आजकल की लाइफस्टाइल के कारण बालों का झड़ना और गंजेपन की समस्या आम हो चुकी है. ऐसे में काफी लोग हेयर ट्रांसप्लांट की ओर रुख करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों के लिए हेयर ट्रांसप्लांट जानलेवा साबित हो सकता है? आइए जानते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट किन लोगों के लिए खतरनाक होता है और उन्हें किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए?
कैसे होता है हेयर ट्रांसप्लांट?
हेयर ट्रांसप्लांट एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें सिर के एक हिस्से (डोनर एरिया) से हेल्दी बालों के रोम (फॉलिकल्स) निकालकर गंजे या पतले बालों वाले हिस्से (रिसीपिएंट एरिया) में प्रत्यारोपित किए जाते हैं. हेयर ट्रांसप्लांट में मुख्य रूप से दो तकनीक इस्तेमाल होती हैं. इनमें पहला फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन (FUT) और दूसरा फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE) होता है. FUT में सिर के पीछे से स्किन की एक स्ट्रिप निकाली जाती है, जबकि FUE में एक-एक करके बालों के रोम निकाले जाते हैं.
हेयर ट्रांसप्लांट कराना कितना खतरनाक?
जर्नल ऑफ कॉस्मेटिक सर्जरी की 2025 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, हेयर ट्रांसप्लांट में नेगेटिव केसेज की दर भले ही 4.7 फीसदी है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर और जानलेवा हो सकता है. इस स्टडी में 2896 मरीजों का डेटा एनालाइज किया गया, जिसमें पाया गया कि कुछ मरीजों में सर्जरी के बाद गंभीर इंफेक्शन, एलर्जिक रिएक्शन और सेप्सिस (खून में इंफेक्शन) जैसी दिक्कतें सामने आईं. गौर करने वाली बात यह है कि भारत में कुछ समय पहले हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो लोगों की मौत हो गई थी.
किन लोगों के लिए हेयर ट्रांसप्लांट खतरनाक?
स्टडी के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों में घाव भरने की प्रक्रिया धीमी होती है, जिसके कारण सर्जरी के बाद इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. अगर किसी मरीज की शुगर अनियंत्रित है तो हेयर ट्रांसप्लांट जानलेवा हो सकता है. हार्ट डिजीज से जूझ रहे लोगों के लिए भी हेयर ट्रांसप्लांट खतरनाक हो सकता है. दरअसल, ट्रांसप्लांट के दौरान दिए जाने वाले एनेस्थीसिया और ट्यूमेसेंट फ्लूइड से टैकीकार्डिया जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
इन लोगों को भी होती है दिक्कत
कुछ लोगों को सर्जरी में इस्तेमाल होने वाली एंटीबायोटिक दवाओं और एनेस्थीसिया से एलर्जी होती है. यह रिएक्शन एनाफिलैक्सिस (जानलेवा एलर्जी) का रूप ले सकता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ और हाई ब्लड प्रेशर जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. जिन लोगों के स्कैल्प में एक्टिव सिकैट्रिशियल एलोपेसिया जैसे लाइकेन प्लानो पिलारिस या एलोपेसिया एरियाटा जैसी बीमारियां होती हैं, उनके लिए भी हेयर ट्रांसप्लांट खतरनाक हो सकता है. इसके अलावा कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को भी हेयर ट्रांसप्लांट से दिक्कत हो सकती है.
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