TB Treatment: टीबी एक ऐसी बीमारी है, जिससे आज के दौर में न जाने कितने लोग परेशान है और इसके इलाज के लिए लगभग 18 से 20 महीने तक लंबा इंतजार करना पड़ता है और हैवी डोज मेडिसिन लेनी पड़ती है. लेकिन अब मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टीबी यानी कि MDR TB से पीड़ित मरीजों के लिए खुशखबरी है. दरअसल, अब भी बीपाल्म रेजिमेन तकनीक से मरीजों का इलाज सिर्फ 6 महीने में हो सकता है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, इस रेजिमेन तकनीक की लागत भी कम होती है और इसमें केवल 6 महीने का ही समय लगेगा. आइए आपको बताते हैं इस बीपाल्म रेजिमेन टेक्निक के बारे में.
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क्या है बीपाल्म रेजिमेन तकनीक
बीपाल्म रेजिमेन तकनीक चार दवाओं का कॉम्बिनेशन है, जिसमें बेडाक्विलाइन, प्रीटोमैनिड (नई दवा), लाइनजोलिड, मॉक्सीफ्लोक्सासिन जैसी दवा शामिल है. यह दवाएं मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टीबी के संक्रमण को कम करने में मदद करती है. इस दवा को केवल 6 महीने खाने की जरूरत होती है. यह एक ओरल मेडिसिन कोर्स है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से मिली जानकारी के अनुसार, इस दवा का डोज सरकार मुफ्त उपलब्ध कराएगी, इसके साइड इफेक्ट भी बहुत कम है.
क्या होता है मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टीबी
मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टीबी टीबी संक्रमण का ही एक रूप है, जिसमें टीबी बैक्टीरिया सामान्य टीबी दवाओं (जैसे आइसोनियाजिड और रिफैम्पिसिन) के इफेक्ट से बच जाते हैं. यह स्थिति तब होती है जब टीवी का इलाज आधा छोड़ दिया जाता है या दवा का गलत इस्तेमाल किया जाता है.
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एमडीआर टीबी के लक्षण
एमडीआर टीबी के समान लक्षण में लगातार 3 सप्ताह से ज्यादा खांसी बना रहना. खून के साथ खांसी आना, तेज बुखार, रात में पसीना आना, वजन में अचानक कमी आ जाना, थकान और कमजोरी महसूस होने के साथ ही सीने में दर्द भी होता है.
MDR-TB से बचाव
टीबी का पूरा इलाज करें और डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न छोड़ें, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं और भीड़-भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें. हेल्दी डाइट लें और इम्यूनिटी मजबूत करें और टीबी जांच समय-समय पर कराते रहें.
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