.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”पीएसयू ने भर दिया सरकार का खजाना, डिविडेंड से कमाई का बन गया रिकॉर्ड” href=”https://www.abplive.com/business/govt-dividend-collection-from-psus-hits-new-record-with-more-than-61-thousand-crores-2642030″ target=”_blank” rel=”noopener”>पीएसयू ने भर दिया सरकार का खजाना, डिविडेंड से कमाई का बन गया रिकॉर्ड</a></strong></p>

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Real Estate: रियल एस्टेट सेक्टर की उड़ान, 10 साल में होगा 1.3 ट्रिलियन डॉलर के पार

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>CREDAI Report:</strong> रियल एस्टेट सेक्टर के लिए साल 2023 शानदार रहा था. फिलहाल रियल एस्टेट सेक्टर 24 लाख करोड़ रुपये (300 बिलियन डॉलर) का हो चुका है. अगले 10 सालों में यह तेजी से उड़ान भरेगा और 1.3 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर लेगा. आजादी के 100वें वर्ष में रियल एस्टेट सेक्टर के 5.17 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की पूरी उम्मीद है. रियल एस्टेट सेक्टर की संस्था क्रेडाई (CREDAI) ने शनिवार को जारी अपनी रिपोर्ट में बताया कि फिलहाल भारत में इस सेक्टर में रेजिडेंशियल सेगमेंट की 80 फीसदी और कॉमर्शियल सेगमेंट की 20 फीसदी हिस्सेदारी है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>जीडीपी में बढ़ता रहेगा रियल एस्टेट का हिस्सा&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>क्रेडाई (Confederation of Real Estate Developers&rsquo; Association of India) की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले सालों में भी रियल एस्टेट सेक्टर भारतीय इकोनॉमी में अपना योगदान देता रहेगा. वित्त वर्ष 2034 तक यह अनुमानित जीडीपी का 13.8 फीसदी हो सकता है. यह आंकड़ा 1.3 ट्रिलियन डॉलर होता है. साथ ही आगे भी इसमें उछाल आने की पूरी उम्मीद है और यह 2047 तक जीडीपी का 17.5 फीसदी होकर 5.17 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर सकता है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>महंगे मकानों की मांग और बढ़ेगी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल यह रेजिडेंशियल सेगमेंट में 61 फीसदी सप्लाई 45 लाख रुपये से ऊपर के मकानों की है. सालाना आधार पर औसत होम एरिया भी 11 फीसदी की दर से बढ़ रहा है. क्रेडाई ने अनुमान लगाया है कि 2030 तक घरों की डिमांड भी 7 करोड़ यूनिट पहुंच जाएगी. घरों के खरीदारों की बढ़ती चाहत के चलते 2030 तक 45 लाख रुपये से महंगे मकानों की मांग 87.4 फीसदी हो जाएगी. क्रेडाई के अनुसार, रियल एस्टेट सेक्टर की वृद्धि सीधा भारतीय इकोनॉमी पर असर डालेगी.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>विकसित भारत के लक्ष्य में सेक्टर का विशेष योगदान&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>क्रेडाई प्रेसिडेंट बोमन आर ईरानी ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए रियल एस्टेट सेक्टर महत्वपूर्ण योगदान निभाएगा. यह न सिर्फ रोजगार पैदा करने, बल्कि बैंकों के कारोबार के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है. क्रेडाई चेयरमैन मनोज गौर ने कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने और जीडीपी को बढ़ाने में रियल एस्टेट सेक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/meet-jai-anmol-ambani-son-of-anil-ambani-who-built-a-2000-crore-rupees-empire-2641086″><strong>Jai Anmol Ambani: अनिल अंबानी के लिए उम्मीद की किरण बने बेटे जय, 2000 करोड़ रुपये का साम्राज्य बनाया</strong></a></p>

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Bill Gates: स्टीव जॉब्स की इस खूबी को पसंद करते थे बिल गेट्स, आज तक महारत हासिल नहीं कर पाए  

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>Steve Jobs:</strong> माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के फाउंडर बिल गेट्स ने कंपनी को आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचाकर अपना उत्तराधिकारी चुन लिया था. अब वो अपनी पत्नी मिलिंडा गेट्स के साथ मिलकर दुनियाभर में सामजिक कार्यों को बढ़ावा देते हैं. इतना कुछ हासिल कर लेने के बाद भी एक ऐसा हुनर है, जिसे वो अभी तक हासिल नहीं कर पाए. बिल गेट्स ने कहा है कि वह स्टीव जॉब्स की किसी भी मंच पर सहजता की काबिलियत से ईर्ष्या रखते थे. आज भी वह चाहते हैं कि स्टीव जॉब्स की यह खूबी उनके अंदर आ जाए.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर लिया करते थे जॉब्स</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>एप्पल (Apple) के को फाउंडर और पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) अब दुनिया में नहीं हैं. इसके बावजूद आज भी दुनियाभर के लाखों प्रशंसक उन्हें याद करते रहते हैं. वह टेक्नोलॉजी पर बोलने के लिए जब भी किसी मंच पर पहुंचते थे तो अपने शब्दों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर लिया करते थे. बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, बिल गेट्स (Bill Gates) ने कहा है कि मंच पर इतना स्वाभाविक और वास्तविक दिखने में दिवंगत स्टीव जॉब्स की महारत तक वह अभी भी नहीं पहुंच पाए हैं.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>महीनों पहले से इवेंट की तैयारी में लग जाते थे</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>एक पॉडकास्ट के दौरान बिल गेट्स ने कहा कि स्टीव जॉब्स नेचुरल थे. उन्हें रिहर्सल करते देखना हमेशा मजेदार होता था. फिर जब वह मंच पर पूरी तैयारी के साथ पहुंचकर बात किया करते थे तो ऐसा लगता था कि वह सब कुछ वहीं सोचकर बोल रहे हैं. यह उनका टैलेंट था. स्टीव जॉब्स के बारे में लिखी गई किताब ‘बिकमिंग स्टीव जॉब्स’ में ब्रेंट श्लेंडर और रिक टेटजेली ने लिखा था कि एप्पल के पूर्व सीईओ बहुत सावधानी से महीनों पहले से किसी इवेंट की तैयारी में लग जाते थे. श्लेंडर ने एक बार खुद उन्हें ऐसा करते हुए पूरे दिन देखा था. वह कैसे बात करेंगे, कैसे चलेंगे और कैसे सवालों का जबाव देंगे इसकी पूरी तैयारी करते थे.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>सॉफ्टवेयर के बारे में लोगों को समझाना कठिन था&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>पॉडकास्ट के दौरान बिल गेट्स ने कहा कि उन्होंने और जॉब्स ने माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल का नेतृत्व करते हुए कई बार मंच संभाला. हम लोगों को ईमेल और स्प्रेडशीट के महत्त्व के बारे में समझाना चाहते थे ताकि वो उन्हें खरीदे और अपने जीवन में बदलाव करें. सॉफ्टवेयर के जादू को समझाना धर्म के प्रचार करने जैसा था. मैं आज भी यही कोशिश करता हूं कि स्टीव जॉब्स की तरह अपनी बात दमदार तरीके से लोगों तक पहुंचा सकूं.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/morgan-stanley-report-says-that-india-economic-boom-feels-like-2003-07-2641718″><strong>Morgan Stanley:&nbsp;भारत की तरक्की पर मॉर्गन स्टैनली को भरोसा, जीडीपी में आएगा और सुधार</strong></a></p>

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Adani Group: अडानी ग्रुप का 1.2 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट प्लान तैयार, इन सेक्टर में होगी तगड़ी हलचल

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>Gautam Adani:</strong> गौतम अडानी (Gautam Adani) के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप (Adani Group) ने भारी भरकम निवेश की योजना बनाई है. इसके तहत अडानी ग्रुप लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट वित्त वर्ष 2025 के दौरान करेगा. ग्रुप की सभी कंपनियां यह निवेश योजना अप्रैल, 2024 से मार्च, 2025 के बीच लागू करेंगी. यह रकम वित्त वर्ष 2024 के मुकाबले लगभग 40 फीसदी ज्यादा है. इसमें से ज्यादातर निवेश एयरपोर्ट, ग्रीन हाइड्रोजन और रिन्यूएबल एनर्जी पर किया जाएगा.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>70 फीसदी हिस्सा रिन्यूएबल और ग्रीन हाइड्रोजन पर होगा खर्च</strong> </span></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>जानकारी के अनुसार, अडानी ग्रुप का अगला बड़ा लक्ष्य मुंबई एयरपोर्ट होने वाला है. इस एयरपोर्ट पर यातायात काफी बढ़ गया है. अगले वित्त वर्ष के लिए निवेश प्लान का लगभग 70 फीसदी हिस्सा रिन्यूएबल पावर और ग्रीन हाइड्रोजन पर खर्च किया जाएगा. बाकी का 30 फीसदी हिस्सा एयरपोर्ट और पोर्ट बिजनेस पर खर्च किया होगा. दिसंबर तिमाही में अडानी ग्रुप का एबिटा 63.6 फीसदी बढ़कर 78,823 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. बढ़ते मुनाफे की दम पर अडानी ग्रुप ने यह बड़ी निवेश योजना बनाई है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>कई सेक्टर में फैला है अडानी ग्रुप का कारोबार&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने अपना कारोबार कमोडिटी ट्रेडर के तौर पर शुरू किया था. वह एशिया के सबसे अमीर और दुनिया के दूसरे सबसे रईस भी बन चुके हैं. अब उनका कारोबार पोर्ट, बिजली उत्पादन, एयरपोर्ट, माइनिंग, रिन्यूएबल, गैस, डाटा सेंटर, मीडिया और सीमेंट सेक्टर तक फैल चुका है. अडानी ग्रुप दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सोलर पावर कंपनी, देश की सबसे बड़ा एयरपोर्ट ऑपेरटर, पोर्ट और लॉजिस्टिक सेक्टर में भी कंपनी नंबर वन बन चुकी है. साथ ही यह देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक भी है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>ग्रीन एनर्जी पर रहेगा सबसे ज्यादा जोर&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>सूत्रों के मुताबिक, ग्रीन एनर्जी की दिशा में कंपनी के बढ़ते कदमों से अडानी ग्रुप की स्थिति और मजबूत हो गई है. आने वाले 10 साल में ग्रुप लगभग 70 अरब डॉलर का निवेश अपने ग्रीन बिजनेस पर करेगा. गुजरात के खावड़ा में कंपनी दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल पार्क भी बना रही है. यह प्लांट पेरिस से लगभग 5 गुना बड़े इलाके में फैला होगा. अडानी ग्रुप के पास फिलहाल नवी मुंबई समेत 14 एयरपोर्ट हैं. गौतम अडानी इस सेक्टर में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहते हैं. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/bill-gates-said-that-steve-jobs-was-a-great-speaker-i-want-to-grow-this-capability-2641830″><strong>Bill Gates: स्टीव जॉब्स की इस खूबी को पसंद करते थे बिल गेट्स, आज तक महारत हासिल नहीं कर पाए&nbsp;&nbsp;</strong></a></p>

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Lok Sabha Election: चुनाव के चलते बंद रहेगा शेयर बाजार, जानें कब-कब नहीं होगा कारोबार!

<p>लोकतंत्र के महापर्व यानी लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. चुनाव आयोग ने बताया कि पूरे देश में अप्रैल से जून के दौरान 7 चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जाएंगे. इसके चलते घरेलू शेयर बाजार पर भी असर हो सकता है और बाजार में छुट्टियां हो सकती हैं.</p>
<h3>महाराष्ट्र में वोटिंग की तारीखें</h3>
<p>महाराष्ट्र राज्य में लोकसभा सीटों पर वोटिंग पांच चरणों में होने वाली है. चुनाव आयोग के अनुसार, महाराष्ट्र के लिए मतदान की तारीखें 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई तय की गई हैं. पांचवें चरण में महाराष्ट्र की धुले, डिंडोरी, नासिक, भिवांडी, कल्याण, थाने, मुंबई नॉर्थ, मुंबई नॉर्थ वेस्ट, मुंबई नॉर्थ ईस्ट, मुंबई साउथ, मुंबई साउथ सेंट्रल, मुंबई नॉर्थ सेंट्रल और पालघर में वोटिंग होगी.</p>
<h3>पहले भी बंद रह चुका है बाजार</h3>
<p>देश के दोनों प्रमुख शेयर बाजार बीएसई और एनएसई मुंबई बेस्ड हैं. चूंकि मुंबई में 20 मई को वोटिंग होने वाली है, ऐसे में 20 मई को लोकसभा चुनाव के चलते घरेलू शेयर बाजार में कारोबार बंद रह सकता है. दरअसल स्थानीय सरकारें वोटिंग के दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित करती हैं. इसके चलते पहले भी <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> की वोटिंग के दिन बाजार में कारोबार बंद रह चुका है. साल 2014 और 2019 में ऐसा हो चुका है. हालांकि अभी शेयर बाजारों ने 20 मई को अवकाश का ऐलान नहीं किया है.</p>
<h3>इस महीने अभी दो छुट्टियां बाकी</h3>
<p>वोटिंग के दिन यानी 20 मई को छुट्टी होने से पहले भी घरेलू शेयर बाजार कई दिन बंद रहने वाले हैं. मार्च महीने में ही अभी बाजार में दो छुट्टियां पड़ने वाली हैं. पहले 25 मार्च को होली के मौके पर बाजार बंद रहेगा. उसके बाद 29 मार्च को घरेलू शेयर बाजार में गुड फ्राइडे की छुट्टी रहेगी. अप्रैल महीने में भी बाजार दो दिन बंद रहेगा. 11 अप्रैल को रमजान की और 17 अप्रैल को राम नवमी की छुट्टी रहेगी. मई में पहली तारीख को महाराष्ट्र दिवस के मौके पर बाजार में कोई कारोबार नहीं होगा.</p>
<h3>शेयर बाजार की चाल पर असर</h3>
<p>चुनाव के चलते शेयर बाजार की चाल पर भी असर दिखता है. अमूमन ऐसा देखा जाता है कि अगर चुनाव में रुख मौजूदा सरकार के दोहराने का होता है तो उससे बाजार उत्साहित होता है और नई ऊंचाइयों की ओर जाता है. हालांकि इसके उलट संकेत दिखने पर बाजार गोता भी लगा देता है. एक जून को आखिरी चरण की वोटिंग के बाद 4 जून को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”एफपीआई को सेबी ने दी राहत, इंस्टैंट सेटलमेंट पर आया ये नया अपडेट” href=”https://www.abplive.com/business/sebi-board-meeting-rules-eases-for-fpi-instant-settlement-will-be-rolled-out-soon-2640698″ target=”_blank” rel=”noopener”>एफपीआई को सेबी ने दी राहत, इंस्टैंट सेटलमेंट पर आया ये नया अपडेट</a></strong></p>

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Zomato Penalty: जोमैटो को मिला जीएसटी नोटिस, देना पड़ सकता है इतने करोड़ का जुर्माना

<p>फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो को करोड़ों रुपये का झटका लग सकता है. कंपनी को गुजरात में जीएसटी डिपार्टमेंट से पेनल्टी नोटिस मिला है, जिसमें 8 करोड़ रुपये से ज्यादा की डिमांड की गई है. नोटिस गुजरात के डिप्टी कमिश्नर ऑफ स्टेट टैक्स की ओर से आया है.</p>
<h3>इस कारण मिला जीएसटी पेनल्टी नोटिस</h3>
<p>कंपनी ने जीएसटी पेनल्टी डिमांड नोटिस के बारे में शेयर बाजारों को जानकारी दी है. स्टॉक एक्सचेंज के पास की गई रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, जोमैटो को यह नोटिस वित्त वर्ष 2018-19 के लिए मिला है. जीएसटी डिपार्टमेंट ने रिटर्न और अकाउंट का ऑडिट करने के बाद जीएसटी को ये नोटिस भेजा है. नोटिस के अनुसार, कंपनी ने इनपुट टैक्स क्रेडिट का ज्यादा लाभ उठा लिया है, जबकि जीएसटी का भुगतान कम किया है.</p>
<h3>ब्याज-जुर्माना जोड़कर इतना हुआ आंकड़ा</h3>
<p>एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, गुजरात जीएसटी ने 4 करोड़ रुपये से ज्यादा का डिमांड ऑर्डर भेजा है. ब्याज और जुर्माने को जोड़ने के बाद पूरी रकम साढ़े आठ करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाती है. डिमांड ऑर्डर का सटीक आंकड़ा 4,11,68,604 रुपये का है. इंटरेस्ट और पेनल्टी जोड़ने के बाद आंकड़ा 8,57,77,696 रुपये पर पहुंच जाता है.</p>
<h3>कंपनी को मिला था कारण बताओ नोटिस</h3>
<p>इससे पहले जोमैटो को जीएसटी डिपार्टमेंट ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था. बकौल जोमैटो, उसने जीएसटी डिपार्टमेंट के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया था और उसने हर मुद्दे पर स्थिति साफ करने का प्रयास किया था. जोमैटो का कहना है- संभवत: जीएसटी डिपार्टमेंट ने डिमांड ऑर्डर पास करते समय जवाब को पूरी तरह से कंसिडर नहीं किया.</p>
<h3>जोमैटो को है इस बात का भरोसा</h3>
<p>कंपनी इस डिमांड ऑर्डर के खिलाफ अपील करने वाली है. जोमैटो को यकीन है कि अपीलीय प्राधिकरण में फैसला उसके हक में आएगा और उसके ऊपर इसके चलते कोई वित्तीय बोझ नहीं आएगा. हालांकि फैसला प्रतिकूल होने पर जोमैटो को साढ़े आठ करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान करना पड़ सकता है.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”चुनाव के चलते बंद रहेगा शेयर बाजार, जानें कब-कब नहीं होगा कारोबार!” href=”https://www.abplive.com/business/will-indian-share-markets-be-closed-for-lok-sabha-elections-these-are-maharashtra-dates-2641244″ target=”_blank” rel=”noopener”>चुनाव के चलते बंद रहेगा शेयर बाजार, जानें कब-कब नहीं होगा कारोबार!</a></strong></p>

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Vantara: अनंत अंबानी के वनतारा में शानदार जीवन जी रहे हाथी, 130 किलो भोजन और जकूजी बाथ का लेते हैं आनंद

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>Anant Ambani:</strong> रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और नीता अंबानी (Nita Ambani) के छोटे बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) का जानवरों से लगाव जगजाहिर है. अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट जल्द ही विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं. 1 से लेकर 3 मार्च तक इनका प्री वेडिंग समारोह कंपनी के जामनगर स्थित रिलायंस कॉम्प्लेक्स में आयोजित हुआ था. उससे पहले अनंत अंबानी ने अपने पसंदीदा प्रोजेक्ट वनतारा (Vantara Project) को लेकर बात की थी. इसमें हाथियों समेत कई प्रजातियों के जानवरों को संरक्षित किया जा रहा है. अब इस वनतारा प्रोजेक्ट की कुछ खूबसूरत तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर की गई हैं. इनमें बताया गया है कि हाथी वहां क्या खा रहे हैं और कैसा जीवन जी रहे हैं.</span></p>
<blockquote class=”instagram-media” style=”background: #FFF; border: 0; border-radius: 3px; box-shadow: 0 0 1px 0 rgba(0,0,0,0.5),0 1px 10px 0 rgba(0,0,0,0.15); margin: 1px; max-width: 540px; min-width: 326px; padding: 0; width: calc(100% – 2px);” data-instgrm-captioned=”” data-instgrm-permalink=”https://www.instagram.com/p/C4N54dxhwGl/?utm_source=ig_embed&amp;utm_campaign=loading” data-instgrm-version=”14″>
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</blockquote>
<p>
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</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>इंस्टाग्राम पोस्ट में दिखाया वनतारा का किचन </strong><span style=”font-weight: 400;”>&nbsp;</span></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>वनतारा प्रोजेक्ट रिलायंस कॉम्प्लेक्स के नजदीक लगभग 600 एकड़ में फैला हुआ है. इस रेस्क्यू सेंटर को राधे कृष्ण टेंपल एलीफेंट वेलफेयर ट्रस्ट के नाम से जाना जाता है. यहां पर रोजाना 200 से ज्यादा हाथियों की बेहतरीन देखभाल की जा रही है. इस परिसर में घायल और खतरे में आ चुके जानवरों को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी दी जा रही है. इंस्टाग्राम पोस्ट (Instagram Post) में यहां की किचन में रोजाना होने वाली गतिविधियों की दिखाया गया है. यह जगह अनंत और राधिका के प्री वेडिंग प्रोग्राम के चलते चर्चा में आई है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक सब कुछ डाइट के हिसाब से&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>अनंत अंबानी इसे ग्लोबल पहचान वाला वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट बनाना चाहते हैं. इसलिए यहां हर हाथी को उसके हिसाब से भोजन दिया जाता है. साथ ही वृद्ध एवं घायल हाथियों को जकूजी के जरिए आराम पहुंचाया जाता है. किचन में एक्सपर्ट शेफ हैं. वह हर हाथी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भोजन तैयार करते हैं. उनके मुताबिक, हाथी दिन में लगभग 130 किलोग्राम भोजन कर लेता है. मादा हाथी लीलावती को रागी लड्डू, खिचड़ी और रोटी नाश्ते के लिए दी जाती है. स्नैक्स के तौर पर उसे हरा चारा और अल्फाल्फा दिया जाता है. पत्तियां, फल और सब्जियां उसका लंच बनती हैं और सूखा चारा डिनर.&nbsp;&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>हाइड्रोथेरेपी पॉन्ड का आनंद लेते हैं हाथी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इसके बाद उनका पूल सेशन भी होता है. इसमें हाइड्रोथेरेपी पॉन्ड में हाथियों को उतारा जाता है. इस पॉन्ड में 260 प्रेशर जेट लगे हुए हैं. इनके जरिए हल्का गुनगुना पानी हाथियों के ऊपर डाला जाता है. इससे उनकी मांसपेशियों को बहुत राहत मिलती है. अनंत अंबानी इस सेंटर को समाज के प्रति अपनी सेवा बताते हैं. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/adani-group-facing-bribe-charges-in-america-says-media-reports-2640875″><strong>Adani Group: अडानी ग्रुप के सामने आया एक और विदेशी संकट, रिश्वत देने के आरोप में की जा रही जांच</strong></a></p>

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Jai Anmol Ambani: अनिल अंबानी के लिए उम्मीद की किरण बने बेटे जय, 2000 करोड़ रुपये का साम्राज्य बनाया

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>Anil Ambani:</strong> रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी कभी देश के बड़े उद्योगपतियों में शुमार किए जाते थे. रिलायंस ग्रुप बंटवारे के समय समूह की कई दिग्गज कंपनियां उनके खाते में भी आई थीं. मगर, समय का पहिया ऐसा घूमा कि अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनियां एक के बाद एक चौपट होती गईं और बड़े भाई मुकेश अंबानी का सिक्का जमता चला गया. अब अंबानी परिवार की अगली पीढ़ी नेतृत्व संभालने के लिए खुद को तैयार कर रही है. मुकेश अंबानी के दोनों बेटों और बेटी को तो सारी दुनिया पहचानती है. मगर, अनिल अंबानी के बेटे लाइमलाइट से दूर रहकर अपनी पिता का खोया हुआ बिजनेस साम्राज्य बनाने में जुटे हुए हैं. उनके बेटे जय अनमोल अंबानी लगातार मेहनत करके अब तक 2000 करोड़ रुपये का बिजनेस अपने दम पर खड़ा कर चुके हैं.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>दादा और पिता के नाम को आगे बढ़ाने का था जिम्मा&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>कारोबार बनने में तो बहुत लंबा वक्त लगता है लेकिन, बिगड़ने के लिए सिर्फ एक दिन ही काफी है. कुछ ऐसी ही कहानी अनिल अंबानी की रही है. अब उनके जय अनमोल अपने पिता के लिए कहानी नए सिरे से लिख रहे हैं. वह अपने पिता के लिए एक उम्मीद की किरण बन चुके हैं. अंबानी फैमिली में जन्म लेने की वजह से जय अनमोल पर भी अपने दादा धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) और पिता की लेगेसी को आगे बढ़ाने का जिम्मा था. मगर, उनकी यात्रा अंबानी फैमिली के अन्य लोगों के मुकाबले बहुत कठिन रही.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>इंटर्न के तौर पर की थी कैरियर की शुरुआत</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>जय अनमोल ने अपने कैरियर की शुरुआत रिलायंस म्यूचुअल फंड (Reliance Mutual Fund) में 18 वर्ष की उम्र में एक इंटर्न के तौर पर की थी. साल 2014 में वह कंपनी से जुड़े और धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगे. इसके बाद वह रिलायंस निपॉन एसेट मैनेजमेंट और रिलायंस होम फाइनेंस में बोर्ड मेंबर बन गए. उनके पिता द्वारा बनाया गया अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप (Anil Dhirubhai Ambani Group) इस दौरान घटते मुनाफे और बढ़ते कर्ज के नीचे दबा जा रहा था. फिर ग्रुप की कमान जय अनमोल ने संभाली और जापानी कंपनी निपॉन को रिलायंस में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए मनाया. इसके साथ ही रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस और रिलायंस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट कंपनियों का जन्म हुआ.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>चचेरे भाई और बहन रहते हैं सुर्खियों में&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इन सफल फैसलों से जय अनमोल ने अपने कारोबार की नेट वर्थ 2000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा पहुंचा दी. साल 2022 में उन्होंने कृशा शाह से शादी की. उनके चचेरे भाई और बहन अनंत, आकाश और ईशा भले ही सुर्खियों में बने रहते हों मगर, जय अनमोल को संघर्ष का सामना करना पड़ा. उन्हें अपने पिता की वित्तीय हालत को सुधारने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/anant-ambani-project-vantara-giving-luxury-life-to-elephants-and-others-2640975″><strong>Vantara: अनंत अंबानी के वनतारा में शानदार जीवन जी रहे हाथी, 130 किलो भोजन और जकूजी बाथ का लेते हैं आनंद</strong></a></p>

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Ashneer Grover: वापस हुआ इनकम टैक्स नोटिस, अशनीर ग्रोवर ने कहा डिपार्टमेंट को धन्यवाद

<p>फिनटेक कंपनी भारतपे के सह-संस्थापक एवं पूर्व प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुरीद हो गए हैं. उन्होंने इनकम टैक्स नोटिस वापस होने के बाद डिपार्टमेंट को आईटीआर का फेसलेस असेसमेंट समय से क्लोज करने के लिए धन्यवाद कहा है.</p>
<h3>अशनीर ने किया ये अपडेट</h3>
<p>ग्रोवर ने इस बारे में शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक अपडेट शेयर किया. उन्होंने लिखा- वित्त वर्ष 2021-22 के मेरे इनकम टैक्स रिटर्न का फेसलेस असेसमेंट समय से क्लोज करने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का धन्यवाद. वह भी जीरो डिमांड के साथ. ग्रोवर ने इसके साथ ही खुद को ईमानदार टैक्सपेयर बताया. उन्होंने बताया कि वह हमेशा से ईमानदार टैक्सपेयर रहे हैं.</p>
<h3>इस कारण मिला था नोटिस</h3>
<p>बकौल ग्रोवर, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए उनका इनकम टैक्स रिटर्न उनके दिवंगत पिता अशोक ग्रोवर ने फइल किया था, जो मौत से पहले तक उनके सीए भी थे. ग्रोवर ने कहा कि उनके पिता बेहद स्पष्ट इंसान थे और उन्होंने अशनीर को ईमानदार बनाए रखा. इसके साथ ही अशनीर ग्रोवर ने यह भी बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें इनकम टैक्स का जो नोटिस मिला था, वह सिस्टम मिस्टेक की वजह से आया था. इस कारण उन्होंने पुराना ट्वीट हटा लिया है.</p>
<h3>इसी सप्ताह मिला था नोटिस</h3>
<p>इससे पहले 12 मार्च को अशनीर ग्रोवर ने एक्स पर ही एक अपडेट में बताया था कि उन्हें इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से नोटिस मिला है. उन्होंने लिखा था- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने आज सुबह 8 बजे एक नोटिस भेजा. मुझे कल (13 मार्च बुधवार) 12:28 बजे तक अपने अकाउंट्स और डॉक्यूमेंट्स प्रोड्यूस करने के लिए कहा गया है.</p>
<h3>नोटिस मिलने से हुए थे नाराज</h3>
<p>नोटिस मिलने के बाद अशनीर ग्रोवर काफी भड़क गए थे. उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को टैग करते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया था. उन्होंने नोटिस को लेकर सवाल किया था कि यह टैक्स टेररिज्म है या किसी तरह का कोई बदला? ग्रोवर ने अब उस ट्वीट को हटा दिया है. अशनीर ग्रोवर पहले भी कई मौकों पर भारतीय टैक्सेशन की आलोचना कर चुके हैं. उनका मानना है कि भारत में ईमानदार टैक्सपेयर्स को काफी ज्यादा टैक्स चुकाना पड़ता है.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”इन कंपनियों को मिली राहत, रिटर्न भरने के लिए मिला जून तक का समय” href=”https://www.abplive.com/business/companies-under-recast-gets-more-time-to-file-income-tax-return-cbdt-updates-2639693″ target=”_blank” rel=”noopener”>इन कंपनियों को मिली राहत, रिटर्न भरने के लिए मिला जून तक का समय</a></strong></p>

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5-Day Banking: बैंकों में 5 दिन काम पर वित्त मंत्री का बयान- अफवाहों पर न दें ध्यान

<p>सप्ताह में पांच दिन काम और हर शनिवार की छुट्टी के लिए बैंक कर्मचारियों का इंतजार लंबा खिंच सकता है. कुछ ही दिन पहले बैंक एसोसिएशन और बैंक कर्मचारियों के यूनियन के बीच विभिन्न मुद्दों पर सहमति बनने के बाद इस बात की उम्मीद बढ़ गई थी कि चुनाव से पहले बैंक कर्मचारियों को 5-डे वर्क वीक का तोहफा मिल सकता है. हालांकि अब ऐसा लग रहा है कि लाखों बैंक कर्मचारियों के हाथों निराशा आने वाली है.</p>
<h3>वित्त मंत्री ने की ये दो टूक टिप्पणी</h3>
<p>बैंकों में 5 दिनों के सप्ताह को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में एक अपडेट दिया. वित्त मंत्री सीतारमण 14 मार्च को आईआईटी गुवाहाटी में विकसित भारत एंबैसडर कैम्पस डायलॉग को संबोधित कर रही थी. संबोधन के बाद उनसे बैंक कर्मचारियों के वर्क-लाइफ बैलेंस और बैंकों में हर सप्ताह सिर्फ 5 दिन काम के बारे में चल रही बातों के बारे में पूछा गया. उसके जवाब में वित्त मंत्री ने दो टूक कहा कि अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.</p>
<h3>पिछले सप्ताह इन मुद्दों पर समझौता</h3>
<p>इससे पहले 8 मार्च को बैंकों के संगठन इंडियन बैंक एसोसिएशन यानी आईबीए और विभिन्न बैंकों के कर्मचारियों के यूनियन के बीच समझौता हुआ था. समझौते में बैंक कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी पर सहमति बन गई. उसके बाद अब विभिन्न सरकारी बैंकों के कर्मचारियों की सैलरी में 17 फीसदी का इजाफा होने वाला है. सैलरी के अलावा महंगाई भत्ता बढ़ने समेत कुछ अन्य फायदों पर भी बात बन गई है.</p>
<h3>लंबे समय से मांग कर रहे हैं कर्मचारी</h3>
<p>हालांकि बैंक कर्मचारियों की एक पुरानी मांग को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है. बैंक कर्मचारी लंबे समय से मांग कर रहे हैं बैंकों में हर सप्ताह सिर्फ 5 दिनों का ही काम होना चाहिए और हर सप्ताह दो दिनों की छुट्टी होनी चाहिए. अभी बैंक कर्मचारियों को हर रविवार को तो छुट्टी मिलती है, लेकिन हर शनिवार को बैंक बंद नहीं होते हैं. महीने के पहले, तीसरे और पांचवें शनिवार को बैंक खुले रहते हैं.</p>
<h3>दूसरे-चौथे शनिवार को होती है छुट्टी</h3>
<p>बैंक कर्मचारी पहले, तीसरे और पांचवें शनिवार को भी उसी तरह से छुट्टी की मांग कर रहे हैं, जैसे अभी उन्हें हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छुट्टी मिलती है. बैंक यूनियन और एसोएिशन के समझौते के बाद ऐसी खबरें चल रही थीं कि अब इसकी मंजूरी पर वित्त मंत्रालय की मंजूरी ही बाकी है. वित्त मंत्रालय से चुनाव के ऐलान से पहले इस पर मुहर की उम्मीद की जा रही थी. हालांकि अब तक ऐसा कुछ हुआ नहीं है और वित्त मंत्री ने फिलहाल ऐसा न होने का साफ संकेत भी दे दिया है.</p>
<h3>ऐलान के बाद लग जाएगी आचार संहिता</h3>
<p>चुनाव आयोग आज दोपहर बाद <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के शेड्यूल का ऐलान करने वाला है. चुनाव आयोग का ऐलान होते ही देश में आचार संहिता लागू हो जाएगी. उसके बाद केंद्र सरकार कर्मचारियों की छुट्टी पर कोई फैसला नहीं ले पाएगी. मतलब साफ है कि बैंक कर्मचारियों को 5 दिनों का वर्क वीक मिलता है या नहीं, यह अब आसन्न चुनाव के बाद बनने वाली नई सरकार में तय होगा.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”वापस हुआ इनकम टैक्स नोटिस, अशनीर ग्रोवर ने कहा डिपार्टमेंट को धन्यवाद” href=”https://www.abplive.com/business/ashneer-grover-praises-income-tax-department-for-timely-closure-of-faceless-assessment-2640355″ target=”_blank” rel=”noopener”>वापस हुआ इनकम टैक्स नोटिस, अशनीर ग्रोवर ने कहा डिपार्टमेंट को धन्यवाद</a></strong></p>

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LIC के एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों को सरकार ने दी बड़ी सौगात, 17% वेतन बढ़ोतरी पर लगाई मुहर

<p style=”text-align: justify;”><strong>LIC Employees Salary Hike:</strong> सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के कर्मचारियों में वेत में 17 फीसदी बढ़ोतरी पर अपनी मुहर लगा दी है. एलआईसी के कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी का फैसला एक अगस्त 2022 से लागू माना जाएगा. केंद्र सरकार के इस फैसले से एलआईसी के करीब 1 लाख कर्मचारियों और 30,000 के करीब पेंशनधारकों को राहत मिलेगी.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>दो साल का मिलेगा एरियर&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>एलआईसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने एक अगस्त 2022 से 1.10 लाख कर्मचारियों के लिए 17 फीसदी वेतन बढ़ोतरी करने पर अपनी मंजूरी दे दी है. इस बढ़ोतरी के साथ ही एलआईसी के कर्मचारियों को दो साल के वेतन का एरियर भी मिलेगा.एलआईसी के कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी के फैसले से सालाना 4,000 करोड़ का वित्तीय बोझ बढ़ेगा. इसके साथ ही एलआईसी के वेतन का खर्च भी बढ़ाकर 29,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. &nbsp;</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>LIC of India’s Wage Hike News <a href=”https://t.co/eqWVyAzfnA”>pic.twitter.com/eqWVyAzfnA</a></p>
&mdash; LIC India Forever (@LICIndiaForever) <a href=”https://twitter.com/LICIndiaForever/status/1768637834750042377?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 15, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>एनपीएस में बढ़ा योगदान&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्र सरकार ने एलआईसी के कर्मचारियों के लिए एनपीएस यानि नेशनल पेंशन सिस्टम में योगदान को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी कर दिया गया है जिससे ऐसे 24000 कर्मचारियों को बड़ा फायदा होगा जिन्होंने 1 अप्रैल 2010 के पास ज्वाइन किया है.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>एलआईसी के पेंशनर्स को सौगात</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार ने एलआईसी के 30 पेंशनर्स को वन-टाइम मुआवजा देने पर भी अपनी मुहर लगा दी है. ये मुआवजा एलआईसी के पेंशनर्स और फैमिली पेंशनर्स को दिया जाएगा. लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने वेतन बढ़ोतरी का लिए सरकार का धन्यवाद किया है. दरअसल शनिवार 16 मार्च 2024 को चुनाव आचार सहिंता लागू हो जाएगा इसलिए चुनाव के तारीखों के एलान से पहले सरकार ने एलआईसी कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी के साथ पेंशनर्स को मुआवजा देने पर अपनी मुहर लगाई है. इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र के 8.50 लाख बैंक कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी पर मुहर लग चुकी है जिसकी घोषणा <a title=”महाशिवरात्रि” href=”https://www.abplive.com/topic/mahashivratri-2023″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाशिवरात्रि</a> के दिन हुई है.&nbsp;</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p><strong><a title=”EV Policy: आ गई देश की नई ईवी पॉलिसी, घटेगा इंपोर्ट टैक्स, टेस्ला की एंट्री तय” href=”https://www.abplive.com/business/e-vehicle-policy-with-tax-relief-is-approved-by-government-it-will-increase-manufacturing-of-electric-vehicle-2639841″ target=”_self”>EV Policy: आ गई देश की नई ईवी पॉलिसी, घटेगा इंपोर्ट टैक्स, टेस्ला की एंट्री तय</a></strong></p>
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Bitcoin: बिटकॉइन में आई बड़ी गिरावट, आगे और नुकसान की आशंका  

<p style=”text-align: justify;”><strong>Cryptocurrency Market:</strong><span style=”font-weight: 400;”> दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में पिछले कुछ समय से जारी तेज उछाल के चलते इसने हाल ही में ही 73 हजार डॉलर का ऐतिहासिक आंकड़ा पार किया था. अब पिछले 24 घंटे में बिटकॉइन की कीमतें बुरी तरह से नीचे गई हैं. एक दिन में ही इनमें लगभग 8 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है. लगभग 52.6 करोड़ डॉलर के क्रिप्टो दाव पिछले 24 घंटे में कम हुए हैं. मार्केट में भारी बिक्री हुई है. यह गिरावट अमेरिका में महंगाई के आंकड़ों से ब्याज दरें ऊंची ही रहने की आशंका के चलते आई है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>73 हजार डॉलर का आंकड़ा कर लिया था पार&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>गुरुवार को अपना सर्वोच्च आंकड़ा 73,177 डॉलर छूने के बाद बिटकॉइन शुक्रवार को 67,689 डॉलर तक नीचे आ गया. इसमें लगभग 8.1 फीसदी की गिरावट आई है. दूसरी सबसे बड़ी करेंसी एथरम (Ethereum) भी लगभग 7 फीसदी नीचे जाकर 3,708 डॉलर पर पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में क्रिप्टो में बड़ी बिकवाली हुई है. कॉइनग्लास के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 52.6 करोड़ डॉलर के क्रिप्टोकरेंसी बेची गई. यह पिछले 2 हफ्तों में सबसे बड़ा आंकड़ा है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ आने के बाद आया तेज उछाल&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बिटकॉइन में पिछले एक महीने से जबरदस्त तेजी देखी जा रही थी. अमेरिका द्वारा स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दिए जाने के बाद से ही निवेशक बिटकॉइन में जमकर पैसा लगा रहे थे. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस फेडरल रिजर्व से संकेत मिल रहे हैं कि मई में भी ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं होने जा रही है. क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म मुद्रेक्स के सीईओ एदुल पटेल के मुताबिक, 13 जनवरी से लेकर 5 मार्च तक बिटकॉइन में लगातार उछाल आता रहा.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>बिटकॉइन के और नीचे जाने की आशंका&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>हालिया गिरावट को छोड़ दें तो साल 2024 बिटकॉइन लगभग 70 फीसदी उछल चुका था. गिरावट एक बावजूद भी निवेशकों का रिटर्न लगभग 60 फीसदी है. यदि 15 मार्च, 2023 से तुलना की जाए तो बिटकॉइन में लगभग 170 फीसदी की तेजी आ चुकी है. हाल ही में डिजिटल एसेट एनालिटिक्स फर्म स्विसब्लॉक ने कहा था कि बिटकॉइन 58 से 59 हजार डॉलर तक गिर सकता है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/da-hiked-by-4-percentage-in-madhya-pradesh-cm-mohan-yadav-gave-the-information-2640058″><strong>DA Hike: यूपी, कर्नाटक और राजस्थान के बाद अब इस राज्य में भी बढ़ा डीए, जानिए कितना फायदा होगा&nbsp;</strong></a></p>

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Stocks in Focus: डीजल-पेट्रोल के दाम कम होने के बाद इन शेयरों के भाव पर होगा असर!

<p>केंद्र सरकार ने लगभग ढाई साल के बाद गुरुवार को पहली बार डीजल-पेट्रोल के दाम को कम करने का ऐलान किया. डीजल-पेट्रोल के दाम इस बार 2-2 रुपये प्रति लीटर कम किए गए हैं. इसका फायदा लोगों को शुक्रवार यानी आज सुबह 6 बजे से मिलने लगा है. एक दिन पहले देर शाम हुए इस ऐलान का असर आज सप्ताह के अंतिम दिन शेयर बाजार में भी दिख सकता है.</p>
<h3>इन सेक्टरों के शेयर कर सकते हैं रिएक्ट</h3>
<p>ईंधन के दाम में बदलाव के बाद कुछ खास सेक्टरों के शेयर आज के कारोबार में फोकस में रहने वाले हैं. उदाहरण के लिए तेल विपणन करने वाली कंपनियों, तेल-गैस की खोज करने वाली कंपनियों समेत टायर, लॉजिस्टिक्स, पेंट जैसे सेक्टरों के शेयरों के भाव पर इस फैसले का असर हो सकता है. इससे कुछ ही दिन पहले एलपीजी सिलेंडर को भी सस्ता किया गया था.</p>
<h3>ऑयल एंड गैस स्टॉक पर असर</h3>
<p>तेल सेक्टर में देखें तो बाजार में प्रमुख शेयर हैं- इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम. ये तीनों सरकारी कंपनियां हैं, जो देश में डीजल, पेट्रोल और एलपीजी आदि की खुदरा बिक्री करती हैं. डीजल-पेट्रोल आदि के दाम में बदलाव का निर्णय यही कंपनियां करती हैं. खुदरा भाव कम होने से इन कंपनियों की कमाई पर असर पड़ सकता है, जिसके कारण शेयरों पर प्रेशर दिख सकता है. ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसी ऑयल एंड गैस एक्सप्लोरेशन कंपनियों के शेयरों को भी दबाव का सामना करना पड़ सकता है.</p>
<h3>एविएशन स्टॉक की उम्मीदें</h3>
<p>अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में उच्च स्तर की तुलना में नरमी आई है. इसके चलते विमानन ईंधन यानी एटीएफ के भाव नरम हुए हैं. आने वाले दिनों में एटीएफ की दरों में और कटौती की संभावनाएं बन रही हैं. इससे एविएशन स्टॉक को फायदा हो सकता है. एविएशन सेक्टर में स्पाइसजेट, इंटर ग्लोब एविएशन प्रमुख शेयर हैं.</p>
<h3>इनके भाव में भी हो सकता है बदलाव</h3>
<p>डीजल-पेट्रोल की कीमतों का असर व्यापक होता है. डीजल माल ढोने वाले भारी वाहनों के लिए प्रमुख ईंधन है. इसके भाव में कमी आने का मतलब है मालवाहक कंपनियों की लागत में कमी आना. इससे एफएमसीजी समेत कई सेक्टर सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं. लॉजिस्टिक्स और एफएमसीजी के अलावा पेंट और टायर कंपनियों के शेयर भी पेट्रोल-डीजल के भाव में बदलाव की खबर पर रिएक्ट कर सकते हैं. इन सेक्टरों के प्रमुख शेयरों में एमआरएफ, सिएट, जेके टायर, एशियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स, कैस्ट्रॉल इंडिया, डाबर, हिंदुस्तान यूनिलीवर आदि शामिल हैं.</p>
<p><strong>डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि शेयरों में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.</strong></p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”चुनाव से पहले मिला तोहफा, चेक करें अपने शहर में डीजल-पेट्रोल की नई कीमतें” href=”https://www.abplive.com/business/petrol-diesel-prices-reduced-by-rs-2-per-litre-effective-from-today-night-check-your-city-rate-2639462″ target=”_blank” rel=”noopener”>चुनाव से पहले मिला तोहफा, चेक करें अपने शहर में डीजल-पेट्रोल की नई कीमतें</a></strong></p>

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Share Market Opening 15 March: वैश्विक दबाव में खराब शुरुआत, 73 हजार अंक से नीचे खुला सेंसेक्स

<p><strong>Share Market Opening 15 March:</strong> घरेलू शेयर बाजार ने सप्ताह के अंतिम दिन भी नुकसान के साथ कारोबार की शुरुआत की. दोनों प्रमुख घरेलू सूचकांकों बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी50 के ऊपर वैश्विक गिरावट का असर दिख रहा है. सेंसेक्स ने आज 180 अंक से ज्यादा के नुकसान के साथ 73 हजार अंक से नीचे कारोबार की शुरुआत की.</p>
<p>शुरुआती सेशन के चंद मिनटों के कारोबार में सेंसेक्स 250 अंक तक लुढ़क चुका था. सुबह के 9 बजकर 20 मिनट पर सेंसेक्स 251 अंक नीचे उतर चुका था और 72,845 अंक पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी करीब 70 अंक लुढ़ककर 22,075 अंक के पास आ चुका था.</p>
<h3>प्री-ओपन सेशन से मिले ऐसे संकेत</h3>
<p>प्री-ओपन सेशन में बाजार सुस्ती के संकेत दिखा रहा था. प्री-ओपन सेशन में एनएसई का निफ्टी50 इंडेक्स 80 अंक से ज्यादा गिरा हुआ था, जबकि सेंसेक्स 210 अंक से ज्यादा के नुकसान के साथ 72,900 अंक से नीचे आया हुआ था. सुबह 8.15 बजे गिफ्ट सिटी में निफ्टी का वायदा 50 अंक लुढ़ककर 22,180 अंक पर आया हुआ था. इससे संकेत मिल रहा था कि बाजार की आज की शुरुआत घाटे वाली हो सकती है.</p>
<h3>कल बाजार ने की थी अच्छी रिकवरी</h3>
<p>इससे पहले गुरुवार को बाजार ने शुरुआती गिरावट से उबरकर अच्छी वापसी की थी और फायदे में रहा था. कारोबार समाप्त होने के बाद बीएसई सेंसेक्स 335.39 अंक (0.46 फीसदी) के फायदे के साथ 73,097.28 अंक पर रहा था. वहीं एनएसई निफ्टी 148.95 अंक (0.68 फीसदी) की तेजी के साथ 22,146.65 अंक पर बंद हुआ था.</p>
<h3>विदेशी बाजारों में गिरावट हावी</h3>
<p>गुरुवार को अमेरिकी बाजार में गिरावट देखी गई. वॉल स्ट्रीट पर डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.35 फीसदी की गिरावट आई. वहीं एसएंडपी500 में 0.29 फीसदी की और टेक फोकस्ड इंडेक्स नास्डैक कंपोजिट में 0.30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. आज के कारोबार में एशियाई बाजार भी गिरे हुए हैं. जापान का निक्की 0.30 फीसदी के नुकसान में है. हांगकांग के हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 1-1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दिख रही है.</p>
<h3>बड़े शेयरों का आज ऐसा है हाल</h3>
<p>शुरुआती सेशन में ज्यादातर बड़े शेयर लुढ़के हुए थे. सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से सिर्फ 8 को छोड़कर बाकी की 22 कंपनियों के शेयर नुकसान में थे. महिंद्रा एंड महिंद्रा सबसे ज्यादा 1.37 फीसदी के नुकसान में था. इंफोसिस, एक्सिस बैंक जैसे शेयर एक-एक फीसदी से ज्यादा के नुकसान में थे. आज आईटी शेयरों पर प्रेशर दिख रहा है. एचसीएल टेक, विप्रो, टीसीएस, टेक महिंद्रा समेत सारे प्रमुख आईटी शेयर रेड जोन में हैं. दूसरी ओर पारवग्रिड कॉरपोरेशन का शेयर सबसे ज्यादा 1.30 फीसदी के फायदे में था. टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, एसबीआई जैसे बड़े शेयर भी ग्रीन जोन में थे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”डीजल-पेट्रोल के दाम कम होने के बाद इन शेयरों के भाव पर होगा असर!” href=”https://www.abplive.com/business/these-stocks-may-jump-after-petrol-diesel-prices-reduced-1st-time-in-more-than-2-years-2639495″ target=”_blank” rel=”noopener”>डीजल-पेट्रोल के दाम कम होने के बाद इन शेयरों के भाव पर होगा असर!</a></strong></p>

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