टैरिफ को लेकर पहली बार अमेरिका के साथ ताइवान ने की बात, वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दोनों देशों के अधिकारी आए आमने-सामने

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Trump Tariff: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी को लेकर ताइवान के अधिकारियों ने अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ पहली बार शुक्रवार को बातचीत की. दोनों ही पक्ष इस पर आगे की चर्चाओं के लिए  तैयार हैं. सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का किंग माने जाने वाले ताइवान पर 32 परसेंट टैरिफ लगाया है. इसे अनुचित मानते हुए ताइवान ने अमेरिकी उत्पादों पर जीरो टैरिफ और अमेरिका से अधिक खरीद और निवेश की पेशकश की. 

इन चीजों पर हुई दो देशों की बातचीत

ताइवान के ट्रेड नेगोशिएशंस ऑफिस ने एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर रॉयटर्स को दिए अपने एक बयान में कहा कि उनके अधिकारियों ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात की. यह बातचीत ताइवान और अमेरिका के बीच रेसिप्रोकल टैरिफ सहित कई अन्य व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर बात की. बताया गया, दोनों पक्ष आगे आने वाले समय में इस पर आगे बातचीत जारी रखने और ताइवान और अमेरिका के बीच एक मजबूत और स्थिर आर्थिक और व्यापार संबंध बनाने के लिए तत्पर हैं. 

अमेरिका से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट की ताइवान की मांग

बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ने भारत सहित 75 देशों को टैरिफ से 90 दिनों की राहत देते हुए चीन पर भारी-भरकम 125 परसेंट का टैरिफ ठोक दिया. ताइवान और अमेरिका के बीच भले ही कोई औपचारिक राजनयिक संबंध नहीं है, लेकिन बावजूद इसके दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट चिपमेकर कंपनी TSMC का घर ताइवान लंबे समय से अमेरिका के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते की मांग कर रहा है.

बता दें कि चीन से संभावित खतरे का सामना करने के लिए ताइवान अमेरिका से बड़ी मात्रा में हथियार मंगाए हैं. ताइवान को चीन से सैन्य और राजनीतिक दबाव का लगातार सामना करना पड़ता है क्योंकि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, जबकि ताइवान का कहना है कि उनका भविष्य केवल यहां के लोग तय करेंगे.  

 

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