How To Become Fighter Pilot In Indian Airforce: पहलगाम हमले में 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की बेरहमी से हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था. इस हमले का करारा जवाब भारतीय सेना ने 7 मई 2025 को दिया, जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर उन्हें तबाह कर दिया. हाई-टेक मिसाइल से हुए इस सटीक हमले ने साबित कर दिया कि भारतीय वायुसेना किसी भी चुनौती का जवाब देने में सक्षम है. इस साहसिक कार्रवाई के बाद देशभर के युवाओं में फाइटर पायलट बनने का जुनून और भी ज्यादा बढ़ गया है. ऐसे में आइए जानते हैं कैसे आप फाइटर प्लेन पायलट बन सकते हैं…
फाइटर पायलट बनने के लिए सबसे पहले आपको 10+2 में फिजिक्स और मैथमेटिक्स के साथ पढ़ाई करनी होगी. इसके बाद आपकी एंट्री की राह आपकी योग्यता पर निर्भर करती है.कैंडिडेट्स 12वीं पास करने के बाद UPSC की NDA परीक्षा देकर आप वायुसेना में शामिल हो सकते हैं. ग्रेजुएशन के बाद UPSC की तरफ से आयोजित CDS परीक्षा आपके लिए एक और रास्ता है.
उम्मीदवार AFCAT (Air Force Common Admission Test) यह परीक्षा वायुसेना खुद साल में दो बार कराती है. इसके जरिए भी वायु सेना में शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा NCC ‘C’ सर्टिफिकेट वाले उम्मीदवार डायरेक्ट NCC स्पेशल एंट्री से शामिल हो सकते हैं. लिखित परीक्षा पास करने के बाद सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (SSB) द्वारा आपकी पर्सनैलिटी, निर्णय क्षमता और नेतृत्व कौशल की परीक्षा ली जाती है.
मेडिकल और PABT टेस्ट
SSB के बाद आपको मेडिकल टेस्ट पास करना होता है. फाइटर पायलट के लिए फिटनेस बेहद जरूरी है. साथ ही PABT (Pilot Aptitude Battery Test) के जरिए आपकी फ्लाइंग क्षमता भी जांची जाती है.
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खास है ट्रेनिंग
जो उम्मीदवार सभी चरणों में सफल होते हैं, उन्हें हैदराबाद की एयर फोर्स एकेडमी में ट्रेनिंग दी जाती है. यहां बेसिक से लेकर एडवांस लेवल तक की फ्लाइंग ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें लड़ाकू विमान उड़ाने की तकनीक सिखाई जाती है.
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