LIC के एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों को सरकार ने दी बड़ी सौगात, 17% वेतन बढ़ोतरी पर लगाई मुहर

<p style=”text-align: justify;”><strong>LIC Employees Salary Hike:</strong> सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के कर्मचारियों में वेत में 17 फीसदी बढ़ोतरी पर अपनी मुहर लगा दी है. एलआईसी के कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी का फैसला एक अगस्त 2022 से लागू माना जाएगा. केंद्र सरकार के इस फैसले से एलआईसी के करीब 1 लाख कर्मचारियों और 30,000 के करीब पेंशनधारकों को राहत मिलेगी.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>दो साल का मिलेगा एरियर&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>एलआईसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने एक अगस्त 2022 से 1.10 लाख कर्मचारियों के लिए 17 फीसदी वेतन बढ़ोतरी करने पर अपनी मंजूरी दे दी है. इस बढ़ोतरी के साथ ही एलआईसी के कर्मचारियों को दो साल के वेतन का एरियर भी मिलेगा.एलआईसी के कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी के फैसले से सालाना 4,000 करोड़ का वित्तीय बोझ बढ़ेगा. इसके साथ ही एलआईसी के वेतन का खर्च भी बढ़ाकर 29,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. &nbsp;</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>LIC of India’s Wage Hike News <a href=”https://t.co/eqWVyAzfnA”>pic.twitter.com/eqWVyAzfnA</a></p>
&mdash; LIC India Forever (@LICIndiaForever) <a href=”https://twitter.com/LICIndiaForever/status/1768637834750042377?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 15, 2024</a></blockquote>
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<h3 style=”text-align: justify;”><strong>एनपीएस में बढ़ा योगदान&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्र सरकार ने एलआईसी के कर्मचारियों के लिए एनपीएस यानि नेशनल पेंशन सिस्टम में योगदान को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी कर दिया गया है जिससे ऐसे 24000 कर्मचारियों को बड़ा फायदा होगा जिन्होंने 1 अप्रैल 2010 के पास ज्वाइन किया है.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>एलआईसी के पेंशनर्स को सौगात</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार ने एलआईसी के 30 पेंशनर्स को वन-टाइम मुआवजा देने पर भी अपनी मुहर लगा दी है. ये मुआवजा एलआईसी के पेंशनर्स और फैमिली पेंशनर्स को दिया जाएगा. लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने वेतन बढ़ोतरी का लिए सरकार का धन्यवाद किया है. दरअसल शनिवार 16 मार्च 2024 को चुनाव आचार सहिंता लागू हो जाएगा इसलिए चुनाव के तारीखों के एलान से पहले सरकार ने एलआईसी कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी के साथ पेंशनर्स को मुआवजा देने पर अपनी मुहर लगाई है. इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र के 8.50 लाख बैंक कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी पर मुहर लग चुकी है जिसकी घोषणा <a title=”महाशिवरात्रि” href=”https://www.abplive.com/topic/mahashivratri-2023″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाशिवरात्रि</a> के दिन हुई है.&nbsp;</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p><strong><a title=”EV Policy: आ गई देश की नई ईवी पॉलिसी, घटेगा इंपोर्ट टैक्स, टेस्ला की एंट्री तय” href=”https://www.abplive.com/business/e-vehicle-policy-with-tax-relief-is-approved-by-government-it-will-increase-manufacturing-of-electric-vehicle-2639841″ target=”_self”>EV Policy: आ गई देश की नई ईवी पॉलिसी, घटेगा इंपोर्ट टैक्स, टेस्ला की एंट्री तय</a></strong></p>
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Bitcoin: बिटकॉइन में आई बड़ी गिरावट, आगे और नुकसान की आशंका  

<p style=”text-align: justify;”><strong>Cryptocurrency Market:</strong><span style=”font-weight: 400;”> दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में पिछले कुछ समय से जारी तेज उछाल के चलते इसने हाल ही में ही 73 हजार डॉलर का ऐतिहासिक आंकड़ा पार किया था. अब पिछले 24 घंटे में बिटकॉइन की कीमतें बुरी तरह से नीचे गई हैं. एक दिन में ही इनमें लगभग 8 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है. लगभग 52.6 करोड़ डॉलर के क्रिप्टो दाव पिछले 24 घंटे में कम हुए हैं. मार्केट में भारी बिक्री हुई है. यह गिरावट अमेरिका में महंगाई के आंकड़ों से ब्याज दरें ऊंची ही रहने की आशंका के चलते आई है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>73 हजार डॉलर का आंकड़ा कर लिया था पार&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>गुरुवार को अपना सर्वोच्च आंकड़ा 73,177 डॉलर छूने के बाद बिटकॉइन शुक्रवार को 67,689 डॉलर तक नीचे आ गया. इसमें लगभग 8.1 फीसदी की गिरावट आई है. दूसरी सबसे बड़ी करेंसी एथरम (Ethereum) भी लगभग 7 फीसदी नीचे जाकर 3,708 डॉलर पर पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में क्रिप्टो में बड़ी बिकवाली हुई है. कॉइनग्लास के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 52.6 करोड़ डॉलर के क्रिप्टोकरेंसी बेची गई. यह पिछले 2 हफ्तों में सबसे बड़ा आंकड़ा है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ आने के बाद आया तेज उछाल&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बिटकॉइन में पिछले एक महीने से जबरदस्त तेजी देखी जा रही थी. अमेरिका द्वारा स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दिए जाने के बाद से ही निवेशक बिटकॉइन में जमकर पैसा लगा रहे थे. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस फेडरल रिजर्व से संकेत मिल रहे हैं कि मई में भी ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं होने जा रही है. क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म मुद्रेक्स के सीईओ एदुल पटेल के मुताबिक, 13 जनवरी से लेकर 5 मार्च तक बिटकॉइन में लगातार उछाल आता रहा.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>बिटकॉइन के और नीचे जाने की आशंका&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>हालिया गिरावट को छोड़ दें तो साल 2024 बिटकॉइन लगभग 70 फीसदी उछल चुका था. गिरावट एक बावजूद भी निवेशकों का रिटर्न लगभग 60 फीसदी है. यदि 15 मार्च, 2023 से तुलना की जाए तो बिटकॉइन में लगभग 170 फीसदी की तेजी आ चुकी है. हाल ही में डिजिटल एसेट एनालिटिक्स फर्म स्विसब्लॉक ने कहा था कि बिटकॉइन 58 से 59 हजार डॉलर तक गिर सकता है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/da-hiked-by-4-percentage-in-madhya-pradesh-cm-mohan-yadav-gave-the-information-2640058″><strong>DA Hike: यूपी, कर्नाटक और राजस्थान के बाद अब इस राज्य में भी बढ़ा डीए, जानिए कितना फायदा होगा&nbsp;</strong></a></p>

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Stocks in Focus: डीजल-पेट्रोल के दाम कम होने के बाद इन शेयरों के भाव पर होगा असर!

<p>केंद्र सरकार ने लगभग ढाई साल के बाद गुरुवार को पहली बार डीजल-पेट्रोल के दाम को कम करने का ऐलान किया. डीजल-पेट्रोल के दाम इस बार 2-2 रुपये प्रति लीटर कम किए गए हैं. इसका फायदा लोगों को शुक्रवार यानी आज सुबह 6 बजे से मिलने लगा है. एक दिन पहले देर शाम हुए इस ऐलान का असर आज सप्ताह के अंतिम दिन शेयर बाजार में भी दिख सकता है.</p>
<h3>इन सेक्टरों के शेयर कर सकते हैं रिएक्ट</h3>
<p>ईंधन के दाम में बदलाव के बाद कुछ खास सेक्टरों के शेयर आज के कारोबार में फोकस में रहने वाले हैं. उदाहरण के लिए तेल विपणन करने वाली कंपनियों, तेल-गैस की खोज करने वाली कंपनियों समेत टायर, लॉजिस्टिक्स, पेंट जैसे सेक्टरों के शेयरों के भाव पर इस फैसले का असर हो सकता है. इससे कुछ ही दिन पहले एलपीजी सिलेंडर को भी सस्ता किया गया था.</p>
<h3>ऑयल एंड गैस स्टॉक पर असर</h3>
<p>तेल सेक्टर में देखें तो बाजार में प्रमुख शेयर हैं- इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम. ये तीनों सरकारी कंपनियां हैं, जो देश में डीजल, पेट्रोल और एलपीजी आदि की खुदरा बिक्री करती हैं. डीजल-पेट्रोल आदि के दाम में बदलाव का निर्णय यही कंपनियां करती हैं. खुदरा भाव कम होने से इन कंपनियों की कमाई पर असर पड़ सकता है, जिसके कारण शेयरों पर प्रेशर दिख सकता है. ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसी ऑयल एंड गैस एक्सप्लोरेशन कंपनियों के शेयरों को भी दबाव का सामना करना पड़ सकता है.</p>
<h3>एविएशन स्टॉक की उम्मीदें</h3>
<p>अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में उच्च स्तर की तुलना में नरमी आई है. इसके चलते विमानन ईंधन यानी एटीएफ के भाव नरम हुए हैं. आने वाले दिनों में एटीएफ की दरों में और कटौती की संभावनाएं बन रही हैं. इससे एविएशन स्टॉक को फायदा हो सकता है. एविएशन सेक्टर में स्पाइसजेट, इंटर ग्लोब एविएशन प्रमुख शेयर हैं.</p>
<h3>इनके भाव में भी हो सकता है बदलाव</h3>
<p>डीजल-पेट्रोल की कीमतों का असर व्यापक होता है. डीजल माल ढोने वाले भारी वाहनों के लिए प्रमुख ईंधन है. इसके भाव में कमी आने का मतलब है मालवाहक कंपनियों की लागत में कमी आना. इससे एफएमसीजी समेत कई सेक्टर सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं. लॉजिस्टिक्स और एफएमसीजी के अलावा पेंट और टायर कंपनियों के शेयर भी पेट्रोल-डीजल के भाव में बदलाव की खबर पर रिएक्ट कर सकते हैं. इन सेक्टरों के प्रमुख शेयरों में एमआरएफ, सिएट, जेके टायर, एशियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स, कैस्ट्रॉल इंडिया, डाबर, हिंदुस्तान यूनिलीवर आदि शामिल हैं.</p>
<p><strong>डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि शेयरों में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.</strong></p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”चुनाव से पहले मिला तोहफा, चेक करें अपने शहर में डीजल-पेट्रोल की नई कीमतें” href=”https://www.abplive.com/business/petrol-diesel-prices-reduced-by-rs-2-per-litre-effective-from-today-night-check-your-city-rate-2639462″ target=”_blank” rel=”noopener”>चुनाव से पहले मिला तोहफा, चेक करें अपने शहर में डीजल-पेट्रोल की नई कीमतें</a></strong></p>

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Share Market Opening 15 March: वैश्विक दबाव में खराब शुरुआत, 73 हजार अंक से नीचे खुला सेंसेक्स

<p><strong>Share Market Opening 15 March:</strong> घरेलू शेयर बाजार ने सप्ताह के अंतिम दिन भी नुकसान के साथ कारोबार की शुरुआत की. दोनों प्रमुख घरेलू सूचकांकों बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी50 के ऊपर वैश्विक गिरावट का असर दिख रहा है. सेंसेक्स ने आज 180 अंक से ज्यादा के नुकसान के साथ 73 हजार अंक से नीचे कारोबार की शुरुआत की.</p>
<p>शुरुआती सेशन के चंद मिनटों के कारोबार में सेंसेक्स 250 अंक तक लुढ़क चुका था. सुबह के 9 बजकर 20 मिनट पर सेंसेक्स 251 अंक नीचे उतर चुका था और 72,845 अंक पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी करीब 70 अंक लुढ़ककर 22,075 अंक के पास आ चुका था.</p>
<h3>प्री-ओपन सेशन से मिले ऐसे संकेत</h3>
<p>प्री-ओपन सेशन में बाजार सुस्ती के संकेत दिखा रहा था. प्री-ओपन सेशन में एनएसई का निफ्टी50 इंडेक्स 80 अंक से ज्यादा गिरा हुआ था, जबकि सेंसेक्स 210 अंक से ज्यादा के नुकसान के साथ 72,900 अंक से नीचे आया हुआ था. सुबह 8.15 बजे गिफ्ट सिटी में निफ्टी का वायदा 50 अंक लुढ़ककर 22,180 अंक पर आया हुआ था. इससे संकेत मिल रहा था कि बाजार की आज की शुरुआत घाटे वाली हो सकती है.</p>
<h3>कल बाजार ने की थी अच्छी रिकवरी</h3>
<p>इससे पहले गुरुवार को बाजार ने शुरुआती गिरावट से उबरकर अच्छी वापसी की थी और फायदे में रहा था. कारोबार समाप्त होने के बाद बीएसई सेंसेक्स 335.39 अंक (0.46 फीसदी) के फायदे के साथ 73,097.28 अंक पर रहा था. वहीं एनएसई निफ्टी 148.95 अंक (0.68 फीसदी) की तेजी के साथ 22,146.65 अंक पर बंद हुआ था.</p>
<h3>विदेशी बाजारों में गिरावट हावी</h3>
<p>गुरुवार को अमेरिकी बाजार में गिरावट देखी गई. वॉल स्ट्रीट पर डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.35 फीसदी की गिरावट आई. वहीं एसएंडपी500 में 0.29 फीसदी की और टेक फोकस्ड इंडेक्स नास्डैक कंपोजिट में 0.30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. आज के कारोबार में एशियाई बाजार भी गिरे हुए हैं. जापान का निक्की 0.30 फीसदी के नुकसान में है. हांगकांग के हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 1-1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दिख रही है.</p>
<h3>बड़े शेयरों का आज ऐसा है हाल</h3>
<p>शुरुआती सेशन में ज्यादातर बड़े शेयर लुढ़के हुए थे. सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से सिर्फ 8 को छोड़कर बाकी की 22 कंपनियों के शेयर नुकसान में थे. महिंद्रा एंड महिंद्रा सबसे ज्यादा 1.37 फीसदी के नुकसान में था. इंफोसिस, एक्सिस बैंक जैसे शेयर एक-एक फीसदी से ज्यादा के नुकसान में थे. आज आईटी शेयरों पर प्रेशर दिख रहा है. एचसीएल टेक, विप्रो, टीसीएस, टेक महिंद्रा समेत सारे प्रमुख आईटी शेयर रेड जोन में हैं. दूसरी ओर पारवग्रिड कॉरपोरेशन का शेयर सबसे ज्यादा 1.30 फीसदी के फायदे में था. टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, एसबीआई जैसे बड़े शेयर भी ग्रीन जोन में थे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”डीजल-पेट्रोल के दाम कम होने के बाद इन शेयरों के भाव पर होगा असर!” href=”https://www.abplive.com/business/these-stocks-may-jump-after-petrol-diesel-prices-reduced-1st-time-in-more-than-2-years-2639495″ target=”_blank” rel=”noopener”>डीजल-पेट्रोल के दाम कम होने के बाद इन शेयरों के भाव पर होगा असर!</a></strong></p>

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VIP और PMO की पैरवी होने पर इनकम टैक्स विभाग जल्द करेगा अपील पर सुनवाई, विपक्ष ने साधा निशाना

<p style=”text-align: justify;”><strong>Income Tax Department:</strong> अगर आपने इनकम टैक्स विभाग के टैक्स डिमांड के खिलाफ कोई अपील दाखिल किया हुआ है और आपके अपील पर सुनवाई में देरी हो रही है तो प्रधानमंत्री कार्यालय या वीआईपी रिफरेंस की मदद से आपकी अपील पर प्राथमिकता के आधार पर इनकम टैक्स&nbsp; विभाग सुनवाई करेगा. 7 मार्च के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने इसे लेकर एक नया गाइडलाइंस जारी किया है जो इन दिनों चर्चा में बना हुआ है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीबीडीटी की ओर से जारी किया गया ये नया गाइडलाइंस 2021 में तैयार किए गए मैकेनिज्म की जगह लेगा. जिसमें इनकम टैक्स कमिश्नर (अपील/अपील यूनिट) और एडिशनल या ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स (अपील) के पास पेंडिंग अपील को प्राथमिकता के आधार पर ऑउट ऑफ टर्न डिस्पोजल के लिए नया फ्रेमवर्क तैयार करेगा. इस नए गाइडलाइंस के मुताबिक उन हालातों का जिक्र किया गया है जिसमें किसी इनकम टैक्स अपील के मामले के आउट ऑफ टर्न डिस्पोजल को प्राथमिकता दी जाएगी.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>वीआईपी या पीएमओ रिफरेंस पर जल्द होगी सुनवाई&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>इसमें पहला केस ऐसा होना चाहिए जिसमें करोड़ रुपये से ज्यादा डिमांड हो. दूसरे केस ऐसा हो जिसमें वीआईपी या प्रधानमंत्री कार्यालय से मामले के जल्दी निपटाने के लिए रिफरेंस आए. तीसरे केस में कोर्ट की ओर से आदेश जारी किया गया हो. चौथे केस में सीनियर सिटीजंस या सुपर सीनियर सिटीजंस की तरफ से आउट ऑफ टरर्न डिस्जोपजल के लिए अनुरोध आए. और पांचवें केस में अगर वाकई में टैक्सपेयर किसी परेशानी में घिरा हो. &nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>वीआईपी कल्चर को बढ़ावा देने पर बढ़ा विवाद</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि इनकम टैक्स विभाग के इस गाइडलाइंस को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है और मोदी सरकार पर विपक्ष निशाना साध रहा है. टीएमसी के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने सरकार पर वीआईपी कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि एक तरफ लाखों लोग महीनों तक इनकम टैक्स रिफंड का इंतजार करते रहते हैं. पर अब अगर आपका इनकम टैक्स रिफंड या अपील इनकम टैक्स विभाग के पास पेडिंग है तो एक वीआईपी चिठ्ठी से आपके काम में तेजी आ जाएगी.&nbsp;</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>Shocking new VIP culture of Modi Govt<br /><br />There are lakhs of people who wait (sometimes for months) for getting their income tax refund.<br /><br />But now, as of last week, if you have income tax refund/appeal pending from IT Dept, a “VIP letter” will get it expedited.<br /><br />- In a notification&hellip; <a href=”https://t.co/ue4mJ8MPSS”>pic.twitter.com/ue4mJ8MPSS</a></p>
&mdash; Saket Gokhale (@SaketGokhale) <a href=”https://twitter.com/SaketGokhale/status/1768108056850612461?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 14, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>टैक्स जानकार जता रहे हैरानी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>टैक्स मामलों से जुड़े कई जानकार इनकम टैक्स विभाग के इस वीआईपी या प्रधानमंत्री कार्यालय के रिफरेंस के गाइडलाइंस को लेकर हैरानी जता रहे हैं.&nbsp;</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p><strong><a title=”Fitch Ratings: फिच का अनुमान, 2024-25 में 7% रह सकती है GDP, इस वर्ष की दूसरी छमाही में सस्ता होगा कर्ज!” href=”https://www.abplive.com/business/fitch-raises-india-s-gdp-forecast-for-fy25-to-7-percent-rbi-may-cut-policy-rates-in-second-half-of-2024-2638944″ target=”_self”>Fitch Ratings: फिच का अनुमान, 2024-25 में 7% रह सकती है GDP, इस वर्ष की दूसरी छमाही में सस्ता होगा कर्ज!</a></strong></p>

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लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने दी बड़ी सौगात, 2 रुपये/लीटर सस्ता हुआ पेट्रोल – डीजल

<p style=”text-align: justify;”><strong>Petrol – Diesel Price Cut:</strong> <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> की तारीखों के एलान से पहले पेट्रोल डीजल के दामों में कटौती का फैसला लिया गया है. सरकारी तेैल कंपनियों ने पेट्रोल डीजल के दामों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है जो 15 मार्च 2024 से लागू मानी जाएगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पेट्रोल डीजल के दामों में कटौती किए जाने पर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि पेट्रोल और डीज़ल के दाम ₹2 रुपये कम करके देश के प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> जी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का हित और सुविधा सदैव उनका लक्ष्य है.&nbsp;</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>पेट्रोल और डीज़ल के दाम ₹2 रुपये कम करके देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री <a href=”https://twitter.com/narendramodi?ref_src=twsrc%5Etfw”>@narendramodi</a> जी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का हित और सुविधा सदैव उनका लक्ष्य है।<br /><br />वसुधा का नेता कौन हुआ? <br />भूखण्ड-विजेता कौन हुआ? <br />अतुलित यश क्रेता कौन हुआ? <br />नव-धर्म&hellip; <a href=”https://t.co/WFqoTFnntd”>https://t.co/WFqoTFnntd</a> <a href=”https://t.co/vOh9QcY26C”>pic.twitter.com/vOh9QcY26C</a></p>
&mdash; Hardeep Singh Puri (मोदी का परिवार) (@HardeepSPuri) <a href=”https://twitter.com/HardeepSPuri/status/1768304332112601299?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 14, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पेट्रोल – डीजल की नई कीमत</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>राजधानी दिल्ली में कीमतों में कमी के बाद पेट्रोल 94.72 रुपये तो मुंबई में 104.21 रुपये, कोलकाता में 103.94 रुपये और चेन्नई में 100.75 रुपये प्रति लीटर में मिलेगी. जबकि डीजल की नई कीमतों पर नजर डालें तो दिल्ली में 87.62 रुपये, मुंबई में 92.15 रुपये, कोलकाता में 90.76 रुपये और चेन्नई में एक लीटर डीजल 92.34 रुपये प्रति लीटर में मिलेगा.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>पेट्रोलियम मंत्रालय ने दी कीमतों में कमी की जानकारी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले पेट्रोलियम मंत्रालय ने पेट्रोल – डीजल की कीमतों में कटौती के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि सरकारी तेल कंपनियों ने ये सूचित किया है कि उन्होंने पूरे देश में पेट्रोल डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर कटौती करने का फैसला किया है. नई दरें 15 मार्च 2024 से सुबह 6 बजे से लागू होगी. पेट्रोलियम मंत्रालय ने बताया कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में कटौती से उपभोक्ताओं की ओर से किए जाने वाले खर्च को बूस्ट मिलेगा तो 58 लाख हेवी गुड्स व्हीकल्स जो डीजल पर चलती है, 6 करोड़ कारें और 27 करोड़ टू-व्हीलर्स चलाने वालों के लिए ऑपरेटिंग कॉस्ट को कम करने में मदद मिलेगी.&nbsp;</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>पेट्रोल और डीज़ल के दाम ₹2 रुपये कम करके देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री <a href=”https://twitter.com/narendramodi?ref_src=twsrc%5Etfw”>@narendramodi</a> जी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का हित और सुविधा सदैव उनका लक्ष्य है।<br /><br />वसुधा का नेता कौन हुआ? <br />भूखण्ड-विजेता कौन हुआ? <br />अतुलित यश क्रेता कौन हुआ? <br />नव-धर्म&hellip; <a href=”https://t.co/WFqoTFnntd”>https://t.co/WFqoTFnntd</a> <a href=”https://t.co/vOh9QcY26C”>pic.twitter.com/vOh9QcY26C</a></p>
&mdash; Hardeep Singh Puri (मोदी का परिवार) (@HardeepSPuri) <a href=”https://twitter.com/HardeepSPuri/status/1768304332112601299?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 14, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>पेट्रोलियम मंत्रालय ने बताया कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में कटौती से नागरिकों को कई फायदें होंगे.&nbsp;</p>
<ul style=”text-align: justify;”>
<li>नागरिकों के डिस्पोजेबल इनकम में बढ़ोतरी होगी.</li>
<li>टूरिज्म और ट्रैवल इंडस्ट्रीज को बढ़ावा मिलेगा.</li>
<li>महंगाई पर नकेल कसी जा सकेगी.</li>
<li>उपभोक्ता का भरोसा बढ़ेगा और ज्यादा खर्च कर सकेंगे.</li>
<li>ट्रांसपोर्टेशन पर निर्भर लोगों के खर्च में कमी आएगी.</li>
<li>लॉजिस्टिक्स, मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल सेक्टर्स का मुनाफा बढ़ेगा.</li>
<li>किसानों के लिए ट्रैक्टर और पंप सेट ऑपरेट करने पर लागत में कमी आएगी.&nbsp;</li>
</ul>
<p><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p><strong><a title=”Fitch Ratings: फिच का अनुमान, 2024-25 में 7% रह सकती है GDP, इस वर्ष की दूसरी छमाही में सस्ता होगा कर्ज!” href=”https://www.abplive.com/business/fitch-raises-india-s-gdp-forecast-for-fy25-to-7-percent-rbi-may-cut-policy-rates-in-second-half-of-2024-2638944″ target=”_self”>Fitch Ratings: फिच का अनुमान, 2024-25 में 7% रह सकती है GDP, इस वर्ष की दूसरी छमाही में सस्ता होगा कर्ज!</a></strong></p>
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Mahadev App Scam: महादेव ऐप स्कैम के पैसे से इन शेयरों में आई हैरान करने वाली तेजी

<p>घरेलू शेयर बाजार के लिए बुधवार का दिन ठीक नहीं रहा था. एक दिन पहले के कारोबार में बाजार में चौतरफा बिकवाली का मंजर देखने को मिला था. खासकर स्मॉल कैप और मिड कैप सेगमेंट में तो हाल ज्यादा ही बुरा रहा. यह एक तरह से करीब साल भर से चली आ रही शानदार रैली पर लगाम की तरह है. अब इससे जुड़ी एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आ रही है.</p>
<h3>इस स्कैम के पैसे से आई रैली</h3>
<p>ईटी की एक रिपोर्ट बताती है कि करीब 5000 करोड़ रुपये के महादेव ऐप स्कैम का पैसा शेयरों में भी लगा हुआ था. खासकर स्मॉल कैप शेयरों में स्कैम के पैसे निवेश किए गए थे. रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि स्मॉल कैप और मिड कैप शेयरों में पिछले एक साल के दौरान जो अविश्वसनीय रैली आई है, उसके पीछे महादेव ऐप स्कैम का पैसा भी जिम्मेदार हो सकता है.</p>
<h3>जब्त किए गए हजारों करोड़ के शेयर</h3>
<p>कानून प्रवर्तन एजेंसियों की कार्रवाइयों से भी इसके संकेत मिलते हैं. महादेव ऐप स्कैम के मामले की अभी ईडी के द्वारा जांच चल रही है. ईडी ने जांच के सिलसिले में कुछ दिनों पहले हजारों करोड़ रुपये के शेयरों को जब्त किया है. ये शेयर 1,100 करोड़ रुपये से ज्यादा के हैं और दुबई बेस्ड एक हवाला ऑपरेटर से जुड़े डीमैट अकाउंट में रखे हुए हैं. संबंधित हवाला ऑपरेटर का नाम महादेव ऐप स्कैम में सामने आया है. उसकी पहचान कोलकाता के हरि शंकर टिबरवाल के रूप में की गई है.</p>
<h3>हवाला ऑपरेटर ने लगाया ठिकाने</h3>
<p>ईडी का मानना है कि टिबरवाल ने दुबई स्थित कंपनी के जरिए भारतीय शेयर बाजार में महादेव ऐप स्कैम के पैसे को निवेश किया. स्कैम के पैसे को बाजार में फॉरेन पोर्टफोलिया इन्वेस्टमेंट के रूट से लगाया गया. ईडी के अनुसार, टिबरवाल स्काई एक्सचेंज नाम के इलीगल बेटिंग ऐप को चलाने में महादेव ऐप के प्रमोटर्स का पार्टनर था. हवाला ऑपरेटर का काम करने वाला टिबरवाल स्कैम के पैसे को शेयरों में ठिकाने लगाने में भी लगा हुआ था. ईटी की रिपोर्ट में कहा गया है- ईडी का मानना है कि स्कैम का ज्यादातर पैसा स्मॉल कैप और मिड कैप शेयरों में लगा.</p>
<h3>इस तरह बिखर गया शेयर बाजार</h3>
<p>स्मॉल कैप और मिड कैप शेयरों में पिछले कुछ समय से हैरान करने वाली रैली देखी जा रही थी. इस रैली के दम पर शेयर बाजार के मिड कैप और स्मॉल कैप इंडेक्स ने मुख्य सूचकांकों को बड़े मार्जिन से मात दी थी. इसे लेकर बाजार के कई एनालिस्ट हैरानी जता रहे थे. यहां तक कि खुद बाजार नियामक सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने इन शेयरों में बबल की बात की और मैनिपुलेशन की आशंका जाहिर की. उसके बाद कल बाजार में स्मॉल कैप इंडेक्स 5 फीसदी से ज्यादा टूट गया. वहीं मिड कैप इंडेक्स में 4 फीसदी की और एसएमई इंडेक्स में 6 फीसदी की गिरावट आई.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”मुकेश अंबानी का नया सौदा, इस कंपनी में खरीदेंगे पैरामाउंट की हिस्सेदारी” href=”https://www.abplive.com/business/reliance-industries-of-mukesh-ambani-to-buy-out-paramounts-stake-in-viacom18-2638609″ target=”_blank” rel=”noopener”>मुकेश अंबानी का नया सौदा, इस कंपनी में खरीदेंगे पैरामाउंट की हिस्सेदारी</a></strong></p>

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Share Market Opening 14 March: नहीं मिल रही कोई राहत, खुलते ही 225 अंक से ज्यादा लुढ़का सेंसेक्स

<p><strong>Share Market Opening 14 March:</strong> घरेलू शेयर बाजार के लिए यह सप्ताह ठीक नहीं जा रहा है. सप्ताह के चौथे दिन भी बाजार पर गिरावट का दबाव दिख रहा है. गुरुवार को दोनों प्रमुख सूचकांकों बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी की शुरुआत नुकसान के साथ हुई.</p>
<p>सुबह के 9 बजकर 20 मिनट पर सेंसेक्स 225 अंक से ज्यादा लुढ़का हुआ था और 72,550 अंक से नीचे आ चुका था. निफ्टी 45 अंक के नुकसान के साथ 21,950 अंक के पास कारोबार कर रहा था.</p>
<h3>प्री-ओपन सेशन के संकेत</h3>
<p>प्री-ओपन सेशन में बाजार लुढ़का हुआ था. बाजार में कारोबारी सेशन की शुरुआत से पहले प्री-ओपन सेशन में सेंसेक्स 200 अंक गिरा हुआ था और लुढ़ककर 72,500 अंक के पास आ चुका था. वहीं निफ्टी इंडेक्स में 50 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही थी. गिफ्ट सिटी में निफ्टी का वायदा भी नुकसान के साथ कारोबार की शुरुआत के संकेत दे रहा था.</p>
<h3>कल आई थी भारी गिरावट</h3>
<p>एक दिन पहले बुधवार को बाजार में भारी गिरावट देखी गई. घरेलू शेयर बाजार में इस सप्ताह की शुरुआत से ही दबाव दिख रहा है. सप्ताह के तीसरे दिन बुधवार के कारोबार में सेंसेक्स 906.07 अंक (1.23 फीसदी) गिरकर 72,761.89 अंक पर बंद हुआ. एनएसई का निफ्टी50 इंडेक्स 338 अंक (1.51 फीसदी) लुढ़ककर 21,997.70 अंक पर रहा. यह पिछले कुछ समय के दौरान बाजार की सबसे बड़ी एक दिनी गिरावट है.</p>
<h3>सबसे ज्यादा गिरे थे ये शेयर</h3>
<p>बाजार में यह गिरावट चौतरफा देखी गई. भारी बिकवाली के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी जैसे बड़े सूचकांकों में डेढ़ फीसदी तक की गिरावट देखी गई, वहीं छोटे शेयरों के सूचकांक 6 फीसदी तक लुढ़क गए. स्मॉल कैप इंडेक्स में 5 फीसदी की, मिड कैप इंडेक्स में 4 फीसदी की और एसएमई इंडेक्स में 6 फीसदी की गिरावट आई.</p>
<h3>बाहर से भी नहीं मिल रहा सपोर्ट</h3>
<p>बाजार को आज बाहर से भी सपोर्ट नहीं मिल रहा है. एक दिन पहले अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए थे. वॉल स्ट्रीट पर डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.1 फीसदी की मामूली तेज रही तो नास्डैक में 0.54 फीसदी की और एसएंडपी500 में 0.19 फीसदी की गिरावट आई. आज एशियाई बाजार भी गिरे हुए हैं. जापान का निक्की 0.45 फीसदी के नुकसान में है. टॉपिक्स 0.21 फीसदी गिरा हुआ है. दक्षिण कोरिया का कोस्पी हल्की तेजी में है.</p>
<h3>नुकसान में बड़े शेयर</h3>
<p>शुरुआती कारोबार में ज्यादातर बड़े शेयर नुकसान में हैं. सेंसेक्स के 30 में 19 शेयर लुढ़के हुए हैं. शुरुआती सेशन में बजाज फाइनेंस सबसे ज्यादा डेढ़ फीसदी के नुकसान में था. उसके अलावा टीसीएस, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, जेएसडब्ल्यू स्टील जैसे शेयर भी एक-एक फीसदी से ज्यादा लुढ़के हुए थे. दूसरी ओर पावरग्रिड कॉरपोरेशन सबसे ज्यादा 1.43 फीसदी की बढ़त में था. एनटीपीसी शेयर भी 1 फीसदी से ज्यादा मजबूत था.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”इन कंपनियों के शेयरों में लगा है महादेव ऐप स्कैम का पैसा” href=”https://www.abplive.com/business/money-from-mahadev-app-scam-behind-stellar-rally-in-small-cap-stocks-says-report-2638633″ target=”_blank” rel=”noopener”>इन कंपनियों के शेयरों में लगा है महादेव ऐप स्कैम का पैसा</a></strong></p>

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Uniform KYC: जानिए क्या है यूनिफॉर्म केवाईसी, बैंक अकाउंट से लेकर बीमा और स्टॉक हर जगह आएगी काम 

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>KYC Rules:&nbsp;</strong>केवाईसी प्रक्रिया हम सभी के जीवन में शामिल हो चुकी है. बैंक अकाउंट खोलना हो, बीमा लेना हो या फिर स्टॉक या म्यूचुअल फंड में निवेश करना हो, इन सभी कामों के लिए हमें केवाईसी प्रक्रिया से होकर गुजरना ही पड़ता है. बैंकिंग एवं फाइनेंस सेवाओं के डिजिटलीकरण के साथ ही केवाईसी प्रोसेस भी अब हर जगह आवश्यक हो जा चुकी है. अब इसमें बड़ा बदलाव आने जा रहा है. हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कस्टमर्स वेरिफिकेशन के लिए यूनिफॉर्म केवाईसी (Uniform KYC) लागू करने की बात कही थी. आइए समझ लेते हैं कि यूनिफॉर्म केवाईसी क्या है और इससे क्या बदलाव होंगे.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>एफएसडीसी ने दी यूनिफॉर्म केवाईसी शुरू करने की सलाह</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>केवाईसी (Know Your Customer) किसी भी कस्टमर की पहचान का तरीका होता है. बैंक अकाउंट, म्यूचुअल फंड और लाइफ इंश्योरेंस लेने के लिए हर कस्टमर को केवाईसी से होकर गुजरना ही पड़ता है. कई मामलों में ऐसा बार-बार किया जाता है. कई बार अपडेट करने के नाम पर केवाईसी के तहत आपके डाक्यूमेंट्स मांगे जाते हैं. इस प्रक्रिया में बहुत सारा पेपरवर्क, समय और लागत लगती है. अब इस झंझट को खत्म करने के लिए फाइनेंशियल स्टेबिलिटी एंड डेवलपमेंट काउंसिल (FSDC) ने यूनिफॉर्म केवाईसी शुरू करने की सलाह दी है. इसकी मदद से फाइनेंशियल सेक्टर में किसी भी सेवा के लिए आपको सिर्फ एक बार ही केवाईसी प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ेगा.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>नियमों का ढांचा तैयार कर रही विशेषज्ञ समिति</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार ने फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, जो कि यूनिफॉर्म केवाईसी को लेकर नियमों का ढांचा तैयार करेगी. एफएसडीसी के साथ हाल ही में हुई बैठक के दौरान वित्त मंत्री ने भी केवाईसी प्रक्रिया को आसान बनाने का सुझाव दिया था. सरकार की कोशिश है कि वित्तीय सेवाओं को आसान बनाया जाए.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>जानिए कैसे काम करेगी यूनिफॉर्म केवाईसी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>सेंट्रल केवाईसी रिकॉर्ड रजिस्ट्री (CKYCR) का गठन 2016 में हुआ था. इसका उद्देश्य अलग-अलग वित्तीय सेवाओं के लिए बार-बार होने वाली केवाईसी प्रक्रिया को खत्म करना है. फिलहाल यदि अपने सेबी में केवाईसी करवाकर निवेश शुरू कर दिया है तो बैंक अकाउंट खुलवाते समय अलग से केवाईसी करवानी होगी. सरकार इसी रुकावट को दूर करना चाहती है. नए सिस्टम में आपको 14 अंकों का सीकेवाईसी नंबर (CKYC Number) उपलब्ध करा दिया जाएगा. साथ ही आपका केवाईसी रिकॉर्ड सेबी (SEBI) के अलावा आरबीआई (RBI), इरडा (IRDAI) और पीएफआरडीए (PFRDA) सभी जगह उपलब्ध करवा दिया जाएगा. इससे आपको हर जगह केवाईसी नहीं करवानी होगी.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/electric-two-wheelers-and-three-wheelers-sale-will-go-up-government-announced-new-500-crore-rupees-emps-scheme-2638368″><strong>EMPS Scheme: इलेक्ट्रिक टू व्हीलर और थ्री व्हीलर होंगे सस्ते, सरकार लाई 500 करोड़ रुपये की नई स्कीम</strong></a></p>

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Gold Loan: गोल्ड लोन पोर्टफोलियो का रिव्यू करें सभी सरकारी बैंक, वित्त मंत्रालय का आया हुकुम 

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>Finance Ministry Advisory:&nbsp;</strong>वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने गोल्ड लोन पोर्टफोलियो का रिव्यू करें. गोल्ड लोन देने में रेगुलेटरी नियमों के उल्लंघन के चलते यह निर्देश दिए गए हैं. पिछले महीने ही सरकार ने सभी सरकारी बैंकों से कहा है कि वह फीस कलेक्शन, ब्याज और गोल्ड लोन अकाउंट को बंद करने में हो रही विसंगतियों को जल्द से जल्द दूर कर लें. यह निर्देश पिछले महीने ही जारी जारी कर दिए गए थे.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>गोल्ड लोन के संबंध में कई शिकायतें सामने आईं</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>फाइनेंस मिनिस्ट्री ने सभी सरकारी बैंकों से कहा है कि गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में आ रही नियामकीय दिक्क्तों को तुरंत दूर लें. डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज (DFS) ने पब्लिक सेक्टर बैंकों के प्रमुखों को भेजे पत्र में कहा है कि वह गोल्ड लोन से जुड़े सिस्टम और प्रक्रिया को दुरुस्त कर लें. फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्रेटरी विवेक जोशी ने पीटीआई को बताया कि हमने पब्लिक सेक्टर बैंकों से तुरंत व्यापक रिव्यू शुरू करने को कहा है. गोल्ड लोन के संबंध में कई शिकायतें सामने आई हैं. इनमें पर्याप्त सोने के बिना लोन देना, फीस कलेक्शन और कैश में रीपेमेंट लेना शामिल हैं.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>2 साल के दौरान बांटे गए गोल्ड लोन का रिव्यू करें बैंक&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>डीएफएस ने बैंकों से कहा है कि वह 1 जनवरी, 2022 से लेकर 31 जनवरी, 2024 तक 2 साल के दौरान बांटे गए गोल्ड लोन का रिव्यू करें. इससे पता चल सकेगा कि सभी गोल्ड लोन बैंकों और रेगुलेटरी नियमों के दायरे में बांटे गए या नहीं. गौरतलब है कि गोल्ड रेट तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. पिछले एक महीने में ही प्रति 10 ग्राम गोल्ड के रेट 63,365 रुपये से उछलकर 67,605 रुपये हो गए हैं. वित्त मंत्रालय के पत्र के अनुसार, गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में नियमों के साथ हेरफेर की जा रही थी. इसलिए मंत्रालय को यह कदम उठाना पड़ा.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>आईआईएफएल फाइनेंस पर लगी थी रोक&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई का गोल्ड लोन पोर्टफोलियो दिसंबर, 2023 तक 30,881 करोड़ रुपये का था. इसके अलावा तीसरी तिमाही के अंत तक पीएनबी का यही आंकड़ा 5,315 करोड़ रुपये और बैंक ऑफ बड़ौदा का 3,682 करोड़ रुपये था. आरबीआई के नियमों के अनुसार, ज्वेलरी की 75 फीसदी कीमत तक ही गोल्ड लोन दिया जा सकता है. हालांकि, कोविड 19 के चलते इन नियमों में थोड़ी राहत दी गई थी. लोन टू वैल्यू रेश्यो को नॉन एग्रीकल्चर उद्देश्य के लिए 90 फीसदी तक बढ़ा दिया गया था. यह सुविधा 31 मार्च, 2021 तक के लिए दी गई थी. पिछले हफ्ते आरबीआई ने आईआईएफएल फाइनेंस पर गोल्ड लोन बांटने की रोक लगा दी थी.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/uniform-kyc-will-bring-big-changes-in-kyc-rules-know-how-you-will-benefit-from-it-2638435″><strong>Uniform KYC: जानिए क्या है यूनिफॉर्म केवाईसी, बैंक अकाउंट से लेकर बीमा और स्टॉक हर जगह आएगी काम&nbsp;</strong></a></p>

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Anil Ambani: अनिल अंबानी को मिलेंगे 4000 करोड़, बिकने वाला है मुंबई मेट्रो में हिस्सा

<p>महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई मेट्रो वन में अनिल अंबानी की कंपनी की हिस्सेदारी के सौदे को मंजूरी दे दी है. राज्य के मंत्रिमंडल ने यह मंजूरी इसी सप्ताह दी. इसके बाद अब मुंबई मेट्रो वन में अनिल अंबानी की हिस्सेदारी बिकने का रास्ता साफ हो गया है और इसके साथ ही उन्हें डील से हजारों करोड़ रुपये भी मिलने वाले हैं.</p>
<h3>पीपीपी के तहत बनी है परियोजना</h3>
<p>मुंबई मेट्रो वन एक पीपीपी यानी पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप प्रोजेक्ट है. पीपीपी प्रोजेक्ट उन परियोजनाओं को कहा जाता है, जिनमें सरकार और निजी सेक्टर दोनों की हिस्सेदारी होती है. मुंबई मेट्रो वन में सरकारी हिस्सेदारी मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी एमएमआरडीए के माध्यम से है. एमएमआरडीए के पास मुंबई मेट्रो वन में 26 फीसदी हिस्सेदारी है.</p>
<h3>अनिल अंबानी के पास इतना हिस्सा</h3>
<p>अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड भी मुंबई मेट्रो वन में पार्टनर है. रिलायंस इंफ्रा के पास मुंबई मेट्रो वन की 74 फीसदी हिस्सेदारी है. अब इस हिस्सेदारी को भी सरकार खरीदने वाली है. उसके बाद मुंबई मेट्रो वन पूरी तरह से सरकारी प्रोजेक्ट हो जाएगा. प्रोजेक्ट में अनिल अंबानी की कंपनी की हिस्सेदारी की वैल्यू 4000 करोड़ रुपये आंकी गई है.</p>
<h3>मुंबई की पहली मेट्रो परियोजना</h3>
<p>मुंबई मेट्रो वन देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शहर मुंबई की पहली मेट्रो परियोजना है. इस परियोजना को बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) मॉडल पर 2007 में शुरू किया गया. इसका परिचालन मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी करती है, जो एमएमआरडीए और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की संयुक्त कंपनी है.</p>
<h3>इस तरह से निकाली गई वैल्यू</h3>
<p>मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड में अनिल अंबानी की कंपनी की हिस्सेदारी की वैल्यू एक पैनल रिपोर्ट में तैयार की गई. सेवानिवृत्त आईएएस ऑफिसर एवं पूर्व मुख्य सचिव जॉनी जोसेफ की अगुवाई वाले पैनल ने वैल्यू निकालने के लिए डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल का इस्तेमाल किया. इस तरह अनिल अंबानी के 74 फीसदी हिस्से की वैल्यू 4000 करोड़ रुपये निकाली गई, जिसे महाराष्ट्र की <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> सरकार ने इस सप्ताह की शुरुआत में मंजूरी दे दी.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”गोल्ड लोन में फ्रॉड पर आरबीआई सख्त, बैंकों से मांगा ये डेटा” href=”https://www.abplive.com/business/rbi-asks-banks-to-submit-data-on-gold-loan-frauds-doubts-of-system-manipulation-2637647″ target=”_blank” rel=”noopener”>गोल्ड लोन में फ्रॉड पर आरबीआई सख्त, बैंकों से मांगा ये डेटा</a></strong></p>

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Share Market Opening 13 March: वैश्विक सपोर्ट से मजबूत खुला बाजार, 6 फीसदी से ज्यादा उछला आईटीसी स्टॉक

<p><strong>Share Market Opening 13 March:</strong> दो दिनों से कायम प्रेशर के बाद आज बुधवार को घरेलू बाजार ने राहत की सांसें लीं. वैश्विक बाजार से मिल रहे सपोर्ट के बीच दोनों प्रमुख घरेलू सूचकांकों बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी ने सप्ताह के तीसरे दिन कारोबार की शानदार शुरुआत की.</p>
<h3>इस तरह रहा शुरुआती सेशन</h3>
<p>सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर जब बाजार में कारोबार की शुरुआत हुई, दोनों प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी अच्छी तेजी में थे. सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर सेंसेक्स 230 अंक से ज्यादा की तेजी के साथ 73,900 अंक के पास कारोबार कर रहा था. आज के कारोबार में सेंसेक्स एक बार फिर से 74 हजार अंक के स्तर को पार कर सकता है. निफ्टी 55 अंक मजबूत होकर 22,390 अंक के पार निकला हुआ था.</p>
<h3>प्री-ओपन सेशन में ऐसे संकेत</h3>
<p>घरेलू बाजार प्री-ओपन सेशन में हल्की तेजी में था. गिफ्टी सिटी में निफ्टी का वायदा सुबह में 22,459 अंक पर था, जो पिछले बंद स्तर की तुलना में करीब 10 अंक ऊपर था. प्री-ओपन सेशन में सेंसेक्स 330 अंक से ज्यादा की बढ़त लेकर फिर से 74 हजार अंक के पास पहुंचा हुआ था. निफ्टी करीब 100 अंक मजबूत होकर 22,430 अंक के पार निकला हुआ था.</p>
<h3>वैश्विक बाजारों में लौटी तेजी</h3>
<p>लगातार गिरावट के बाद वैश्विक बाजार तेजी की राह पर लौट आए हैं. मंगलवार को वॉल स्ट्रीट ने राहत की सांसें लीं. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.61 फीसदी की तेजी में बंद हुआ था. एसएंडपी500 में 1.12 फीसदी की और नास्डैक कंपोजिट इंडेक्स में 1.54 फीसदी की शानदार तेजी आई थी. आज सप्ताह के तीसरे दिन एशियाई बाजार में भी मजबूत का ट्रेंड दिख रहा है. जापान का निक्की 0.73 फीसदी चढ़ा हुआ है. टॉपिक्स इंडेक्स 0.79 फीसदी के फायदे में है. दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 0.48 फीसदी की तेजी है. हालांकि हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स फ्यूचर ट्रेड में हल्की गिरावट के संकेत दिखा रहा है.</p>
<h3>एक दिन पहले ऐसा रहा बाजार</h3>
<p>इससे पहले सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार को भी बाजार पर दबाव बना रहा. उथल-पुथल भरे कारोबार के बाद सेंसेक्स 165.32 अंक (0.22 फीसदी) की हल्की तेजी के साथ 73,667.96 अंक पर बंद हुआ था. निफ्टी 3.05 अंक (0.014 फीसदी) के मामूली फायदे के साथ 22,335.70 अंक पर रहा था. सोमवार को दोनों प्रमुख सूचकांकों में बड़ी गिरावट देखी गई थी.</p>
<h3>शुरुआती कारोबार में बड़े शेयर</h3>
<p>शुरुआती सेशन में सेंसेक्स के ज्यादातर शेयर फायदे में दिख रहे थे. सेंसेक्स के 30 शेयरों में 20 के भाव फायदे में थे. आईटीसी के भाव में जबरदस्त तेजी थी और शेयर 6 फीसदी से ज्यादा चढ़ा हुआ था. नेस्ले इंडिया का शेयर भी 1 फीसदी से ज्यादा मजबूत था. दूसरी ओर पावरग्रिड कॉरपोरेशन का शेयर सबसे ज्यादा करीब 1.75 फीसदी के नुकसान में था. भारती एयरटेल और एनटीपीसी जैसे शेयर भी 1-1 फीसदी से ज्यादा लुढ़के हुए थे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”अनिल अंबानी को मिलेंगे 4000 करोड़, बिकने वाला है मुंबई मेट्रो में हिस्सा” href=”https://www.abplive.com/business/maharashtra-govt-okays-to-buy-anil-ambani-reliance-infra-stake-in-mumbai-metro-one-2637674″ target=”_blank” rel=”noopener”>अनिल अंबानी को मिलेंगे 4000 करोड़, बिकने वाला है मुंबई मेट्रो में हिस्सा</a></strong></p>

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IIP Rate: जनवरी 2024 में धीमी हुई औद्योगिक उत्पादन के ग्रोथ की रफ्तार, 3.8 फीसदी रही आईआईपी

<p style=”text-align: justify;”><strong>IIP Growth Rate:</strong> मैन्युफैक्चरिंग, खनन और इलेक्ट्रिसिटी क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के चलते जनवरी 2024 में औद्योगिक उत्पादन ग्रोथ रेट की रफ्तार धीमी हो गई है. जनवरी 2024 में आईआईपी रेट घटकर 3.8 फीसदी पर आ गई है जबकि जनवरी 2023 में आईआईपी ग्रोथ रेट 5.8 फीसदी रही थी. एक महीने पहले दिसंबर, 2023 में आईआईपी की वृद्धि दर 4.2 फीसदी रही थी. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने औद्योगिक उत्पादन दर जारी किया है जिसके मुताबिक जनवरी 2024 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के आउटपुट ने 3.2 फीसदी का ग्रोथ रेट दिखाया है जो एक साल पहले समान महीने में 4.5 फीसदी रहा था. बिजली उत्पादन का ग्रोथ रेट जनवरी में 5.6 फीसदी रहा है जो कि जनवरी 2023 में 12.7 फीसदी रहा था. माइनिंग एक्टिविटी का का ग्रोथ रेट 5.9 फीसदी रहा है जो कि बीते साल समान अवधि में 9 फीसदी के दर से बढ़ा था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 10 महीने में इंडस्ट्रियल आउटपुट 5.9 फीसदी के दर से बढ़ा है जो कि 2022-23 के समान अवधि के दौरान 5.5 फीसदी के दर से बढ़ा था. जनवरी में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का उत्पादन 10.9 फीसदी के दर से बढ़ा है जो कि बीते साल समान अवधि में 8.2 फीसदी के दर से बढ़ा था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>नाइट फ्रैंक इंडिया के नेशनल डायरेक्टर रिसर्च विवेक राठी ने कहा, मैन्य़ुफैक्चरिंग आउटपुट की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है. उन्होंने कहा कि मजबूत और स्थिर इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का मजबूत रहना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ में गिरावट के बावजूद कैपिटल गुड्स के ग्रोथ में तेजी घरेलू निवेश में पॉजिटिव ग्रोथ की ओर संकेत दे रहा है जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिल रही है. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>केयरएज रेटिंग्स की चीफ इकोनॉमिस्ट रजनी सिन्हा ने कहा कि कंज्यूमर ड्यूरेबल्स आउटपुट जनवरी में 10.9 फीसदी रहा है जो कि दिसंबर में 5.3 फीसदी रहा था. उन्होंने कहा कि कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स के नेगेटिव ग्रोथ खपत में कमजोरी की ओर इशारा कर रहा है. उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई दर जब घट रही है ये देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले तिमाही में खपत में कैसे सुधार होता है.&nbsp;</p>
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NSE Update: निवेशकों को लुभाने के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने की कैश – डेरिवेटिव्स ट्रांजैक्शन चार्ज में कटौती

<p style=”text-align: justify;”><strong>NSE Transaction Charge:</strong> शेयर बाजार के निवेशकों के लिए अच्छी खबर है. देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज माने जाने वाले नेशनल स्टॉक एक्सचेंज &nbsp;ने शेयर बाजार में कैश ट्रांजैक्शन और डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग पर लगने वाले चार्ज में कटौती करने का फैसला किया है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ये फैसला एक अप्रैल 2024 से लागू होगा. एमएसई के बोर्ड ने ट्रांजैक्शन चार्ज में कटौती करने पर अपनी मुहर लगा दी है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौजूदा समय में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज इक्विटी के कैश सेगमेंट में ट्रेड करने पर 0.00325 फीसदी चार्ज है जबकि एनएसई की प्रतिद्वंदी एक्सचेंज बीएसई कैश में इक्विटी ट्रेड पर 0.00375 फीसदी चार्ज वसूलता है. फ्यूचर में ट्रेड पर एनएसई 0.0019 फीसदी ट्रांजैक्शन चार्ज लगता है जबकि ऑप्शन ट्रेंड पर ये चार्ज 0.05 फीसदी है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के ट्रांजैक्शन चार्ज में कटौती के फैसले से सालाना रेवेन्यू में 130 करोड़ रुपये का नुकसान होगा. 2023-24 के पहले नौ महीने में एनएसई को ट्रांजैक्शन चार्ज से 8330 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ है जो कि पिछले वित्त वर्ष के समान अवधि से 16 फीसदी ज्यादा है. &nbsp; &nbsp;&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये माना जा रहा है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के ट्रांजैक्शन चार्ज में कटौती के इस फैसले से एनएसई पर ट्रेड वॉल्यूम बढ़ेगा. आने वाले दिनों में शेयर बाजार में निवेशकों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर ट्रेडिंग बढ़ेगी. विदेशी निवेश में इजाफे के संकेत हैं तो ट्रांजैक्शन चार्ज में कमी से रिटेल से लेकर विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी जिससे एनएसई का ट्रेड वॉल्यूम बढ़ेगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये माना जा रहा कि एनएसई के प्रतिद्वंदी स्टॉक एक्सचेंज बीएसई पर इक्विटी डेरिवेटिव्स वॉल्यूम में जोरदार उछाल आया है खासतौर से पिछले तिमाही में इसमें इजाफा देखने को मिला है जिससे एनएसई के वर्चस्व को चुनौती मिल रही है. यही कारण है कि एनएसई को अपने वर्चस्व को बनाये रखने के लिए ट्रांजैक्शन चार्ज में कटौती करने का फैसला लेना पड़ा है जिसकी भरपाई वॉल्यूम ग्रोथ से की जा सकेगी.&nbsp;</p>
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CAPF Canteen: पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों के लिए बड़ा ऐलान, कैंटीन के सामान पर आधा जीएसटी ही चुकाना होगा

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>Para Military Forces:&nbsp;</strong>केंद्र सरकार ने पैरामिलिट्री फोर्स को बड़ा तोहफा दिया है. अब उन्हें कैंटीन के सामान पर 50 फीसदी जीएसटी ही चुकाना होगा. इस फैसले के चलते पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को कैंटीन से सस्ता सामान मिल सकेगा. इससे पैरामिलिट्री फोर्स के 11 लाख से अधिक जवानों को सीधा फायदा पहुंचेगा. गृह मंत्रालय ने सीएपीएफ कैंटीन यानी केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार (KPKB) पर मिलने वाले उत्पादों पर 50 फीसदी जीएसटी छूट दे दी है.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>गृह मंत्रालय ने दी फैसले की जानकारी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>गृह मंत्रालय ने सोमवार को नोटिफिकेशन जारी कर इस फैसले की सूचना दी है. इसमें बताया गया है कि केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार (Kendriya Police Kalyan Bhandar) से सामान की खरीद पर 50 फीसदी जीएसटी सहायता 1 अप्रैल, 2024 से लागू होगी. यह सहायता बजट के माध्यम से मिलेगी. कंफेडरशन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस मार्टियर्स वेलफेयर एसोसिएशन इसके लिए लंबे समय से आवाज उठा रही था.&nbsp; एसोसिएशन ने कई केंद्रीय मंत्रियों को ज्ञापन भी सौंपे थे. साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को पत्र भी भेजे थे.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>वित्त मंत्री <span style=”font-weight: 400;”><strong>सीतारमण</strong> </span>से की गई थी मांग&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>एसोसिएशन ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) से मांग की थी कि वह अंतरिम बजट में सीएपीएफ कैंटीन के उत्पादों पर 50 फीसदी जीएसटी छूट देने की घोषणा करें. कैंटीन पर लगने वाले जीएसटी के चलते लाखों पैरामिलिट्री परिवारों का बजट बिगड़ जाता है. इसलिए सीएपीएफ कैंटीन को भी आर्मी कैंटीन की तर्ज पर जीएसटी में छूट की मांग की जा रही थी.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>जीएसटी से पहले कई राज्यों ने दी थी वैट छूट&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>एसोसिएशन के चेयरमैन एचआर सिंह और महासचिव रणबीर सिंह ने बताया कि पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की मदद के लिए साल 2006 में सेंट्रल पुलिस कैंटीन की स्थापना की गई थी. इससे पहले आर्मी की सीएसडी कैंटीन से सामान खरीदा जाता था. देश भर में करीब 119 मास्टर कैंटीन और 1778 सीपीसी कैंटीन हैं. सीपीसी कैंटीन का नाम बदलकर केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार किया गया है. जीएसटी के लागू होने से पहले कई राज्यों द्वारा कैंटीन में मिलने वाली वस्तुओं पर वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) की छूट दी गई थी. मगर, जीएसटी लागू होने के बाद कोई राहत नहीं मिली थी. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/india-to-become-upper-middle-income-economy-by-2036-says-india-ratings-agency-2636725″><strong>Indian Economy: भारत का अपर मिडिल इकोनॉमी बनने का सपना जल्द होगा पूरा, 15 ट्रिलियन डॉलर होगी अर्थव्यवस्था</strong></a></p>

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Share Market Opening: सपाट शुरुआत के बाद उछला शेयर मार्केट, सेंसेक्स और निफ्टी में आया सुधार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Share Market Opening 12th March:</strong> भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को हल्की गिरावट के साथ खुले. हालांकि, बाद में इनमें तेजी देखी गई. एशियाई शेयर मार्केट्स में गिरावट का असर इन पर दिखाई दिया. मंगलवार सुबह बीएसई सेंसेक्स 28.84 प्वॉइंट्स गिरकर 73,473.80 प्वॉइंट पर खुला और एनएसई निफ्टी 2.85 प्वॉइंट्स गिरकर 22,329.80 प्वॉइंट पर खुला. हालांकि, बाद में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी देखी गई. सुबह 9.55 तक सेंसेक्स 385.38 ऊपर चढ़कर 73,888.02 प्वॉइंट पर पहुंच गया था. इसके साथ ही निफ्टी में 72.10 प्वॉइंट की उछाल आई है और यह 22,404.75 प्वॉइंट पर पहुंच गया था.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>बैंक निफ्टी और आईटी शेयरों में तेजी&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>बैंक निफ्टी और आईटी शेयरों में मंगलवार को काफी बढ़त देखी जा रही है. बैंक निफ्टी लगभग 400 प्वॉइंट ऊपर जा चुका है. एचडीएफसी बैंक के शेयर लगभग 31 रुपये ऊपर जाकर लागभाग 1457 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, इंडसइंड और एक्सिस बैंक में भी जबरदस्त उछाल है.&nbsp;&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>ये रहे टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स पर टीसीएस, इंफोसिस, एचसीएल टेक, विप्रो और सन फार्मा टॉप गेनर्स रहे हैं. इसके अलावा आईटीसी, एचयूएल, बजाज फिनसर्व, नेस्ले और बजाज फाइनेंस टॉप लूजर्स बने हैं. इसके अलावा निफ्टी पर टीसीएस, टेक महिंद्रा, बीपीसीएल, एलटीआई माइंडट्री और इंफोसिस टॉप गेनर्स रहे और आईटीसी, एचयूएल, एचडीएफसी लाइफ, ब्रिटानिया और बजाज फिनसर्व टॉप लूजर्स रहे हैं. ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको द्वारा आईटीसी की बड़ी हिस्सेदारी बेचने की खबरों का असर आईटीसी के स्टॉक पर दिखाई दे रहा है.&nbsp; &nbsp; &nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>सोमवार को आई थी भारी गिरावट&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>हफ्ते का पहला कारोबारी सत्र निवेशकों के लिए निराशाजनक रहा था. बैंकिंग और एनर्जी स्टॉक्स में बड़ी गिरावट हुई थी. सोमवार को कारोबार खत्म होने पर बीएसई सेंसेक्स 617 अंकों की गिरावट के साथ 73,502 अंकों पर बंद हुआ था. एनएसई का निफ्टी 161 अंकों की गिरावट के साथ 22,332 अंकों पर बंद हुआ था.&nbsp;&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/para-military-forces-will-get-50-percent-gst-exemption-on-canteen-products-2636773″><strong>CAPF Canteen: पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों के लिए बड़ा ऐलान, कैंटीन के सामान पर आधा जीएसटी ही चुकाना होगा</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>

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