रात में नजर आते हैं लिवर डैमेज के ये लक्षण, 99 पर्सेंट लोग इन्हें कर देते हैं इग्नोर

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लिवर हमारे शरीर का अहम अंग है, जो डिटॉक्सिफिकेशन, पाचन और मेटाबॉलिज्म जैसे कई जरूरी काम करता है. हालांकि, मॉडर्न लाइफस्टाइल, अनहेल्दी डाइट और ज्यादा शराब पीने से लिवर को काफी नुकसान पहुंचता है. कई रिसर्च में सामने आया है कि लिवर डैमेज के कई लक्षण रात के समय ज्यादा स्पष्ट रूप से नजर आते हैं, लेकिन 99% लोग इन्हें सामान्य थकान या छोटी दिक्कत समझकर नजरअंदाज कर देते हैं. यदि इन लक्षणों को समय पर पहचान लिया जाए तो लिवर डैमेज को शुरुआती चरण में ही रोका जा सकता है.

रात में ज्यादा पसीना आना

डॉक्टरों के मुताबिक, जब लिवर काफी ज्यादा डैमेज हो जाता है तो रात के वक्त काफी पसीना आने लगता है. ऐसी हालत तब होती है, जब लिवर ठीक तरह से विषाक्त पदार्थों को फिल्टर नहीं कर पाता, जिसकी वजह से शरीर का तापमान नियंत्रण बिगड़ जाता है. कई बार तो इतना ज्यादा पसीना आ सकता है कि बिस्तर और कपड़े पूरी तरह भीग जाते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह लक्षण सर्कैडियन रिदम में गड़बड़ी और मेलाटोनिन मेटाबॉलिज्म में कमी के कारण होता है, जिसका कनेक्शन लिवर डिसफंक्शन से होता है.

रात में बार-बार पेशाब आना

रात में बार-बार पेशाब के लिए उठने को मेडिकल टर्म में नोक्टुरिया कहा जाता है. यह लिवर डैमेज का शुरुआती सिग्नल हो सकता है. दरअसल, डैमेज लिवर पर्याप्त मात्रा में एल्ब्यूमिन प्रोटीन नहीं बना पाता, जो खून की धमनियों में फ्लूड को बनाए रखने में मदद करता है. बार-बार पेशाब आने से फ्लूड टिशूज में रिस सकता है, जिससे ब्लैडर पर प्रेशरपड़ता है और रात में बार-बार पेशाब के लिए जाना पड़ता है.

रात में स्किन पर खुजली आना

लिवर डैमेज के कारण बाइल सॉल्ट्स शरीर में जमा हो सकते हैं, जिसकी वजह से स्किन में तेज खुजली होती है. यह दिक्कत रात में ज्यादा परेशान करती है. यह खुजली अक्सर हथेलियों, पैरों के तलवों या पूरे शरीर में हो सकती है. यह लक्षण न केवल नींद खराब करता है, बल्कि लिवर की गंभीर स्थिति जैसे सिरोसिस या हेपेटाइटिस का संकेत भी हो सकता है. 

रात में बार-बार नींद टूटना

क्रॉनिक लिवर डिजीज (CLD) से पीड़ित 60-80% मरीजों को नींद की समस्या जैसे अनिद्रा, देर से नींद आना या बार-बार जागना का सामना करना पड़ता है. यह लक्षण लिवर की मेलाटोनिन मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी के कारण होता है. लिवर डैमेज होने पर मेलाटोनिन का लेवल दिन में बढ़ जाता है और रात में घट जाता है. इसकी वजह से सर्कैडियन रिदम बिगड़ जाता है. ऐसे में रात में नींद न आना या बेचैनी रहने की शिकायत रहती है.

रात में पैरों में ऐंठन या रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम

लिवर डैमेज के कारण विषाक्त पदार्थों का निर्माण और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन पैरों में ऐंठन या रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम का कारण बन सकता है. यह लक्षण रात में ज्यादा परेशान करता है, जिससे नींद में बाधा पड़ती है. यह स्थिति लिवर फेल्योर के एडवांस्ड स्टेज में कॉमन है. इसकी वजह से मांसपेशियों में दर्द या बेचैनी हो सकती है.

रात में पेट में दर्द या सूजन

लिवर डैमेज के कारण पेट में फ्लूड का जमाव हो सकता है, जिसे मेडिकल टर्म में एसाइट्स कहा जाता है. दरअसल, बिस्तर पर लेटते वक्त पेट में सूजन या ज्यादा प्रेशर महसूस हो सकती है, जिससे नींद में परेशानी होती है. यह लक्षण सिरोसिस जैसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है.

रात में थकान या कमजोरी

लिवर डैमेज के कारण शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं, जिससे रात में भी अत्यधिक थकान या कमजोरी महसूस होती है. यह थकान सामान्य थकान से अलग होती है, क्योंकि यह नींद के बाद भी बनी रहती है. यह दिक्कत लिवर की एनर्जी स्टोरेज और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म के प्रोसेस में कमी के कारण होती है.

रात में भ्रम या दिशाभ्रम

लिवर डैमेज जब एडवांस्ड स्टेज में पहुंच जाता है तो रात के वक्त भ्रम, दिशाभ्रम या मानसिक अस्पष्टता के लक्षण दिख सकते हैं. दरअसल, लिवर की खराबी के कारण खून में अमोनिया का स्तर बढ़ जाता है, जो दिमाग के काम को प्रभावित करता है. यह लक्षण रात में अधिक स्पष्ट हो सकता है, क्योंकि नींद में गड़बड़ी इसे और बढ़ा देती है.

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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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