Cigarette नहीं, अब Vaping बना रही है बच्चों को बीमार, एक मां का दर्द सुन कांप जाएंगे आप

Health

Popcorn Lung Disease : अमेरिका की रहने वाली एक मां ने ई-सिगरेट और वैंपिंग (Vaping) के खतरों को लेकर गंभीर चेतावनी दी है. उनकी 17 साल की बेटी को वैंपिंग की वजह से एक खतरनाक और जिंदगीभर रहने वाली फेफड़ों की बीमारी हो गई. यह बीमारी पॉपकॉर्न लंग (Popcorn Lung) है. यह बीमारी बेहद खतरनाक है. इसमें थकान, बुखार और सांस फूलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. कई बार तो ये जानलेवा भी हो सकती है. आइए जानते हैं पूरा केस…

क्या है पूरा मामला

US में नेवादा (Nevada) की रहने वाली ब्रियान कलेन (Brianne Cullen) ने महज 14 साल की उम्र में वैंपिंग शुरू की थी. कोविड लॉकडाउन के बाद वह स्कूल में तनाव से बचने के लिए चोरी-छिपे डिस्पोजेबल वेप का इस्तेमाल करती थी. करीब तीन साल तक रोजाना 25 डॉलर यानी करीब 2,100 रुपए की ई-सिगरेट पीनेके बाद एक दिन उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई.

चार महीने पहले की बात है, जब ब्रियान ने घबराकर अपनी मां क्रिस्टी मार्टिन को फोन किया और कहा कि वह सांस नहीं ले पा रही है. तुरंत अस्पताल ले जाने पर कई टेस्ट और स्कैन के बाद डॉक्टरों ने बताया कि उसे ब्रॉन्कियोलाइटिस ऑब्लिटेरन्स (Bronchiolitis Obliterans) नाम की गंभीर बीमारी हो गई है. इसे पॉपकॉर्न लंग भी कहा जाता है.

डॉक्टरों की चेतावनी

ब्रियान को इनहेलर और स्टेरॉइड्स दिए गए हैं ताकि सूजन कम हो और सांस लेने में मदद मिल सके. डॉक्टरों ने कहा कि शुरुआत में पकड़ लेने से स्थिति काबू में है, लेकिन यह बीमारी पूरी तरह ठीक नहीं होती और आगे चलकर कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है.

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पॉपकॉर्न लंग कितनी खतरनाक बीमारी

ब्रॉन्कियोलाइटिस ऑब्लिटेरन्स या पॉपकॉर्न लंग एक दुर्लभ लेकिन गंभीर फेफड़ों की बीमारी है, जिसमें फेफड़ों की सबसे छोटी सांस नलिकाएं (Bronchioles) सूजन और स्कारिंग के कारण क्षतिग्रस्त हो जाती हैं. इस बीमारी का कोई स्थायी इलाज नहीं है. कुछ मामलों में फेफड़ों का ट्रांसप्लांट तक करना पड़ सकता है.

पॉपकॉर्न लंग बीमारी के लक्षण क्या हैं

लगातार खांसी

सांस फूलना

थकान

बुखार

रात को पसीना आना

शरीर पर रैशेज

वैंपिंग क्यों खतरनाक होता है

एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैंपिंग में इस्तेमाल होने वाले कुछ लिक्विड्स में डायएसिटाइल (Diacetyl) नाम का केमिकल होता है, जो पॉपकॉर्न लंग से जुड़ा हो सकता है. यह वही केमिकल है, जिससे अमेरिका के मिसौरी में पॉपकॉर्न फैक्ट्री के कर्मचारियों को भी यह बीमारी हो गई थी. यूरोप में 2016 से इस रसायन को ई-सिगरेट में बैन किया जा चुका है, लेकिन अमेरिका में अब भी यह कुछ प्रोडक्ट्स में पाया जाता है.

ब्रियान की मां की अपील, बच्चों को वैंपिंग से बचाएं

अपनी बच्ची को पॉपकॉर्न लंग डिजीज होने के बाद क्रिस्टी मार्टिन अब मिशन पर हैं. वह दूसरे पैरेंट्स से अपील कर रही हैं कि वे अपने बच्चों को वैंपिंग से दूर रखें. वह कहती हैं, कि अगर समय पर यह बीमारी पकड़ में नहीं आती, तो शायद उनकी बेटी आज जिंदा नहीं होती. इसलिए हर किसी को अपने बच्चों को समझाना चाहिए और उनका पूरा साथ देना चाहिए. ताकि वह इस तरह की आदतों में न फंसे.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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