राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सभी व्यापारिक साझीदार देशों पर बुधवार को नए टैरिफ लगाने का एलान किया. व्हाइट हाउस के रोज गार्ड में एलान करते हुए ट्रंप ने कहा कि चीन ने आयातित सामानों पर 34% टैक्स लगाया जाएगा. जबकि यूरोपीय देश समेत अन्य पर 20% टैरिफ लगेगा. उनके इस एलान से एक तरफ जहां वैश्विक अर्थव्यवस्था को खतरा पैदा हो गया है, तो वहीं दूसरी तरफ ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ गई है.
बुधवार को ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर दस्तखत करते हुए इसे लिबरेशन डे यानी मुक्त दिवस करार दिया और कहा कि 2 अप्रैल 2025 अमेरिक उद्योग के लिए पुनर्जन्म होगा. अमेरिका में सभी आयातित सामानों पर 10% बेसलाइन टैरिफ लगाया जाएगा, जिसका सीधा असर 180 से ज़्यादा देशों पर पड़ेगा. चीन जैसे देशों पर 34 प्रतिशत टैरिफ, यूरोपीय संघ पर 20 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया पर 25 प्रतिशत, वियतनाम पर 46 प्रतिशत, ताइवान पर 32 प्रतिशत और ऑस्ट्रेलिया पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया.
ट्रंप के मुताबिक, उनकी तरफ से लगाए गए इस टैरिफ से घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि उनके इस कदम से अमेरिकी सरकार के पास सैकड़ों अरब नए रिवेन्यू आएंगे और वैश्विक व्यापार में समानता आएगी.
आइए देखते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से किन देशों पर कितना रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया गया:
चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन: 20%, दक्षिण कोरिया : 25%, इंडिया : 26%, वियतनाम : 46%, ताइवान : 32%, जापान : 24%, थाइलैंड : 36%, स्विट्जरलैंड : 31%, इंडोनेशिया : 32%, मलेशिया : 24%, कंबोडिया : 49%, यूनाइटेड किंगडम : 10%, साउथ अफ्रीका : 30%, ब्राजील : 10%, बांग्लादेश : 37%, सिंगापुर : 10%. इजरायल: 17%. फिलिपिंस : 17%, चिले : 10%, ऑस्ट्रेलिया : 10%, पाकिस्तान : 29%, तुर्की : 10%, श्रीलंका : 44%, कोलंबिया : 10% टैरिफ लगाया गया है.
व्हाइट हाउस से अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा- मेरे अमेरिकन साथियों, ये मुक्ति दिवस है जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था. 2 अप्रैल 2025 को अमेरिकी उद्योग के पुनर्जन्म के लिए दोबारा याद किया जाता रहेगा, जिसके बाद फिर अमेरिका संपन्न मुहिम शुरू किया गया. ट्रंप ने आगे कहा कि करदाताओं ने करीब 50 वर्षों से भी लंबे समय से ठगा जा रहा था. लेकिन अब ये आगे नहीं होने जा रहा है. ट्रंप की अगुवाई में बोर्ड ने भारत पर 52% अमेरिकी टैरिफ लगाने का निर्णय किया था और डास्काउंटेड रेसिप्रोकल टैरिफ 26% लगाया जाएगा.