India at 2047 Summit: बॉलीवुड एक्टर आमिर खान 6 मई को दिल्ली में हुए एबीपी नेटवर्क इंडिया @2047 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे. यहां उन्होंने बॉलीवुड की खराब हालत के बारे में बात की. साथ ही, ये बताया कि ऐसी हालत क्यों हो गई है हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की.
आमिर खान ने एंटरटेनमेंट वर्ल्ड के बिजनेस मॉडल पर भी सवाल उठाए और ओटीटी को लेकर भी बड़ी बात बोल गए. उन्होंने न सिर्फ ओटीटी के फायदे गिनाए बल्कि ओटीटी पर फिल्मों की रिलीज की टाइमिंग को लेकर भी बड़ा सजेशन दिया.
बॉलीवुड की खराब हालत पर क्या बोले आमिर खान
जब आमिर से एबीपी के मंच पर बॉलीवुड की खराब हालत और साउथ से तुलना के बारे में बात की गई तो उन्होंने इसकी वजह बताई. उन्होंने कहा- इसकी एक वजह नहीं कई वजहें हैं. पहले तो मैं कहूंगा कि हमें बेहतर फिल्में बनाने की जरूरत है.
आमिर ने आगे कहा कि कभी कभी एक साइकल होता है कि लगातार अच्छी फिल्में आने के बाद खराब फिल्में आने लगती हैं. हिंदी फिल्म से जुड़े लोगों को अभी और भी सीखने की जरूरत है.
बॉलीवुड के बिजनेस मॉडल की खामियों पर बोले आमिर खान
आमिर खान ने उदाहरण देते हुए बताया कि फिल्मों का बिजनेस मॉडल सुधारने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम लोगों को थिएटर में बुलाते हैं और अगर वो नहीं आते तो उनके अंदर एक उम्मीद जगा देते हैं कि आपके घर में कुछ ही दिनों में ये फिल्म आ जाएगी.
बेसिकली उन्होंने ओटीटी को लेकर कहा कि जब लोगों को ऐसा लगता है कि थोड़ा और इंतजार कर लेते हैं घर में देख लेंगे, तो वो कई बार अच्छी फिल्मों को भी ऐसे ही छोड़ देते हैं. आमिर ने कहा इसी वजह से लोगों ने थिएटर जाना छोड़ दिया है.
आमिर ने बताई और भी वजहें
आमिर ने कोविड टाइम के बारे में बताया कि लॉकडाउन में सब लोग लंबे समय तक घरों में बंद थे. इसलिए ओटीटी पर फिल्म मेकर्स अपनी फिल्में डालने लगे. ऑडियन्स की तरह हमारी आदत भी पड़ गई कि हम घर में फिल्में देखने लगे. इसलिए सिनेमाहॉल खुलने के बाद भी लोग थिएटर कम जाने लगे. इसलिए कोविड से खास असर पड़ा है.
ओटीटी पर जल्दी फिल्में आने का हुआ असर- आमिर खान
आमिर खान ने बताया कि- जब कोविड खत्म हुआ तो ओटीटी पर फिल्में जल्दी आने लगीं. आमिर खान ने ओटीटी और थिएटर रिलीज के बीच के गैप के बारे में अपनी राय रखी. उन्होंने कहा- मेरी समझ में थिएटर और ओटीटी रिलीज के बीच 6 महीने का समय होना चाहिए.
आमिर ने आगे भी कहा- मुझे ओटीटी प्लेटफॉर्म से कोई दिक्कत नहीं है. मैं नहीं कहता हूं कि ओटीटी बुरा है. क्योंकि बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलता है, लेकिन उसका इस्तेमाल सही से किया जाना चाहिए. लेकिन अगर कुछ हफ्तों में ही फिल्में ओटीटी पर आ जाएंगी तो नुकसान होगा.
आमिर खान ने ये भी कहा कि- पहले एक्साइटमेंट होता था कि अगर मैं फिल्म थिएटर में नहीं देख पाउंगा तो मिस कर दूंगा. लेकिन अब लोगों को पता है कि फिल्म जल्द आ जाएगी, इसलिए कई बार अच्छी फिल्में भी लोग देखने नहीं जाते.