Mango in Diabetes : गर्मियों में आम खाना हर किसी की पसंद होती है. इसका मीठा स्वाद, खुशबू और पोषण गुण इसे फलों का राजा बनाते हैं. लेकिन डायबिटीज के मरीजों के मन में यह सवाल जरूर आता है कि क्या हम आम खा सकते हैं? क्योंकि आम में प्राकृतिक शुगर की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकती है. आइए जानते हैं क्या डायबिटीज में आम खा सकते हैं या नहीं?
आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स और लोड क्या है?
आप का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 51–56 है, जो मध्यम श्रेणी में आता है. वहीं, ग्लाइसेमिक लोड लगभग 8.5 है. ऐसे में इसका कम मात्रा में लेना स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित होता है. इसका मतलब है कि अगर आप आम को सीमित मात्रा में खाते हैं, तो यह ब्लड शुगर पर अधिक असर नहीं डालेगा.
इन शर्तों पर खा सकते हैं आम
सीमित मात्रा में खाएं – एक बार में 100 ग्राम यानि आधा छोटा आम या 2–3 स्लाइस से ज्यादा न लें.
खाने का समय – आम को भोजन के साथ न खाएं. दो मेड फूड के बीच में स्नैक की तरह खाएं.
फाइबर या प्रोटीन के साथ खाएं – आम के साथ मूठी भर भीगे चने, मूंगफली या दही लें, जिससे शुगर स्पाइक कम हो.
पका हुआ, ताजा आम ही खाएं – डिब्बाबंद आम, मैंगो शेक या आम से बनी मिठाइयों से परहेज करें. हमेशा पका हुआ फ्रेश आम ही खाएं.
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किसे नहीं खाना चाहिए आम?
अगर आपका ब्लड शुगर हमेशा अनियंत्रित होता है, तो ऐसी स्थिति में इसका सेवन न करें.
इसके अलावा जिन लोगों के इंसुलिन डोज में बार-बार बदलाव करना पड़ता है, उन्हें भी इसके सेवन से बचना चाहिए.
गर्भवती डायबिटिक महिलाएं, बिना डॉक्टर की सलाह के आम न खाएं.
सही मात्रा में आम खाने के फायदे?
आम खाने से आपके शरीर को विटामिन ए और सी भरपूर रूप से प्राप्त होता है, जिससे काफी परेशानी दूर हो सकती है. यह एंटीऑक्सिडेंट्स से युक्त होता है, जो आपकी कमजोर इम्यूनिटी बूस्ट हो सकती है. इसमें मौजूद फाइबर पाचन के लिए बेहतर होता है. गर्मियों में शरीर को ठंडक और ऊर्जा देता है.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.