भारत में शादी सिर्फ दो लोगों का साथ नहीं, बल्कि पूरे खानदान की शान होती है. बड़े-बड़े मंडप, थीम डेकोरेशन, डेस्टिनेशन वेन्यू, ब्राइडल एंट्री से लेकर शानदार खाना, हर चीज़ में परफेक्शन चाहिए. लेकिन इस परफेक्शन की कीमत भी बड़ी होती है. WedMeGood की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में सिर्फ अक्टूबर से दिसंबर के बीच भारत में लगभग 48 लाख शादियां हुईं और इससे 6 लाख करोड़ रुपये का बिज़नेस हुआ.
खैर, अगर आप भी शादी करने वाले हैं और इस लंबे खर्च को लेकर टेंशन में हैं तो आपकी टेंशन अब दूर हो सकती है. दरअसल, बाजार में कई बैंक्स ऐसे हैं, जो मैरिज लोन देते हैं. चलिए, आपको बताते हैं कि कैसे आप अपनी शानदार शादी के लिए मैरिज लोन ले सकते हैं.
एक औसत भारतीय शादी में कितना खर्च होता है?
आजकल एक सामान्य शादी का बजट 5 लाख से शुरू होकर 20 लाख तक पहुंचता है, लेकिन जैसे ही बात डेस्टिनेशन वेडिंग की आती है, यह खर्च 1 करोड़ तक भी जा सकता है. WedMeGood की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2024 में एक शादी पर औसतन 36.5 लाख का खर्च दर्ज किया गया, जो 2023 की तुलना में 7 फीसदी ज़्यादा है. वहीं डेस्टिनेशन वेडिंग्स में यह आंकड़ा 51 लाख तक जा पहुंचा है. बढ़ती महंगाई, वेन्यू और कैटरिंग जैसे हॉस्पिटैलिटी चार्ज में बढ़ोतरी के कारण यह खर्च हर साल तेज़ी से बढ़ता जा रहा है.
मैरिज लोन बनेगा सहारा
जब शादी का खर्च इतनी ऊंचाई पर पहुंच जाए कि सेविंग्स कम पड़ जाएं, तब लोग ‘मैरिज लोन’ की ओर रुख करते हैं. यह एक पर्सनल लोन होता है जिसे खासतौर पर शादी से जुड़े खर्चों के लिए लिया जाता है. जैसे कि शादी का वेन्यू, डेकोरेशन, कपड़े, फोटोग्राफी, ब्राइडल एंट्री या फिर मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था, सबकुछ इस लोन से मैनेज किया जा सकता है.
लोन लेना अब पहले से कहीं ज्यादा आसान
अब डिजिटल युग में लोन लेना पहले जैसा जटिल नहीं रहा. अब महज कुछ क्लिक में मैरिज लोन लिया जा सकता है. कोई लंबी कागजी कार्रवाई नहीं, बस बेसिक जानकारी भरिए, KYC कीजिए और अपनी EMI योजना चुनिए. कुछ ही मिनटों में पैसा सीधे आपके खाते में ट्रांसफर हो सकता है. यहां तक कि 15 लाख तक के लोन 12 फीसदी सालाना की शुरुआती ब्याज दर पर उपलब्ध हैं, वो भी बिना किसी छिपे हुए शुल्क के.
कौन ले सकता है मैरिज लोन?
भारत में मैरिज लोन के लिए आवेदन करने वालों की उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए और वे भारतीय नागरिक होने चाहिए. साथ ही, एक स्थिर आय का स्रोत, चाहे वह नौकरी हो या व्यवसाय, अनिवार्य होता है. बेहतर क्रेडिट स्कोर (750 या उससे ऊपर) होने से लोन मिलने की संभावना और ब्याज दर दोनों बेहतर हो जाते हैं. कुछ बैंक जैसे HDFC अपने मौजूदा सैलरी अकाउंट होल्डर्स को प्राथमिकता देते हैं और उन्हें इंस्टेंट लोन सुविधा भी देते हैं.
क्या है ब्याज दर और लोन अवधि?
भारत में मैरेज लोन पर ब्याज दरें 10 फीसदी से लेकर 24 फीसदी सालाना तक हो सकती हैं, जो कि आपकी आय, क्रेडिट स्कोर और बैंक के नियमों पर निर्भर करती हैं. आमतौर पर लोन की अवधि 12 महीने से 60 महीने तक रखी जाती है, जिससे आपको किस्तों में लचीलापन मिलता है.
शादी के लिए लोन लें या न लें?
हालांकि मैरिज लोन कई बार आर्थिक बोझ को कम करने में सहायक साबित होता है, लेकिन यह एक ज़िम्मेदारी भी है. आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप केवल उतना ही लोन लें जितनी ज़रूरत हो और समय पर उसका भुगतान कर सकें. ब्याज दरों की तुलना करके सही विकल्प चुनना और EMI प्लान को अपनी आय के अनुसार तय करना भी बेहद ज़रूरी है.
ये भी पढ़ें: क्या बंद होने जा रहा है ये सिक्का? सरकार को हो रहा था करोड़ों का नुकसान, 1973 में किया गया था जारी