भारतीय शेयर बाजार में 23 मई 2025 को मजबूती देखने को मिली, जिसमें ITC लिमिटेड के शेयर ने शानदार प्रदर्शन किया. कंपनी के शेयर की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिसके पीछे कई अहम कारण हैं, जैसे बेहतरीन तिमाही नतीजे, डिविडेंड की घोषणा और नई कंपनियों का अधिग्रहण. आइए, विस्तार से जानते हैं कि क्या ITC के शेयर की यह रफ्तार आगे भी बरकरार रह सकती है.
मजबूत तिमाही नतीजों ने बढ़ाई निवेशकों की उम्मीदें
ITC ने मार्च 2025 तिमाही के नतीजे पेश किए, जिसमें कंपनी की कुल आय में 10 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई. कंपनी का राजस्व 203.7 अरब रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी बेहतर है. इसके अलावा, ITC के अलग-अलग कारोबारों, जैसे एग्री-बिजनेस, सिगरेट और FMCG (फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स) सेक्टर ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
हालांकि, कंपनी का शुद्ध लाभ 198 अरब रुपये रहा, जिसमें 151.8 अरब रुपये का एकमुश्त लाभ (होटल बिजनेस के डिमर्जर से प्राप्त) शामिल था. अगर इस एकमुश्त लाभ को हटा दें, तो ITC का कोर प्रॉफिट 46.6 अरब रुपये रहा, जो बाजार की अपेक्षाओं के अनुरूप था.
डिविडेंड की घोषणा ने बढ़ाया निवेशकों का भरोसा
ITC ने अपने शेयरधारकों को 7.85 रुपये प्रति शेयर का इंटरिम डिविडेंड देने की घोषणा की है. इससे पहले, फरवरी 2025 में भी 6.50 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड दिया गया था. इस तरह, वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 14.35 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड मिलेगा.
शेयर के वर्तमान भाव (436.30 रुपये) के आधार पर, यह डिविडेंड यील्ड लगभग 3.3 फीसदी है, जो कई बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से भी अधिक है. यही कारण है कि निवेशकों का रुझान ITC के शेयरों की ओर बढ़ा है.
नए अधिग्रहणों से बढ़ी ग्रोथ की संभावनाएं
ITC ने हाल ही में कई नई कंपनियों का अधिग्रहण किया है, जिससे उसके कारोबार का विस्तार हुआ है. इनमें 24 मंत्रा ऑर्गेनिक, मदर स्पर्श और प्रसूमा (मीटिगो) शामिल हैं. इसके अलावा, कंपनी ने पेपर और पैकेजिंग सेक्टर में भी एक बड़ा सौदा किया है. ये सभी कदम ITC के लिए नए रेवेन्यू स्ट्रीम बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं.
चुनौतियां भी हैं मौजूद
हालांकि ITC का प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं. सिगरेट बिजनेस पर सरकारी नियमों का दबाव – सरकार द्वारा तंबाकू उत्पादों पर लगातार टैक्स बढ़ाए जाने और सख्त नियमों का असर ITC के इस सेगमेंट पर पड़ सकता है.
FMCG सेक्टर में प्रतिस्पर्धा भी है. HUL, Nestle और अन्य कंपनियों के साथ मुकाबला बढ़ने से ITC को अपने प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग और इनोवेशन पर ज्यादा ध्यान देना होगा. एनालिस्ट्स का मानना है कि ITC के शेयर में अभी और तेजी आ सकती है, क्योंकि होटल बिजनेस का डिमर्जर अलग से कंपनी बनने के बाद ITC के शेयरधारकों को अतिरिक्त लाभ मिल सकता है. FMCG और एग्री-बिजनेस में ग्रोथ की संभावनाएं मजबूत हैं. डिविडेंड यील्ड अभी भी आकर्षक है, जो लॉन्ग-टर्म निवेशकों को रिटर्न दे सकता है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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