सर्दी-खांसी हो या जुकाम, अधिकतर लोग लक्षणों को देखकर केमिस्ट से ही दवा ले आते हैं. यहां तक कि दिक्कत ज्यादा होने पर भी डॉक्टर के पास नहीं जाते. कई बार ऐसी हरकतें जिंदगी पर भारी पड़ सकती हैं. दरअसल, कुछ ऐसा ही मामला ब्रिटेन के कुम्ब्रिया में सामने आया है. यहां एक महिला क्रिसमस पार्टी के दौरान बीमार हुई तो उसने दिक्कत को फूड पॉइजनिंग का लक्षण समझ लिया. अब जांच में सामने आया कि वह बेहद खतरनाक कैंसर से जूझ रही थी और इसकी वजह से उसके कई अंग खराब हो गए. आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है?
ऐसे बिगड़ गई यूके की महिला की हालत
टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, कुम्ब्रिया में रहने वाली 39 साल की रेबेका हिंद दिसंबर 2018 के दौरान ऑफिस की क्रिसमस पार्टी में गई थीं. उस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई. रेबेका को लगा कि पार्टी की वजह से उन्हें फूड पॉइजनिंग हो गई है. उनकी टेंशन उस वक्त बढ़ी, जब ये लक्षण करीब आठ हफ्ते बाद भी बरकरार रहे. जांच के दौरान रेबेका को स्यूडोमाइक्सोमा पेरिटोनी (PMP) नाम की खतरनाक बीमारी होने का पता चला, जो बेहद दुर्लभ बीमारी है.
महिला ने नहीं हारी हिम्मत
यह बीमारी करीब 10 लाख लोगों में एक को होती है. दरअसल, यह बेहद दुर्लभ कैंसर है, जिसके इलाज के चलते रेबेका के शरीर के 13 अंग निकाल दिए गए हैं. रेबेका ने बताया, ‘जब मुझे इस बीमारी का पता चला तो मैं काफी परेशान हो गई. हालांकि, मैंने हिम्मत नहीं हारी. अब जिंदगी ने इस मोड़ पर पहुंचा दिया है तो इसका भी सामना किया जाएगा.’
कितनी गंभीर है यह बीमारी?
पीपल की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएमपी बेहद दुर्लभ म्यूसिनस कैंसर है, जो म्यूसिन नाम के गाढ़े पदार्थ की वजह से पेट में फैलता है. म्यूसिन बलगम में पाया जाता है. इसकी वजह से पेट में सूजन, दर्द, उल्टी और भूख लगने में बदलाव आदि होने लगता है. रेबेका के मामले में जब तक कैंसर का पता लग पाया, वह काफी बुरी तरह फैल चुका था.
महिला के ये अंग हो गए खराब
अप्रैल 2019 के दौरान रेबेका का पहला मेजर ऑपरेशन हुआ, जिसमें उनके शरीर से एपेंडिक्स, नाभि, छोटी ग्रंथि और 1.6 गैलन से ज्यादा म्यूसिन निकाला गया. इसके बाद आठ बार उनकी कीमोथैरेपी हुई. नवंबर 2019 के दौरान रेबेका का दूसरा बड़ा ऑपरेशन हुआ. उस दौरान कैंसर फैलने की वजह से उनके शरीर से गॉलब्लैडर, स्पलीन, बड़ी आंत, गर्भाशय, अंडाशय, फेलोपिन ट्यूब, सर्विक्स, रेक्टम, पेट का कुछ हिस्सा और छोटी आंत को निकाल दिया गया.
अब ऐसी है महिला की हालत
इस खतरनाक कैंसर से जूझते हुए रेबेका को रोजाना 50 से 60 गोलियां खानी पड़ती हैं, जिनमें पेन किलर और हार्मोन थैरेपी शामिल है. वह कहती हैं, ‘इस साल मेरी उम्र 40 हो गई और इस बीमारी से लड़ने के लिए मैं पूरी तरह तैयार हूं.’
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