Petrol- Diesel: जल्द ही सस्ते पेट्रोल डीजल का मिल सकता है तोहफा, सरकार की ओर से आई ये अहम जानकारी 

Petrol-Diesel Price: देश में जल्द ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है. सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) की ओर से जल्द ही ईंधन के दाम में कमी करने की संभावना है. सरकार को भी उम्मीद है कि वह कच्चे तेल में कटौती का फायदा पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी करके आम लोगों को जल्द दे सकती है. 

रिफाइनरों को पिछले वित्त वर्ष के शुरुआत में घाटा हुआ था. हालांकि पिछले दो तिमाही में तेल कंपनियों को हुए घाटे के बाद तीसरी तिमाही में कुछ लाभ हुआ और अंतिम तिमाही यानी कि मार्च 2023 के ​क्वाटर के दौरान तेल कंपनियों ने तेज मुनाफा दर्ज किया था. 

क्यों बदल सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम 

पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमत में कमी को देखते हुए ओएमसीएस को अभी और अगली तिमाही में अच्छा मुनाफा जारी रहेगा. ऐसे में माना जा रहा है कि पेट्रोल-डीजल के दाम में बदलाव हो सकता है. वहीं दूसरी ओर, जनवरी मार्च 2023 के दौरान 80 डॉलर के स्तर पर था, जो मई 2023 में कम होकर 75 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया. वहीं भारतीय कच्चे तेल की कीमत जून 2022 में 116 डॉलर प्रति बैरल पर थी. इसका मतलब है कि कच्चे तेल की कमी का फायदा दिया जाता है तो ईंधन की कीमतों में बड़ी कमी हो सकती है. 

अप्रैल से नहीं बदले फ्यूल रेट्स 

अप्रैल 2022 से कच्चे तेल की कीमतों में व्यापक उतार-चढ़ाव के बावजूद फ्यूल रेट्स में कोई बदलाव नहीं किया गया है. सरकारी तेल कंपनियों को नुकसान से बचाने और ग्राहकों को महंगाई से राहत देने के लिए ये फैसला उठाया गया था, उस दौरान कच्चे तेल के दाम ज्यादा थे. अब कच्चे तेल के दाम में गिरावट हुई है, ऐसे में सरकार ईंधन की कीमत कम करने पर विचार कर रही है. 

कितने घट सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम 

आईसीआरए के उपाध्यक्ष और सह-प्रमुख प्रशांत वशिष्ठ ने कहा कि फिलहाल ईंधन की कीमतों में कटौती हो सकती है, क्योंकि कच्चे तेल में गिरावट और एमएस और एचएसडी दोनों के क्रैक स्प्रेड में कमी के कारण मार्केटिंग में अच्छा मुनाफा बना हुआ है. उन्होंने कहा कि डीजल में कम से कम 2-3 रुपये और पेट्रोल में 5-6 रुपये प्रति लीटर की कटौती की संभावना है. 

रूस से तेल का आयात बढ़ा 

ओएमसी ने रूसी तेल का आयात करके अपनी लागत में ज्यादा कटौती की है. भारत की ओर से कुल कच्चे तेल के आयात में हिस्सा 40 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुका है. जून 2022 के दौरान IOCL ने पेट्रोल के लिए 16 रुपये और डीजल के लिए 23 रुपये प्रति लीटर के नुकसान पर बेचने का अनुमान लगाया था. वहीं पिछले महीने मई में रिफाइनर को 13 रुपये पेट्रोल और 12 रुपये डीजल पर लाभ होने का अनुमान है. 

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