Paytm Crisis: पता चल गया, 50 पर्सेंट क्रैश से पहले इस दिग्गज इन्वेस्टर ने क्यों कम किया पेटीएम में हिस्सा!

फिनटेक शेयर पेटीएम के भाव में रिजर्व बैंक की हालिया कार्रवाई के बाद लगातार गिरावट आ रही है. आज शुक्रवार को भी पेटीएम के शेयर पर अपर सर्किट लग चुका है. इस बीच एक बात लोगों का ध्यान खींच रही है और वो है पेटीएम के हालिया क्रैश से ऐन पहले जापानी निवेशक सॉफ्टबैंक के द्वारा हिस्सेदारी कम करना. सॉफ्टबैंक ने अब उसकी वजह बताई है.

सॉफ्टबैंक के फाइनेंस चीफ ने बताया कारण

सॉफ्टबैंक ने हाल ही में पेटीएम की अपनी हिस्सेदारी का ज्यादातर हिस्सा बेच दिया था. पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ऊपर रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को एक्शन लिया. सॉफ्टबैंक के द्वारा पेटीएम के शेयर उससे ठीक पहले बेचे गए. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसके बारे में सॉफ्टबैंक का कहना है कि उसे भारत के नियामकीय माहौल में अनिश्चितता का अंदेशा हो रहा था. साथ ही उसे पेटीएम पेमेंट्स बैंक के लाइसेंस को लेकर भी संदेह था.

ब्लूमबर्ग को सॉफ्टबैंक के फाइनेंस चीफ नवनीत गोविल ने बताया- हमें लगा कि मनीटाइज करने की शुरुआत करना उचित रहेगा. हमें खुशी है कि पेटीएम के शेयरों में हालिया क्रैश से पहले हम ठीक-ठाक हिस्सा बेचकर बाहर निकलने में कामयाब हुए.

एक्शन के बाद इतना गिरा पेटीएम स्टॉक

पेटीएम के ऊपर 31 जनवरी को आरबीआई के एक्शन की जानकारी बाजार बंद होने के बाद बाहर आई थी. उसके बाद लगातार दो दिन पेटीएम स्टॉक पर 20-20 फीसदी का लोअर सर्किट लगा. अब शेयर बाजार ने सर्किट लिमिट घटाकर 10 फीसदी कर दिया है तो आज दूसरे दिन शेयर ने 10 पर्सेंट का लोअर सर्किट छू दिया है. 31 जनवरी के बाद से अब तक पेटीएम के शेयरों में 50 फीसदी तक की गिरावट आई है.

26 हजार करोड़ पर आया एमकैप

आरबीआई के एक्शन वाले दिन यानी 31 जनवरी को पेटीएम का शेयर 761.20 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था. आज के कारोबार में सुबह 10:15 बजे शेयर करीब 7 फीसदी के नुकसान में 415 रुपये के पास ट्रेड कर रहा था. आज के कारोबार में शेयर 410 रुपये तक गिरा है, जबकि हाल ही में उसने 395 रुपये का नया 52-वीक लो भी बनाया है. इस गिरावट से कंपनी का एमकैप कम होकर 26 हजार करोड़ रुपये रह गया है.

सॉफ्टबैंक ने कम की इतनी हिस्सेदारी

सॉफ्टबैंक पेटीएम में पैसे लगाने वाले शुरुआती बड़े निवेशकों में से एक है. सॉफ्टबैंक ने पेटीएम का आईपीओ आने से पहले ही बड़ा निवेश किया था. साल 2021 में लॉन्च हुए आईपीओ के समय पेटीएम में सॉफ्टबैंक की 18.5 फीसदी हिस्सेदारी थी. सॉफ्टबैंक नवंबर 2022 से ही पेटीएम के शेयरों को ऑफलोड कर रहा है. इस साल जनवरी की आखिरी ऑफलोडिंग के बाद पेटीएम में सॉफ्टबैंक की हिस्सेदारी कम होकर महज 5 फीसदी रह गई है.

ये भी पढ़ें: पेटीएम करने वाली है नई डील, इस ई-कॉमर्स स्टार्टअप को खरीदने की तैयारी

SHARE NOW

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Secured By miniOrange