Stock Market Update: शेयर बाजार में लगातार चार दिनों की गिरावट में निवेशकों को हुआ 9.30 लाख करोड़ का नुकसान

<p style=”text-align: justify;”><strong>Stock Market Crash:</strong> बीते चार कारोबारी सत्र 12 अप्रैल, 2024 के बाद से भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी गई है. और इस गिरावट के चलते भारतीय निवेशकों की संपत्ति में 9.30 लाख करोड़ रुपये का सेंध लग चुका है. गुरुवार 18 अप्रैल को भारतीय बाजार में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 392.89 लाख करोड़ रुपये पर बंद हुआ है जो 10 अप्रैल 2024 को 402.16 लाख करोड़ रुपये रहा था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>10 अप्रैल को बीएसई सेंसेक्स ने इतिहास रचते हुए पहली बार 75,000 के आंकड़े को छूने में कामयाब रहा था और 75038 के आंकड़े पर इंडेक्स क्लोज हुआ था. लेकिन इसके बाद शेयर बाजार में चार सत्रों में हुई ट्रेडिंग में सेंसेक्स 2500 अंकों से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. &nbsp;तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 750 अंकों से ज्यादा फिसल चुका है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 10 अप्रैल को 402.16 लाख करोड़ रुपये रहा था जो 18 अप्रैल को घटकर 392.89 लाख करोड़ रुपये पर आ चुका है. यानि बाजार में हुए चार ट्रेडिंग सत्र में ही निवेशकों को 9.27 लाख करोड़ रुपये &nbsp;का नुकसान हो चुका है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल 13 अप्रैल 2024 शनिवार को देर रात ईरान ने इजरायल पर ड्रोन और मिसाइल से हमला बोल दिया. मिडिल ईस्ट बढ़े इस तनाव के चलते सोमवार 15 अप्रैल को से ग्लोबल बाजारों में लगातार गिरावट देखी जा रही है. रूस और यूक्रेन के बीच 26 महीने से युद्ध जारी है उसपर से ईरान और इजरायल के बीच तनाव ने दुनियाभर के फाइनेंशियल मार्केट्स की चिंता बढ़ा दी है. कच्चे तेल समेत दूसरे कमोडिटी के दामों में उछाल की संभावना जताई जा रही है. तो ग्लोबल सप्लाई चेन भी प्रभावित हो सकता है. जिसके चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट देखी जा रही है. अमेरिका में महंगाई दर में उछाल के बाद वहां के सेंट्रल बैंक के ब्याज दरों में कटौती में देरी की संभावना भी शेयर बाजार में गिरावट की बड़ी वजहों में शामिल है और इससे भारतीय बाजार भी अछूता नहीं है.&nbsp;</p>
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वित्त मंत्री सीतारमण बोलीं, ईरान – इजरायल तनाव के चलते अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर से निपटने के लिए सरकार तैयार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Iran Israel Conflict:</strong> वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि ईरान और इजरायल के बीच बढ़े तनाव के बाद अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले किसी भी प्रकार के प्रभाव को कम करने के लिए भारत सरकार पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार मौजूदा हालात को लेकर पूरी तरीके से अलर्ट है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएनबीएसी आवाज को दिए इंटरव्यू में निर्मला सीतारमण ने कहा, जैसे जैसे हालात बदलते रहेंगे भारत के हितों को ध्यान में रखते हुए हम फैसले लेने की तैयार कर रहे हैं. &nbsp;इस तनाव के बाद कच्चे तेल के दामों में बहुत बड़ी तेजी अबतक देखने को नहीं मिली है. हालांकि मिडिल ईस्ट में किसी प्रकार के तनाव बढ़ने से भारत के लिए कच्चा तेल का आयात करना महंगा हो सकता है जिससे भारत को इंपोर्ट बिल बढ़ सकता है. कच्चा तेल आयात करने के मामले में भारत दुनिया का तीसरा बड़ा देश है और अपने खपत का 85 फीसदी कच्चा तेल भारत आयात करता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>वित्त मंत्री ने कहा कि पश्चिमी देशों के द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के बाद कच्चे तेल के दामों में आए से भारत को राहत दिलाने के लिए रूस से कच्चा तेल आयात किया गया था. उसी प्रकार जब भी ऐसी चुनौतियां खड़ी होगी तब सरकारी विभागों से चर्चा के बाद भारत के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसले लिए जायेंगे. निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम पूरी तरीके से सतर्क रहेंगे. &nbsp; &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>ब्रेंट क्रूड ऑयल फिलहाल 87 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है तो WTI क्रूड ऑयल 82.49 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है. ऊपरी स्तरों से कच्चे तेल के दामों में गिरावट आई है. पिछले हफ्ते कच्चा तेल 19 डॉलर प्रति बैरल के पार जा पहुंचा था. ईरान के इजरायल पर हमले के बाद ये बाद ये आशंका जाहिर की जा रही थी कि कच्चे तेल के दामों में तेज उछाल आएगी. हालांकि अब तक ऐसा देखने को नहीं मिला है. लेकिन इजरायल अगर जवाबी कार्रवाई करता है तो दामों में तेज उछाल आ सकता है.&nbsp;&nbsp;</p>
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Air India: विदा हो गए एअर इंडिया के ‘हवामहल’, 5 दशकों से ज्यादा पुराना रहा साथ

<p>करीब 5 दशकों तक भारत समेत दुनिया भर के आसमान पर राज करने के बाद अब एअर इंडिया के बोइंग विमानों की विदाई हो गई है. टाटा समूह की विमानन कंपनी कंपनी ने अपने बेड़े में बचे आखिरी चार बोइंग 747-400 जंबो जेट को भी अब बेच दिया है. इसके साथ ही पैलेस इन दी स्काई नाम से मशहूर एअर इंडिया के इन विमानों का सफर पूरा हो गया.</p>
<h3>अब इन कामों में होगा विमानों का इस्तेमाल</h3>
<p>ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एअर इंडिया ने अपने बेड़े के आखिरी 4 बोइंग 747-400 जंबो जेट को हाल ही में बेचा है. इन्हें अमेरिकी कंपनी एयरसेल (AerSale) को बेचा गया है, जो आफ्टरमार्केट कमर्शियल जेट के इंजन व कल-पुर्जे सप्लाई करती है. चारों में से दो बोइंग 747 विमानों को मालवाहक में तब्दील किया जाएगा, जबकि बाकी 2 को डिसअसेंबल कर उनके कल-पुर्जे निकाल लिए जाएंगे.</p>
<p>रिपोर्ट के अनुसार, इन चारों बोइंग 747-400 विमानों को एअर इंडिया से एयरसेल के पास ट्रांसफर को मुंबई स्थित कंपनी विमान एविएशन सर्विसेज (Vman Aviation Services) के द्वारा मैनेज किया जाएगा.</p>
<h3>1971 में आया था बोइंग का पहला जंबो जेट</h3>
<p>एअर इंडिया और बोइंग के जंबो जेट का साथ दशकों पुराना है. एअर इंडिया ने सबसे पहले 22 मार्च 1971 को बोइंग से इन विमानों को खरीदा था. उसके बाद 21 मई 1971 को पहली बार जंबो जेट नाम से मशहूर बोइंग के 747-400 विमानों को बेड़े में शामिल किया गया था. उस समय कंपनी ने बोइंग के इन विशाल विमानों को भारत से लंदन की उड़ान में बहाल किया था.</p>
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<figure class=”image”><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/18/dea049afeac95d588e2dfabb28c0452b1713411310931685_original.jpg” alt=”1971 में आया था पहला जंबो जेट” />
<figcaption>1971 में आया था पहला जंबो जेट</figcaption>
</figure>
<h3>वीआईपी लोगों के सफर में होता आया इस्तेमाल</h3>
<p>एअर इंडिया के बोइंग विमानों को उनकी भव्यता के चलते &lsquo;पैलेस इन दी स्काई&rsquo; का निकनेम मिला था. कंपनी ने अपने बेड़े में शामिल बोइंग 747-400 विमानों को ऐतिहासिक भारतीय शासकों जैसे सम्राट अशोक, बादशाह शाहजहां जैसे नाम दिए थे. कुछ साल पहले तक प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति जैसे वीआईपी की यात्रा के लिए भी एअर इंडिया के इन्हीं विमानों का इस्तेमाल किया जाता था.</p>
<p>&nbsp;</p>
<figure class=”image”><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/18/5c79f844043ea97bd1146d5894c046921713411235166685_original.jpg” alt=”एअर इंडिया का सम्राट अशोक विमान” />
<figcaption>एअर इंडिया का सम्राट अशोक विमान</figcaption>
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<h3>इस तरह से की गई थी विमानों की ब्रांडिंग</h3>
<p>कंपनी ने बोइंग के इन विमानों की खास तौर पर ब्रांडिंग की थी. विमानों को बाहर से लाल रंग में डिटेल्स के साथ व्हाइट व सिल्वर रंग से सजाया गया था. खिड़कियों को राजस्थानी स्टाइल में ऐसा कलेवर दिया गया था कि वे जयपुर के हवामहल की झरोखे सरीखी बालकनियों की तरह दिखें. कंपनी ने &lsquo;योर पैलेस इन दी स्काई (Your Palace in the Sky)&rsquo; टैग से नई ब्रांडिंग तैयार की थी.</p>
<h3>एअर इंडिया ने पहले ही दी थी जानकारी</h3>
<p>बहरहाल अब एअर इंडिया के हवामहलों का हवाई सफर अब थम चुका है. करीब 5 दशकों का आसमानी सफर अब पूरा हो चुका है. एअर इंडिया ने पहले ही इस बारे में अपने इरादे साफ कर दिया था कि बोइंग के 747-400 विमानों को बेड़े से बाहर किया जाएगा.</p>
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Stock Market Opening: शेयर बाजार में बढ़त, सेंसेक्स 73,100 के पार, निफ्टी निकला 22,200 के ऊपर

<p style=”text-align: justify;”><strong>Stock Market Opening:</strong> भारतीय शेयर बाजार की आज गैपअप ओपनिंग यानी बढ़त के साथ शुरुआत हुई है. कल राम नवमी के अवसर पर शेयर बाजार बंद था और एक दिन के अवकाश के बाद बाजार में तेजी के साथ कारोबार की ओपनिंग हुई है. आईटी शेयर खुले तो 0.88 फीसदी की बढ़त पर थे लेकिन ओपनिंग मिनटों में ही गिरावट के लाल दायरे में फिसल गए थे. मिडकैप इंडेक्स तेजी पर है और बैंकिंग शेयरों में भी मजबूती से बाजार को सपोर्ट मिला है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>किन स्तरों पर खुला बाजार</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>बाजार की ओपनिंग में बीएसई का सेंसेक्स 239.42 अंक या 0.33 फीसदी की बढ़त के साथ 73,183 के लेवल पर ओपन हुआ है. एनएसई का निफ्टी 64.45 अंक या 0.29 फीसदी की तेजी 22,212 के लेवल पर ओपन हुआ है.&nbsp;</p>
<h3><strong>सेंसेक्स के शेयरों का हाल</strong></h3>
<p>बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयर उछाल के साथ कारोबार कर रहे हैं जबकि 8 शेयरों में गिरावट के साथ कारोबार देखा जा रहा है. सेंसेक्स के टॉप गेनर्स में पावरग्रिड, एमएंडएम, इंफोसिस, टीसीएस, एलएंडटी, विप्रो के शेयर सबसे ज्यादा बढ़त पर ट्रेड कर रहे हैं और गिरने वाले शेयरों में एचसीएल टेक, नेस्ले, एनपीसी, एक्सिस बैंक और टेक महिंद्रा के शेयर देखे जा रहे हैं.</p>
<h3><strong>निफ्टी के शेयरों की तस्वीर</strong></h3>
<p>निफ्टी के 50 में से 36 शेयरों में उछाल देखा जा रहा है और 14 शेयरों में मजबूती देखी जा रही है. एचडीएफसी लाइफ, बीपीसीएल, अडानी पोर्ट्स, पावरग्रिड, हिंडाल्को के शेयरों में सबसे ज्यादा बढ़त देखी जा रही है. गिरने वाले शेयरों में एचसीएल टेल अपोलो हॉस्पिटल, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा और नेस्ले के नाम शामिल हैं.</p>
<h3><strong>बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन</strong></h3>
<p>बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन 396.72 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है. इसमें 3212 शेयरों पर ट्रेड देखा जा रहा है और 2316 शेयरों में तेजी देखी जा रही है. 802 शेयर गिरावट के मोड में कारोबार कर रहे हैं और 94 शेयर बिना किसी बदलाव के साथ कारोबार कर रहे हैं. 119 शेयर अपने 52 हफ्तों के उच्च स्तर पर हैं और 4 शेयर इस अवधि के निचले स्तर पर आए हैं. 162 शेयरों पर अपर सर्किट लगा हुआ है और 40 शेयर लोअर सर्किट के साथ बने हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/google-lays-off-more-employees-in-fresh-round-of-large-scale-operation-rejig-2668087″><strong>Google Layoffs: गूगल ने फिर से की कई कर्मचारियों की छंटनी, भारत में कामकाज पर होगा ये असर</strong></a></p>

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TIME Influential List: टाइम्स 100 लिस्ट में शामिल हुए सत्य नडेला और जेनसन हुआंग

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>Microsoft and Nvidia:&nbsp;</strong>विश्व प्रसिद्द टाइम मैगजीन ने अपनी 100 प्रभावशाली हस्तियों की लिस्ट जारी कर दी है. टाइम इंफ्लूएंशियल लिस्ट 2024 (TIME Influential List) में इस बार कारोबार जगत से माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के सीईओ सत्य नडेला (Satya Nadella), एनविडिआ (Nvidia) के प्रेसिडेंट जेनसन हुआंग (Jensen Huang), बीवाईडी कार्स के सीईओ वांग चुआनफू (Wang Chuanfu) और आईकिया ग्रुप के सीईओ जेस्पर ब्रॉडिन (Jesper Brodin) जैसे बड़े नामों को जगह दी गई है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>एआई में सत्य नडेला का योगदान काबिले तारीफ&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>टाइम मैगजीन के अनुसार, सत्य नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट का नेतृत्व करते हुए हमारे भविष्य को और मानवता को बेहतर बनाने का काम किया है. उन्होंने ओपन एआई और मिस्ट्राल एआई में निवेश कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर में क्रांति लाने का काम किया है. सत्य नडेला का मानना है कि एआई की मदद से मानवता की बेहतरी के लिए काम और आसान बनाया जा सकेगा. उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट को 3 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनाने में अहम भूमिका निभाई है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>जेनसन हुआंग ने एनविडिआ को शिखर पर पहुंचाया&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>जेनसन हुआंग के नेतृत्व एनविडिआ ने नए शिखर को छुआ है और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती टेक्नोलॉजी कंपनियों में शामिल हो गई है. टाइम मैगजीन ने उनके विजन और दृढ़ निश्चय को सराहनीय बताया है. कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में 60 अरब डॉलर के पार हो गया है. एनविडिआ चिप ने कंप्यूटर्स की दुनिया में बड़ा बदलाव किया है. जेनसन हुआंग टेक दुनिया की दिग्गजों में अपना नाम शुमार करते हैं. जब दुनिया मोबाइल डिवाइस की ओर दौड़ लगा रही थी, तब जेनसन हुआंग इस दौड़ में शामिल न होकर चिप बनाने में जुटे रहे और तरक्की की सीढ़ियां तेजी से चढ़ रहे हैं. आज एआई मॉडल, ऑटोनोमस ड्राइविंग एप, साइंस और हेल्थकेयर जैसे हर सेक्टर में एनविडिआ का हार्डवेयर इस्तेमाल हो रहा है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>वांग चुआनफू और जेस्पर ब्रॉडिन ने भी बनाई जगह&nbsp;&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>लिस्ट में ईवी कार ब्रांड BYD के सीईओ वांग चुआनफू और होम डेकोर ब्रांड IKEA के सीईओ जेस्पर ब्रॉडिन भी इस साल लिस्ट में शामिल हुए हैं. वांग चुआनफू को BYD (Build Your Dreams) को टेस्ला की टक्कर में खड़ा करने का श्रेय दिया जाता है. वह सोलर एनर्जी सेक्टर में भी काफी काम कर रहे हैं. इसके अलावा जेस्पर ब्रॉडिन के नेतृत्व में IKEA की पैरेंट कंपनी इंगका (Ingka) तरक्की की सीढ़ियां चढ़ रही है. उन्होंने अपने नेतृत्व से दर्शाया है कि सस्टेनेबिलिटी और प्रोफिटेबिलिटी के लक्ष्य एक साथ हासिल किए जा सकते हैं. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/greenhitech-ventures-ipo-creates-history-by-subscribing-730-times-2667877″><strong>IPO: इस आईपीओ पर टूट पड़े निवेशक, 730 गुना सब्सक्राइब होकर इतिहास में हुआ दर्ज&nbsp;</strong></a></p>

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Bandhan Bank: आखिर क्यों गिरते ही जा रहे बंधन बैंक के शेयर, 52 हफ्तों के न्यूनतम स्तर पर पहुंचे 

<p style=”text-align: justify;”><strong>Bandhan Bank Share:</strong><span style=”font-weight: 400;”> बंधन बैंक का शेयर बुधवार को एनएसई पर 1.19 फीसदी गिरकर 173.85 रुपये पर बंद हुआ है. बैंक का शेयर अपने 52 हफ्तों के न्यूनतम स्तर 172.75 रुपये के आसपास चल रहा है. यह गिरावट बंधन बैंक (Bandhan Bank) के एमडी और सीईओ चंद्र शेखर घोष (Chandra Shekhar Ghosh) के रिटायरमेंट के ऐलान के बाद से ही जारी है. उन्होंने 5 अप्रैल को घोषणा की थी कि वह इसी साल 9 जुलाई को अपना पद छोड़ देंगे. यह ऐलान बैंक के शेयरों पर बहुत भारी पड़ा. बैंक के शेयर 5 अप्रैल को 197.40 रुपये पर बंद हुए थे. लगभग 2 हफ्तों में ही बैंक का शेयर 12.15 फीसदी गिर चुका है. एनएसई पर इसका 52 हफ्तों का हाई 272 रुपये है. फिलहाल बैंक का शेयर अपने इस आंकड़े से लगभग 100 रुपये नीचे ट्रेड कर रहा है. विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि बैंक जल्द की टॉप मैनेजमेंट को लेकर फैसला लेगा ताकि इस गिरावट पर रोकथाम लग सके.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>साल 2024 में 28.64 फीसदी नीचे गया स्टॉक&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बंधन बैंक का शेयर (Bandhan Bank Share) इस साल की शुरुआत से ही संकट में है. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 में यह स्टॉक 28.64 फीसदी गिर चुका है. बंधन बैंक का स्टॉक एक साल में लगभग 15 फीसदी और 2 साल में 46 फीसदी से ज्यादा नीचे जा चुका है. बैंक का शेयर 1 जून, 2023 को अपने 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंचा 272 रुपये पर पहुंचा था. इसके बाद से ही निवेशक इस बैंक के शेयर से रूठे हुए हैं. अब चंद्र शेखर घोष के इस्तीफे के ऐलान से बैंक के शेयर और मुसीबत में जाते दिख रहे हैं.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>आरबीआई ने चंद्र शेखर घोष पर खड़े किए थे सवाल&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई ने तीन साल पहले ही चंद्र शेखर घोष के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर दिए थे. बैंक का बोर्ड उन्हें 5 साल के लिए नियुक्त करना चाहता था लेकिन, आरबीआई ने सिर्फ 3 साल की ही मंजूरी दी थी. इसके अलावा आरबीआई ने बंधन बैंक पर ब्रांच विस्तार की रोक लगाई थी. साथ ही चंद्र शेखर घोष की सैलरी पर भी लगाम लगाई गई थी. इसके चलते माना जा रहा था कि केंद्रीय बैंक उनके तौर तरीकों से खुश नहीं था. इसलिए चंद्र शेखर घोष का जाना तय माना जा रहा था.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>160 से 180 रुपये के बीच रहने का अनुमान&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट की रिसर्च हेड संतोष मीणा का अनुमान है कि यह फिलहाल 160 से 180 रुपये के बीच रह सकता है. फिलहाल इसके ऊपर आने की संभावना बहुत कम है. ग्लोबल ब्रोकरेज जेफरीज ने भी बंधन बैंक के शेयर के 170 रुपये आसपास रहने की उम्मीद जताई है. ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बैंक की ग्रोथ और क्रेडिट कोस्ट के एस्टीमेट्स को भी कम किया है.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/time-100-influential-list-satya-nadella-and-jensen-huang-from-nvidia-appeared-in-th-list-2667952″><strong>TIME Influential List: टाइम्स 100 लिस्ट में शामिल हुए सत्य नडेला और जेनसन हुआंग</strong></a></p>

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NFO Alert: म्यूचुअल फंड के निवेशकों के लिए मौका, 5 एनएफओ लाने की तैयारी में ये कंपनी

<p>म्यूचुअल फंड के निवेशकों के लिए एक अच्छी खबर है. आने वाले दिनों में कई नए फंड ऑफर लॉन्च होने वाले हैं. एसेट मैनेजमेंट कंपनी मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड अकेले 5 नए फंड की शुरुआत करने वाली है.</p>
<h3>मोतीलाल ओसवाल ने फाइल किया पेपर</h3>
<p>मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने 5 नए फंड के लिए बाजार नियामक सेबी के पास पेपर फाइल किया है. कंपनी जिन नए फंडों की शुरुआत करने वाली है, उनमें निफ्टी मिडस्मॉल फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स फंड, निफ्टी मिडस्मॉल हेल्थकेयर इंडेक्स फंड, निफ्टी मिडस्मॉल आईटी एंड टेलीकॉम इंडेक्स फंड, निफ्टी मिडस्मॉल इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स फंड और क्वांट फंड शामिल हैं.</p>
<h3>पांचों नए फंड के डिटेल्स</h3>
<p>पेपर के अनुसार, निफ्टी मिडस्मॉल फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स फंड एक ओपन एंडेड फंड होगा, जो निफ्टी मिडस्मॉल फाइनेंशियल सर्विसेज टोटल रिटर्न इंडेक्स को रेप्लिकेट करेगा. इसे स्वप्निल मायेकर और राकेश शेट्टी के द्वारा मैनेज किया जाएगा. यह स्कीम ग्रोथ ऑप्शंस के साथ रेगुलर और डाइरेक्ट प्लान ऑफर करेगी. स्वप्निल मायेकर और राकेश शेट्टी ही निफ्टी मिडस्मॉल हेल्थकेयर इंडेक्स फंड को भी मैनेज करेंगे. यह निफ्टी मिडस्मॉल हेल्थकेयर टोटल रिटर्न इंडेक्स के अगेन्स्ट बेंचमार्क होगा.</p>
<p>इसी तरह निफ्टी मिडस्मॉल आईटी एंड टेलीकॉम इंडेक्स फंड, निफ्टी मिडस्मॉल इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स फंड और क्वांट फंड क्रमश: निफ्टी मिडस्मॉल आईटी एंड टेलीकॉम टोटल रिटर्न इंडेक्स, निफ्टी मिडस्मॉल इंडिया कंजम्पशन टोटल रिटर्न इंडेक्स और निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स के अंगेस्ट बेंचमार्क किए जाएंगे.</p>
<h3>इस तरह कर सकते हैं निवेश</h3>
<p>मोतीलाल ओसवाल की इन म्यूचुअल फंड स्कीम के लिए अप्लिकेशन की कम से कम रकम 500 रुपये होगी. उसके बाद एक रुपये के मल्टीपल में निवेश बढ़ाया जा सकेगा. इन स्कीम में मंथली एसआईपी के लिए भी न्यूनतम राशि 500 रुपये होगी, जिसे 1 रुपये के मल्टीपल में बढ़ाया जा सकेगा. एसआईपी के तहत कम से कम 12 इंस्टॉलमेंट की शर्त रहेगी.</p>
<p><strong>डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट/म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.</strong></p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”भारत के इस शहर में सबसे ज्यादा बिक रहे करोड़ों की कीमत वाले लग्जरी घर” href=”https://www.abplive.com/business/delhi-ncr-at-top-among-metro-cities-in-terms-of-luxury-apartments-sale-2667342″ target=”_blank” rel=”noopener”>भारत के इस शहर में सबसे ज्यादा बिक रहे करोड़ों की कीमत वाले लग्जरी घर</a></strong></p>

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Lok Sabha Election: NDA या I.N.D.I.A, यूपी की 80 सीटों पर किसकी जीत ? जानिए फाइनल आंकड़ा!

<p>ABP C Voter Opinion Poll 2024: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों का संभावित फाइनल आंकड़ा अब हमारे सामने है. यहां जानें NDA और INDIA में किसे कितनी सीटें मिल सकती हैं?.उसके मुताबिक NDA 373 सीटें जीतती दिख रहा है…जबकि इंडिया अलायंस के पास 155 सीट जा सकती हैं…अन्य को 15 सीट मिलने का अनुमान है…ये मोटे तौर पर ओपिनियन पोल का एनालिसिस है..</p>

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Indian Railways: वंदे भारत एक्सप्रेस ने बनाया रिकॉर्ड, 5 साल में बन गई लोगों की पसंद

<p style=”text-align: justify;”><strong>Vande Bharat Express:</strong><span style=”font-weight: 400;”> देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) रोजाना नए-नए रिकॉर्ड बना रही है. इसे यात्रियों द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है. वंदे भारत ने लोगों के सफर करने के तरीके को मॉडर्न बना दिया है. प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> (Narendra Modi) ने वंदे भारत एक्सप्रेस को 15 फरवरी, 2019 को लॉन्च किया था. पहली ट्रेन वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चली थी. अपने 5 साल पूरी कर चुकी यह मॉडर्न ट्रेन अब पूरे देश में चलने लगी है और अब तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इसमें सफर किया है. फिलहाल देश में 102 वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं.&nbsp;</span></p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/ThisDayThatYear?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw”>#ThisDayThatYear</a><br />Celebrating 171 illustrious years of Indian Railways!<br />On 16 April 1853, the 1st passenger train ran from Bori Bunder (Bombay) to Thane, marking the beginning of an incredible journey! 🚉<a href=”https://twitter.com/hashtag/DownTheMemoryLane?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw”>#DownTheMemoryLane</a> <a href=”https://t.co/PlMm0m2EOv”>pic.twitter.com/PlMm0m2EOv</a></p>
&mdash; Ministry of Railways (@RailMinIndia) <a href=”https://twitter.com/RailMinIndia/status/1780100222154350821?ref_src=twsrc%5Etfw”>April 16, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>धरती के 310 चक्कर लगाने के बराबर चल चुकी है यह ट्रेन&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>भारतीय रेलवे का 171वां जन्मदिन सोमवार को था. इस मौके पर रेलवे ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस फिलहाल 100 रूट पर, 284 जिलों और 24 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों तक पहुंच चुकी है. यह ट्रेन अब तक धरती के 310 चक्कर लगाने के बराबर किलोमीटर चल चुकी है. लोग इसमें मौजूद आधुनिक तकनीक को बहुत पसंद कर रहे हैं. युवाओं में इस ट्रेन का अलग ही क्रेज है. रेलवे ने इस ट्रेन में हवाई जहाज के जैसी सुविधाएं देने की कोशिश की है. यही वजह है कि 2019 से लेकर अब तक वंदे भारत 2 करोड़ से भी ज्यादा लोगों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा चुकी है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>मुंबई से ठाणे के बीच 16 अप्रैल, 1853 को चली थी पहली ट्रेन&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>देश की पहली ट्रेन सेवा मुंबई से ठाणे के बीच 16 अप्रैल, 1853 को चली थी. पहली ट्रेन मुंबई के बोरीबंदर से ठाणे तक अंग्रेजों के शासन काल में चलाई गई थी. अब यह देश के कोने-कोने को एक दूसरे से जोड़ती है. भारतीय रेलवे लोगों ने भाप के इंजन से आज वंदे भारत और अमृत भारत तक का सफर तय कर लिया है. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/zomato-introduces-indias-first-large-order-fleet-it-can-deliver-food-for-50-people-2667117″><strong>Zomato: जोमाटो लेकर आया नई सुविधा, बड़े ऑर्डर करना हो जाएगा आसान&nbsp;</strong></a></p>

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Rekha Jhunjhunwala: रेखा झुनझुनवाला ने बेचे 5 कंपनियों के शेयर, टाटा ग्रुप की कंपनी भी शामिल 

<p style=”text-align: justify;”><strong>Rekha Jhunjhunwala Portfolio: </strong><span style=”font-weight: 400;”>रेखा झुनझुनवाला (Rekha Jhunjhunwala) को देश के दिग्गज निवेशकों में गिना जाता है. निवेशकों की नजर इनके पोर्टफोलियो पर बनी ही रहती है. उन्होंने जिन कंपनियों में भी निवेश किया, वह मल्टीबैगर साबित होती हैं. अब रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो (Rekha Jhunjhunwala Portfolio) में बड़ा बदलाव हुआ है. उन्होंने टाटा ग्रुप (Tata Group) की टाटा कम्युनिकेशंस (Tata Communications) एक कंपनी समेत 4 अन्य कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी बेची है. इन सभी कंपनियों की हिस्सेदारी उन्होंने मार्च तिमाही में ही बेची थी.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>इन 5 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी घटाई&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>जानकारी के अनुसार, दिसंबर तिमाही के अंत तक रेखा झुनझुनवाला की टाटा कम्युनिकेशंस में 1.8 फीसदी हिस्सेदारी थी. अब मार्च तिमाही के अंत तक उनकी हिसेदारी लगभग 1.6 फीसदी रह गई है. इसके अलावा उन्होंने राघव प्रोडक्टिविटी एनहांसर्स (Raghav Productivity Enhancers), केनरा बैंक (Canara Bank), फोर्टिस हेल्थकेयर (Fortis Healthcare) और एनसीसी (NCC) में भी अपनी हिस्सेदारी कम की है. रेखा झुनझुनवाला के पति राकेश झुनझुनवाला (Rekha Jhunjhunwala) भी दिग्गज निवेशक थे.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>राघव प्रोडक्टिविटी के शेयर जा रहे थे नीचे&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>ट्रेंडलाइन के डेटा के अनुसार, रेखा झुनझुनवाला की राघव प्रोडक्टिविटी में हिस्सेदारी अब 0.1 फीसदी रह गई है. इसके अलावा केनरा बैंक, फोर्टिस हेल्थकेयर और एनसीसी में उन्होंने 0.6 फीसदी हिस्सेदारी बेची है. साल 2024 में सिलिका रैमिंग मास बनाने वाली कंपनी राघव प्रोडक्टिविटी के शेयर 15 फीसदी नीचे जा चुके हैं. कई निवेशकों ने इस शेयर से दूरी बनानी शुरू कर दी है. केनरा बैंक पिछले वित्त वर्ष से ही लगातार अच्छे रिटर्न दे रहा है. पिछले 12 महीनों में यह 100 फीसदी और इस साल 38 फीसदी ऊपर जा चुका है. रेखा झुनझुनवाला की अब एनसीसी में 12.5 फीसदी और फोर्टिस में 4.1 फीसदी हिस्सेदारी है. </span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>रेखा झुनझुनवाला की नेट वर्थ 50,230 करोड़ रुपये </strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो से जुड़ी यह जानकारी मार्च तिमाही के नतीजों से निकलकर सामने आ रही है. अभी कई और कंपनियों के नतीजे आएंगे. इसके बाद ही उनके पोर्टफोलियो की तस्वीर साफ हो पाएगी. वह लगभग 26 कंपनियों में हिस्सेदार हैं. उनकी नेट वर्थ लगभग 50,230 करोड़ रुपये है. उनके पास टाटा मोटर्स, इंडियन होटल्स, टाइटन, नजारा टेक और डेल्टा कॉर्प जैसी बड़ी कंपनियों की हिस्सेदारी है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/vande-bharat-express-creates-record-and-served-over-2-crore-people-in-5-years-says-indian-railways-2667165″><strong>Indian Railways: वंदे भारत एक्सप्रेस ने बनाया रिकॉर्ड,&nbsp;5 साल में बन गई लोगों की पसंद</strong></a></p>

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सरकार ने दिया झटका, पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाकर 9600 रुपये किया

<p><strong>Windfall Tax:</strong> भारत सरकार ने सोमवार 15 अप्रैल को देश में पेट्रोलियम क्रूड पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स को बढ़ा दिया है. इसे 6800 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 9600 रुपये प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया है. ये आज 16 अप्रैल से लागू हो गए हैं और यह विंडफॉल टैक्स डोमेस्टिकली प्रोड्यूस्ड क्रूड ऑयल यानी देश में उत्पादित कच्चे तेल के लिए है. हालांकि सरकार ने डीजल और एविएशन टरबाइन फ्यूल पर शून्य टैक्स लगाया है यानी इन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा.&nbsp;</p>
<h3><strong>पिछली समीक्षा बैठक में भी बढ़ा था विंडफॉल टैक्स</strong></h3>
<p>इससे समीक्षा बैठक जो 4 अप्रैल 2024 को हुई थी उसमें भी पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाया गया था और इसे 4900 रुपये मीट्रिक टन से बढ़ाकर 6800 रुपये मीट्रिक टन किया गया था.&nbsp;</p>
<h3><strong>कच्चे तेल के दाम में दिख रही है हलचल</strong></h3>
<p>ईरान-इजरायल के बीच चल रहा तनाव इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर असर डाल रहा है. आज ब्रेंट क्रूड 91 डॉलर प्रति बैरल के रेट के आसपास जा रहा है और इसमें तेजी का ही रुख देखा जा रहा है. वैश्विक अस्थिरता का क्रूड ऑयल के भाव पर प्रभाव निगेटिव तौर पर ही पड़ता है और इसके कीमतों में उबाल आता है जैसा इस समय देखा जा रहा है.</p>
<h3><strong>पहले नहीं लगता था विंडफॉल टैक्स</strong></h3>
<p>भारत सरकार हर पखवाड़े यानी 15 दिनो में विंडफॉल टैक्स की दरों की समीक्षा करती है. ध्यान रहे कि भारत सरकार ने जुलाई 2022 में पहली बार कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स लगाया था और इससे पहले ये टैक्स नहीं लगाया जाता था. दरअसल सरकार ने पाया कि कुछ प्राइवेट रिफाइनरीज डीजल, पेट्रोल और एटीएफ की घरेलू बाजार में बिक्री नहीं करके उनका निर्यात कर रही थीं जिससे उन्हें ज्यादा मार्जिन मिल रहे थे. इसके बाद सरकार ने विंडफॉल टैक्स के तौर पर निर्यात पर लगने वाला एक तरह का टैक्स लागू किया जो स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के रूप में लगता है. हर पखवाड़े में अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों को देखकर विंडफॉल टैक्स को घटाने या बढ़ाने का फैसला किया जाता है.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p><a href=”https://www.abplive.com/business/rbi-imposes-restrictions-on-mumbai-based-sarvodaya-co-op-bank-2666478″><strong>रिजर्व बैंक ने इस बैंक पर लिया एक्शन, खाताधारक बस इतनी ही रकम निकाल सकेंगे</strong></a></p>

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Stock Market Opening: बाजार में कमजोरी, सेंसेक्स 73,000 के नीचे फिसला, निफ्टी 150 अंक टूटा

<p style=”text-align: justify;”><strong>Stock Market Opening:</strong> भारतीय शेयर बाजार में कमजोरी का सिलसिला जारी है और आज भी स्टॉक मार्केट गिरावट के साथ खुला है. सेंसेक्स-निफ्टी बड़ी कमजोरी के साथ खुले हैं और 1200 शेयर गिरावट के साथ तो 300 शेयर ही सिर्फ तेजी पर हैं. बैंक निफ्टी में करीब 450 अंकों की गिरावट के चलते बाजार को सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>कैसे खुले आज बाजार</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>बीएसई का सेंसेक्स 507.64 अंकों या 0.69 फीसदी की गिरावट के साथ 72,892 पर जाकर खुला है और एनएसई का निफ्टी 147.20 अंकों या 0.66 फीसदी की कमजोरी के साथ 22,125 के लेवल पर ओपन हुआ है.&nbsp;</p>
<h3><strong>सेंसेक्स के शेयरों का हाल</strong></h3>
<p>सेंसेक्स के 30 में से 10 शेयरों में ही मजबूती देखी जा रही है और 20 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं. चढ़ने वाले शेयरों में टाटा स्टील टॉप गेनर है और इसके साथ मारुति सुजुकी, टाइटन, एमएंडएम, नेस्ले और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं. गिरने वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक 1.48 फीसदी टूटा है बजाज फाइनेंस 1.26 फीसदी नीचे है. इंफोसिस 1.25 फीसदी तो बजाज फिनसर्व 1.07 फीसदी फिसले हैं. कोटक महिंद्रा बैंक 1.06 फीसदी कमजोर है और आईसीआईसीआई बैंक 0.95 फीसदी की गिरावट पर ट्रेड कर रहा है</p>
<h3><strong>NSE निफ्टी के शेयरों की तस्वीर</strong></h3>
<p>एनएसई निफ्टी के 50 में से 22 शेयरों में बढ़त दर्ज की जा रही है और 28 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं. ओएनजीसी टॉप गेनर है और 1.43 फीसदी की बढ़त पर है. इसके साथ आयशर मोटर्स, मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकॉर्प और कोल इंडिया के शेयरों में तेजी देखी जा रही है.</p>
<h3><strong>बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन</strong></h3>
<p>बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 394.44 लाख करोड़ रुपये तक आ चुका है जबकि बाजार के शीर्ष स्तर पर जाने के बाद ये 402 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो गया था. बीएसई पर 2781 स्टॉक्स में ट्रेड हो रहा है और 1779 शेयरों में तेजी देखी जा रही है. आज 907 शेयर गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं और 95 शेयर बिना बदलाव के साथ ट्रेड कर रहे हैं. 84 शेयरों पर अपर सर्किट लगा हुआ है और 41 शेयरों पर लोअर सर्किट लगा हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/windfall-tax-on-petroleum-crude-to-increased-to-9600-metric-ton-effective-from-today-2666492″><strong>सरकार ने दिया झटका, पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाकर 9600 रुपये किया</strong></a></p>

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150 Rupees Flight: बाइक से भी सस्ता प्लेन का सफर, सिर्फ 150 रुपये में मिल रही फ्लाइट  

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>Cheap Air Fare:</strong> हवाई जहाज से उड़ना आज भी करोड़ों भारतीयों का सपना है. मगर, महंगे किराए के चलते लोग हवाई जहाज की बजाय अन्य साधनों से सफर करना पसंद करते हैं. सरकार हवाई किराए को सस्ता करने के लिए समय-समय पर प्रयास करती रहती है. फिर भी यात्रियों की शिकायत बनी रहती है कि एयरलाइन्स त्योहारों, वीकेंड और छुट्टियों के सीजन जैसे तमाम मौकों पर किराए को बेतहाशा बढ़ा देती हैं. हालांकि, आज हम आपको एक ऐसे हवाई रूट की जानकारी देने जा रहे हैं, जहां आप सिर्फ 150 रुपये मूल किराए में सफर कर सकते हैं. सुनकर आपको यकीन नहीं हो रहा होगा मगर, यही सच है. यह रूट असम में लीलाबाड़ी से तेजपुर तक का. इन दोनों शहरों के बीच का हवाई सफर मात्र 50 मिनट का है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>22 रूट पर किराया 1000 रुपये से कम</strong><span style=”font-weight: 400;”>&nbsp;</span></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>लीलाबाड़ी से तेजपुर के अलावा भी देश में ऐसे कई रूट हैं, जहां का बेसिक फेयर 1,000 रुपये से भी कम है. ये सभी रूट क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के तहत चलाए जाते हैं. इस योजना के तहत एयरलाइन को कई तरह के प्रोत्साहन भी मिलते हैं. ट्रेवल पोर्टल इक्सिगो (Ixigo) के अनुसार, देश में कम से कम 22 ऐसे रूट हैं, जहां मूल हवाई किराया 1 हजार रुपये प्रति व्यक्ति से भी कम है. असम में लीलाबाड़ी और तेजपुर को जोड़ने वाली उड़ानों के लिए एक तरफ का किराया सबसे कम 150 रुपये है. इस मार्ग पर उड़ानों का संचालन अलायंस एयर (Alliance Air) करती है. आपको बता दें कि टिकट बुक करते समय मूल किराये में सुविधा शुल्क भी जोड़ा जाता है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>150 रुपये से 199 रुपये के बीच है किराया&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>मोटे तौर पर, इन मार्गों पर रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (RCS) के तहत अधिकतर रूट पर मूल किराया 150 रुपये से 199 रुपये प्रति व्यक्ति के बीच है. ये पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं. दक्षिण में बेंगलुरु-सलेम और कोचीन-सलेम जैसे मार्ग भी हैं, जहां टिकट की कीमतें इतनी सस्ती हैं. गुवाहाटी और शिलॉन्ग से आने-जाने वाली उड़ानों के लिए मूल किराया 400 रुपये है. इम्फाल-आइजोल, दीमापुर-शिलॉन्ग और शिलॉन्ग-लीलाबाड़ी उड़ानों के लिए हवाई किराया 500 रुपये है. बेंगलुरु-सलेम उड़ान के मामले में किराया 525 रुपये है. गुवाहाटी-पासीघाट उड़ान के लिए 999 रुपये है और लीलाबाड़ी-गुवाहाटी मार्ग के लिए यह 954 रुपये है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>उड़ान योजना के तहत मिलता है समर्थन&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>ये उन मार्गों में से हैं, जहां मांग कम है. अन्य परिवहन माध्यमों से इन जगहों पर पहुंचने में 5 घंटे से अधिक समय लगता है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के अनुसार, 31 मार्च, 2024 तक आरसीएस उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत 559 रूट को चिन्हित किया गया है. केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और एयरपोर्ट ऑपरेटर इन उड़ानों के लिए कोई &lsquo;लैंडिंग&rsquo; या &lsquo;पार्किंग&rsquo; शुल्क नहीं लेते. यह सेवा 21 अक्टूबर, 2016 से शुरू हुई थी.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/narendra-modi-said-that-tesla-ceo-elon-musk-is-a-supporter-of-india-2666205″><strong>Narendra Modi: एलन मस्क मोदी के नहीं भारत के सपोर्टर हैं, टेस्ला की एंट्री पर बोले पीएम</strong></a></p>

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Tesla layoffs: टेस्ला में होगी बड़ी छंटनी, एलन मस्क ने दी कर्मचारियों को बुरी खबर  

<p style=”text-align: justify;”><strong>Elon Musk: </strong><span style=”font-weight: 400;”>दिग्गज इलेक्ट्रिक वेहिकल (EV Cars) निर्माता कंपनी टेस्ला में बड़ी छंटनी (Tesla layoffs) होने जा रही है. टेस्ला के सीईओ (Tesla CEO) एलन मस्क ने कंपनी के लगभग 10 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान कर दिया था. इसके लिए इलेक्ट्रिक वेहिकल की डिमांड में आई सुस्ती को जिम्मेदार बताया गया है. एलन मस्क (Elon Musk) ने टेस्ला के कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा है. इसमें कहा गया है कि कंपनी के कई डिपार्टमेंट में एक ही जिम्मेदारी पर कई लोग काम कर रहे हैं. साथ ही कुछ जगहों पर काम करने के तरीके में भी बदलाव की जरूरत महसूस की जा रही है. हमें कठिन फैसला लेते हुए अपनी ग्लोबल वर्कफोर्स (Tesla Employees) में से 10 फीसदी लोगों को नौकरी से निकालना होगा.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>एलन मस्क बोले- तरक्की के लिए कॉस्ट कटिंग जरूरी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>एलन मस्क के अनुसार, टेस्ला अपनी तरक्की के अगले फेज की ओर बढ़ रही है. इसके लिए हमें कॉस्ट कटिंग और प्रोडक्शन बढ़ाने के हर तरीके को आजमाना होगा. हमने अपनी कंपनी का पूरा विश्लेषण किया है. इसमें पाया गया है कि हमें अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 10 फीसदी की कटौती करनी पड़ेगी. मुझे ऐसा निर्णय लेने में नफरत होती है लेकिन, यह बेहद जरूरी है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>कम से कम 14 हजार कर्मचारियों पर गिरेगी गाज&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>टेस्ला में पिछले साल तक 1,40,473 कर्मचारी थे. पिछले 3 साल में यह आंकड़ा दोगुना हो चुका है. कंपनी अपने ऑस्टिन और बर्लिन प्लांट का उत्पादन बढ़ाना चाह रही है. यदि पूरी दुनिया में यह छंटनी लागू होती है तो कम से कम 14 हजार कर्मचारियों की नौकरी जाएगी. पिछले महीने कंपनी ने जो बिक्री आंकड़े जारी किए थे, उनमें बड़ी गिरावट देखी गई थी. चार साल में पहली बार किसी तिमाही में कंपनी की बिक्री घटी थी. कंपनी के साइबरट्रक (Cybertruck) द्वारा अच्छा प्रदर्शन न करने के चलते ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले समय में सेल में और गिरावट आएगी.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>कंपनी के सीएफओ ने जनवरी में ही दे दिए थे संकेत&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर वैभव तनेजा ने जनवरी में कहा था कि हमें एक-एक पैसा बचाने की कोशिश करनी चाहिए. हमारे पास एक मजबूत टीम है, जो इस दिशा में काम कर रही है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले टेस्ला ने साल 2022 में भी लगभग 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की थी. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/150-rupees-flight-you-can-enjoy-cheap-flights-on-these-22-routes-says-ixigo-report-2666321″><strong>150 Rupees Flight: बाइक से भी सस्ता प्लेन का सफर, सिर्फ 150 रुपये में मिल रही फ्लाइट&nbsp;&nbsp;</strong></a></p>

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Vedanta PFC: वेदांता इस बिजनेस का करने वाली है विस्तार, 4 हजार करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी

<p>मेटल से लेकर माइनिंग तक विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी वेदांता अपने पावर जेनरेशन बिजनेस का विस्तार करने जा रही है. इसके लिए अनिल अग्रवाल की कंपनी ने फंड जुटाने की नई योजना तैयार की है. कंपनी की योजना करीब 4 हजार करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की है.</p>
<h3>इस तरह से मिलेगी वेदांता को फंडिंग</h3>
<p>मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, वेदांता ने सरकारी फाइनेंशर पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) से फंड जुटाने जा रही है. यह फंड लंबी अवधि के कर्ज के रूप में मिलेगा. इसके तहत कंपनी कम से कम 3,918 करोड़ रुपये का कर्ज लेने वाली है. कर्ज की रकम 4 हजार करोड़ रुपये तक हो सकती है. वेदांता को पीएएफसी से यह फंड 11 साल के कर्ज के रूप में मिलेगा.</p>
<h3>वेदांता का पावर बिजनेस पर फोकस</h3>
<p>वेदांता अपने पावर जेनरेशन बिजनेस पर फिर से फोकस कर रही है. बिजली उत्पादन के क्षेत्र में बढ़ी प्रतिस्पर्धा के बीच वेदांता अपनी पावर जेनरेशन की क्षमता को बढ़ाना चाह रही है. बताया जा रहा है कि पीएफसी से लोन के रूप में मिलने वाले हजारों करोड़ रुपये के फंड का इस्तेमाल वेदांता इसी उद्देश्य में करने वाली है.</p>
<h3>क्षमता में इतना विस्तार करने की योजना</h3>
<p>अनिल अग्रवाल के वेदांता समूह ने अपने पावर बिजनेस की ऑपरेटिंग कैपेसिटी को वित्त वर्ष 2026-27 तक बढ़ाकर 4.8 गीगावाट करने की योजना तैयार की है. इसके लिए पहले ही कुछ नए प्लांट खरीदे जा चुके हैं. वेदांता ने कुछ समय पहले ही आंध्र प्रदेश में मीनाक्षी एनर्जी लिमिटेड और छत्तीसगढ़ में एथीना पावर का अधिग्रहण किया है. मीनाक्षी एनर्जी के प्लांट की क्षमता 1 गीगावाट की और एथीना पावर के प्लांट की क्षमता 1.2 गीगावाट की है.</p>
<h3>अभी नहीं हुई है आधिकारिक पुष्टि</h3>
<p>इस डील के बारे में अभी तक न तो वेदांता ने और न ही पीएफसी ने आधिकारिक तौर पर कुछ कहा है. खबरों में दावा किया जा रहा है कि वेदांता इस फंड का इस्तेमाल आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ स्थित पावर प्लांट की क्षमता का विस्तार करने में करेगी. वेदांता ने मीनाक्षी एनर्जी का अधिग्रहण पिछले साल दिसंबर में एनसीएलटी की इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया के तहत किया था. वहीं एथीना पावर का अधिग्रहण 565 करोड़ रुपये में अगस्त 2022 में किया गया था.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”गुजरात का अरबपति बना संन्यासी, दान कर दी 200 करोड़ रुपये की पूरी संपत्ति” href=”https://www.abplive.com/business/billionaire-from-gujarat-bhavesh-bhandari-donates-200-crore-property-to-become-monk-2665578″ target=”_blank” rel=”noopener”>गुजरात का अरबपति बना संन्यासी, दान कर दी 200 करोड़ रुपये की पूरी संपत्ति</a></strong></p>

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Affordable Homes: कम हो रहे हैं सस्ते घरों के खरीदार, साल भर में आधी से भी नीचे आई बिक्री

<p>रियल एस्टेट सेक्टर में ओवरऑल तेजी के बीच किफायती घरों की बिक्री में लगातार कमी आ रही है. एक ताजी रिपोर्ट में इस बारे में चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं. रिपोर्ट बताती है कि मार्च 2024 में समाप्त हुई तिमाही के दौरान किफायती घरों की बिक्री में आधी से ज्यादा गिरावट आई. वहीं दूसरी ओर लग्जरी घरों की डिमांड मजबूत बनी हुई है.</p>
<p>पीटीआई की एक रिपोर्ट में हाउसिंग ब्रोकरेज फर्म प्रॉपटाइगर के हवाले से बताया गया है कि जनवरी-मार्च 2024 की तिमाही के दौरान घरों की कुल बिक्री में किफायती घरों का शेयर कम होकर 22 फीसदी पर आ गया. इससे एक साल पहले की समान तिमाही जनवरी-मार्च 2023 में कुल बिक्री में किफायती घरों का हिस्सा 48 फीसदी रहा था.</p>
<h3>2024 की पहली तिमाही में बिक्री</h3>
<p>प्रॉपटाइगर के आंकड़ों की मानें तो जनवरी से मार्च 2024 के तीन महीनों के दौरान देश के 8 प्रमुख शहरों में कुल 1 लाख 20 हजार 640 घरों की बिक्री हुई. यह साल भर पहले की समान अवधि की तुलना में घरों की 41 फीसदी ज्यादा बिक्री है. साल भर पहले जनवरी-मार्च 2023 के दौरान प्रमुख 8 शहरों में घरों की कुल बिक्री 85 हजार 840 यूनिट की रही थी.</p>
<h3>सस्ते घरों की डिमांड में नरमी</h3>
<p>मार्च 2024 की तिमाही में घरों की हुई कुल बिक्री में 25 लाख रुपये से नीचे के घरों की हिस्सेदारी 5 फीसदी रही. लो-कॉस्ट हाउसिंग कैटेगरी यानी 25 लाख रुपये से सस्ते घरों ने साल भर पहले घरों की कुल बिक्री में 15 फीसदी योगदान दिया था. इसी तरह 25 लाख रुपये से 45 लाख रुपये तक के घरों की कुल बिक्री में हिस्सेदारी इस दौरान साल भर पहले के 23 फीसदी से कम होकर 17 फीसदी पर आ गई. 45 लाख रुपये से नीचे के घरों को अफोर्डेबल यानी किफायती सेगमेंट में गिना जाता है.</p>
<h3>महंगे घरों की तेज हुई डिमांड</h3>
<p>महंगे घरों के मामले में इस दौरान अलग ही ट्रेंड देखने को मिला है. प्रॉपटाइगर के अनुसार, जनवरी-मार्च 2024 की तिमाही में 45 लाख रुपये से 75 लाख रुपये तक की कैटेगरी में घरों की बिक्री लगभग फ्लैट रही है और कुल बिक्री में उनका हिस्सा 26 फीसदी बना रहा है. 75 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक के घरों का शेयर इस दौरान 12 पर्सेंट से बढ़कर 15 पर्सेंट पर पहुंच गया है. वहीं 1 करोड़ रुपये से ऊपर के घरों के मामले में कुल बिक्री में शेयर साल भर पहले के 24 फीसदी से बढ़कर 37 फीसदी पर पहुंच गया है.</p>
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