Air India: विदा हो गए एअर इंडिया के ‘हवामहल’, 5 दशकों से ज्यादा पुराना रहा साथ

<p>करीब 5 दशकों तक भारत समेत दुनिया भर के आसमान पर राज करने के बाद अब एअर इंडिया के बोइंग विमानों की विदाई हो गई है. टाटा समूह की विमानन कंपनी कंपनी ने अपने बेड़े में बचे आखिरी चार बोइंग 747-400 जंबो जेट को भी अब बेच दिया है. इसके साथ ही पैलेस इन दी स्काई नाम से मशहूर एअर इंडिया के इन विमानों का सफर पूरा हो गया.</p>
<h3>अब इन कामों में होगा विमानों का इस्तेमाल</h3>
<p>ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एअर इंडिया ने अपने बेड़े के आखिरी 4 बोइंग 747-400 जंबो जेट को हाल ही में बेचा है. इन्हें अमेरिकी कंपनी एयरसेल (AerSale) को बेचा गया है, जो आफ्टरमार्केट कमर्शियल जेट के इंजन व कल-पुर्जे सप्लाई करती है. चारों में से दो बोइंग 747 विमानों को मालवाहक में तब्दील किया जाएगा, जबकि बाकी 2 को डिसअसेंबल कर उनके कल-पुर्जे निकाल लिए जाएंगे.</p>
<p>रिपोर्ट के अनुसार, इन चारों बोइंग 747-400 विमानों को एअर इंडिया से एयरसेल के पास ट्रांसफर को मुंबई स्थित कंपनी विमान एविएशन सर्विसेज (Vman Aviation Services) के द्वारा मैनेज किया जाएगा.</p>
<h3>1971 में आया था बोइंग का पहला जंबो जेट</h3>
<p>एअर इंडिया और बोइंग के जंबो जेट का साथ दशकों पुराना है. एअर इंडिया ने सबसे पहले 22 मार्च 1971 को बोइंग से इन विमानों को खरीदा था. उसके बाद 21 मई 1971 को पहली बार जंबो जेट नाम से मशहूर बोइंग के 747-400 विमानों को बेड़े में शामिल किया गया था. उस समय कंपनी ने बोइंग के इन विशाल विमानों को भारत से लंदन की उड़ान में बहाल किया था.</p>
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<figure class=”image”><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/18/dea049afeac95d588e2dfabb28c0452b1713411310931685_original.jpg” alt=”1971 में आया था पहला जंबो जेट” />
<figcaption>1971 में आया था पहला जंबो जेट</figcaption>
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<h3>वीआईपी लोगों के सफर में होता आया इस्तेमाल</h3>
<p>एअर इंडिया के बोइंग विमानों को उनकी भव्यता के चलते &lsquo;पैलेस इन दी स्काई&rsquo; का निकनेम मिला था. कंपनी ने अपने बेड़े में शामिल बोइंग 747-400 विमानों को ऐतिहासिक भारतीय शासकों जैसे सम्राट अशोक, बादशाह शाहजहां जैसे नाम दिए थे. कुछ साल पहले तक प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति जैसे वीआईपी की यात्रा के लिए भी एअर इंडिया के इन्हीं विमानों का इस्तेमाल किया जाता था.</p>
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<figure class=”image”><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/18/5c79f844043ea97bd1146d5894c046921713411235166685_original.jpg” alt=”एअर इंडिया का सम्राट अशोक विमान” />
<figcaption>एअर इंडिया का सम्राट अशोक विमान</figcaption>
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<h3>इस तरह से की गई थी विमानों की ब्रांडिंग</h3>
<p>कंपनी ने बोइंग के इन विमानों की खास तौर पर ब्रांडिंग की थी. विमानों को बाहर से लाल रंग में डिटेल्स के साथ व्हाइट व सिल्वर रंग से सजाया गया था. खिड़कियों को राजस्थानी स्टाइल में ऐसा कलेवर दिया गया था कि वे जयपुर के हवामहल की झरोखे सरीखी बालकनियों की तरह दिखें. कंपनी ने &lsquo;योर पैलेस इन दी स्काई (Your Palace in the Sky)&rsquo; टैग से नई ब्रांडिंग तैयार की थी.</p>
<h3>एअर इंडिया ने पहले ही दी थी जानकारी</h3>
<p>बहरहाल अब एअर इंडिया के हवामहलों का हवाई सफर अब थम चुका है. करीब 5 दशकों का आसमानी सफर अब पूरा हो चुका है. एअर इंडिया ने पहले ही इस बारे में अपने इरादे साफ कर दिया था कि बोइंग के 747-400 विमानों को बेड़े से बाहर किया जाएगा.</p>
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