ITC Demerger: 6 जून को आईटीसी के शेयरधारक लगायेंगे होटल कारोबार के डिमर्जर पर अपनी मुहर

<p style=”text-align: justify;”><strong>ITC Hotels Demerger Update:</strong> सिगरेट्स और एफएमसीजी कंपनी आईटीसी के शेयरधारकों को जिस तारीख का इंतजार था उसका खुलाया हो गया है. आईटीसी लिमिटेड से आईटीसी होटल्स के डिमर्जर प्लान पर मंजूरी लेने के लिए 6 जून 2024 को कंपनी के शेयरधारकों की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में आईटीसी होटल्स को अलग कर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग कराई जाएगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>आईटीसी ने रेग्यूलेटरी फाइलिंग में स्टॉक एक्सचेंजों को ये जानकारी दी है. &nbsp;आईटीसी ने बताया कि 6 जून 2024 को सुबहर 10.30 बजे इलेक्ट्रॉनिक मोड में ये बैठक होगी. नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने कंपनी के सामान्य शेयरधारकों की बैठक बुलाने का आदेश दिया है जिसके बाद ये बैठक बुलाने का फैसला लिया गया है. इससे पहले बीते वर्ष 14 अगस्त 2023 को कंपनी के बोर्ड की होने बैठक हुई थी जिसमें स्कीम ऑफ अरेंजमेंट को मंजूरी दी थी जिसमें ये तय किया गया कि आईटीसी के हर शेयरधारकों को पैरेंट कंपनी में 10 शेयर के बदले में होटल्स बिजनेस से जुड़ी कंपनी आईटीसी होटल्स का एक शेयर दिया जाएगा. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>डिमर्जर की प्रक्रिया पूरा होने के बाद शेयरधारकों, क्रेडिटर्स, स्टॉक एक्सचेंजों, सेबी, एनसीएलटी और दूसरे रेग्यूलेटरी अथॉरिटी से मंजूरी मिलने के बाद आईटीसी होटल्स की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग होगी. होटल बिजनेस के डिमर्जर को जो मंजूरी दी गई उसके मुताबिक होटल बिजनेस वाली कंपनी में 40 फीसदी हिस्सेदारी पैरेंट कंपनी के पास रहेगी. बाकी 60 फीसदी हिस्सेदारी आईटीसी के शेयरधारकों के पास होगी. एक रुपये कंपनी के शेयर का फेस वैल्यू होगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>आईटीसी ने डिमर्जर के फैसले की जानकारी देते हुए तब कहा था कि, कंपनी के बोर्ड का मानना है होटल कारोबार तेजी के साथ बढ़ते हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में अलग इकाई के रूप में ग्रोथ करने के लिए पूरी तरह तैयार है. कंपनी ने कहा कि नई होटल इकाई का फोकस बिजनेस के साथ कैपिटल फॉर्मेशन पर रहेगा. साथ ही आईटीसी की संस्थागत ताकत, ब्रांड इक्विटी और गुडविल का फायदा उसे मिलता रहेगा. देशभर में 70 स्थानों पर आईटीसी के 11,600 कमरों साथ 120 होटल्स मौजूद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बुधवार को बाजार बंद होने के बाद डिमर्जर पर मंजूरी लेने के लिए शेयरधारकों की बैठक के तारीख का एलान किया गया है. इससे पहले आज शेयर बाजार बंद होने पर आईटीसी का स्टॉक 0.07 फीसदी की गिरावट के साथ 428.90 रुपये पर क्लोज हुआ है. बीते तीन महीने में आईटीसी के शेयर ने निवेशकों को -7.5 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है. &nbsp;</p>
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Income Tax: इनकम टैक्स विभाग ने दी राहत, 31 मई तक पैन से आधार किया लिंक तो कम TDS कटौती पर नहीं होगी कार्रवाई

<p style=”text-align: justify;”><strong>Income Tax Department:</strong> इनकम टैक्स विभाग ने टीडीएस (TDS) टीसीएस ( TCS) कटौती को लेकर टैक्सपेयर्स और कारोबारियों को बड़ी राहत दी है. इनकम टैक्स विभाग ने कहा है कि टीडीएस की कम कटौती को लेकर टैक्सपेयर्स और कारोबारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी अगर टैक्सपेयर्स 31 मई 2024 तक पैन को आधार के साथ जोड़ देते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इनकम टैक्स विभाग के नियमों के मुताबिक अगर पैन नंबर आधार के साथ लिंक नहीं है तो दोगुनी रेट के साथ टीडीएस कटौती का प्रावधान है. लेकिन सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (Central Board of Direct Taxes) ने कहा कि उसे टैक्सपेयर्स की ओर से कई शिकायतें मिली है कि उन्हें इसे लेकर नोटिस मिला है जिसमें लिखा है कि उन्होंने ऐसे लेनदेन करते समय टीडीएस /टीसीएस की कम कटौती या संग्रह करने की चूक की है, जहां पैन निष्क्रिय थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>ऐसे मामलों में उच्च रेट पर कटौती नहीं किया गया है, लिहाजा इनकम टैक्स विभाग ने टीडीएस/ टीसीएस स्टेटमेंट के प्रोसेसिंग करने पर टैक्स की मांग की गई है. ऐसे शिकायतों के निपटारे के लिए सीबीडीटी ने कहा है कि 31 मार्च 2024 तक किए गए ट्रांजैक्शन और ऐसे मामले जिसमें 31 मई 2024 से पहले पैन आधार लिंक करने के चलते पैन ऑपरेटिव हो चुका है ऐसे मामलों में उच्च रेट के हिसाब से टैक्सपेयर्स को टैक्स नहीं देना होगा. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एकेएम ग्लोबल में पार्टनर टैक्स संदीप सहगल ने कहा कि सर्कुलर के चलते टैक्स डिडक्टर को कुछ राहत मिली है जिसमें पैन आधार के साथ जुड़े नहीं होने के चलते पैन निष्क्रिय हो चुका था. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में करदाताओं को जल्द से जल्द पैन को आधार से जोड़ लेना चाहिए. अलग-अलग तरह की आय के स्रोतों पर टीडीएस काटा जाता है. जिसमें सैलेरी, निवेश, बैंक एफडी, कमीशन शामिल है. टीडीएस के जरिए ही सरकार को टैक्स प्राप्त होता है. टीडीएस सरकार के खाते में जमा करने की जिम्मेदारी भुगतान करने वाले व्यक्ति या कंपनी पर होता है.&nbsp;</p>
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Mukesh Ambani: मुकेश अंबानी का नया बिजनेस, अब एसी-फ्रिज से लेकर एलईडी बल्ब तक बनाएगी रिलायंस

<p>देश के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी ने तेजी से बढ़ते कंज्युमर इलेक्ट्रॉनिक्स और होम अप्लायंस बिजनेस के लिए नई रणनीति तैयार की है. इसके तहत अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज एलईडी बल्ब से लेकर एसी और फ्रिज तक बनाने व बेचने जा रही है.</p>
<h3>रिलायंस ने तैयार की है ये योजना</h3>
<p>ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज की योजना कंज्युमर इलेक्ट्रॉनिक्स और होम अप्लायंस सेगमेंट में विदेशी कंपनियों के वर्चस्व को चुनौती देने की है. इसके लिए वाइजर (Wyzr) ब्रांड के तहत मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट लॉन्च किए जाएंगे. अंबानी की कंपनी इस योजना के तहत आने वाले दिनों में एलईडी बल्ब, टीवी, एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन आदि जैसे प्रोडक्ट लॉन्च कर सकती है.</p>
<h3>इन मैन्युफैक्चरर्स से चल रही है बात</h3>
<p>रिपोर्ट में रिलायंस की योजना से जुड़े दो एग्जीक्यूटिव के हवाले से कहा गया है कि कंपनी ने मैन्युफैक्चरिंग और प्रोडक्शन फाइनल करने के लिए बातचीत शुरू कर दी है. अभी वाइजर ब्रांड के तहत घरेलू इस्तेमाल के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण बनाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर मैन्युफैक्चरिंग करने वाली घरेलू कंपनियों डिक्सॉन टेक्नोलॉजीज और मर्क इलेक्ट्रॉनिक्स (ओनिडा की पैरेंट कंपनी) से एग्रीमेंट करने पर काम चल रहा है.</p>
<h3>ये प्रोडक्ट ला सकती है रिलायंस</h3>
<p>रिलायंस इंडस्ट्रीज की खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल ने हाल ही में वाइजर ब्रांड नाम से एयर कूलर लॉन्च किया है. कंपनी की योजना इस ब्रांड का विस्तार करने की है. अभी रिलायंस इंडस्ट्रीज इस ब्रांड के तहत टीवी, फ्रिज, एसी, वॉशिंग मशीन, एलईडी बल्ब जैसे प्रोडक्ट दूसरे मैन्युफैक्चरर्स से कॉन्ट्रैक्ट पर बनवाएगी. जब यह ब्रांड बाजार में ठीक-ठाक हिस्सेदारी हासिल कर लेगा, उसके बाद कंपनी खुद ही प्लांट लगाकर मैन्युफैक्चरिंग भी शुरू कर सकती है.</p>
<h3>इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में रिलायंस</h3>
<p>अभी कंज्युमर इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट में रिलायंस की उपस्थिति सीमित है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2022 में अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी Sanmina की भारतीय यूनिट में 50.1 फीसदी हिस्सेदारी का 1,670 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था. Sanmina के पास चेन्नई में एक 100 एकड़ में फैला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है. उस प्लांट में भी वाइजर ब्रांड के प्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं.</p>
<h3>अभी नहीं हुआ है आधिकारिक ऐलान</h3>
<p>हालांकि इस योजना के बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अभी आधिकारिक तौर पर कोई ऐलान नहीं किया है. दो दिन पहले ही देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मार्च तिमाही का परिणाम जारी किया है. उसमें भी कंपनी की ओर से इस योजना पर कोई जानकारी नहीं दी गई है.</p>
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ILO Report: बेरोजगारों में नहीं हैं 83 फीसदी युवा? आईएलओ की रिपोर्ट पर भारत को आपत्ति

<p>भारत सरकार ने देश में बेरोजगारी को लेकर आईएलओ के द्वारा जारी की गई एक हालिया रिपोर्ट पर आपत्ति व्यक्त की है. भारत का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने बेरोजगारी पर अपनी रिपोर्ट तैयार करने में डेटा को सही से प्रजेंट नहीं किया है और उसके आंकड़ों में गड़बड़ियां हैं.</p>
<h3>आईएलओ के साथ दो बार हुई बैठक</h3>
<p>ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने औपचारिक तरीके से रिपोर्ट पर अपनी आपत्ति जताई है. इसके लिए श्रम एवं रोजगार सचिव सुनीता द्वारा ने आईएलओ के वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाकर हालिया रिपोर्ट पर सरकार की नाराजगी से अवगत कराया. पिछले महीने जारी की गई रिपोर्ट के बाद सरकार आईएलओ के अधिकारियों के साथ दो दौर की बैठक कर चुकी है.</p>
<h3>रिपोर्ट में किया गया है ये दावा</h3>
<p>इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन ने पिछले महीने इंडिया एम्पलॉयमेंट रिपोर्ट 2024 जारी की थी, जिसे इंस्टीट्यूट फोर ह्युमन डेवलपमेंट के साथ मिलकर तैयार किया गया है. उस रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत में बेरोजगार कार्यबल में 83 फीसदी हिस्सा युवाओं का है. रिपोर्ट की मानें तो भारत में हर 100 बेरोजगार लोगों में 83 युवा हैं. सरकार इस बात से सहमत नहीं है.</p>
<h3>बेरोजगारी पर सरकारी आंकड़ा</h3>
<p>सरकार की मानें तो 2019 में युवाओं (15 से 29 साल की उम्र के लोगों) में बेरोजगारी की दर 7 फीसदी पर थी, जो कम होकर 2022 में सिर्फ 5 फीसदी रह गई. वही व्यस्कों (30 साल से 59 साल के लोगों) के मामले में बेरोजगारी की दर 2019 में भी 1 फीसदी थी और 2022 में भी यह दर 1 फीसदी पर स्थिर रही.</p>
<h3>सरकार इन्हें नहीं मानती बेरोजगार</h3>
<p>श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का कहना है कि भारत के युवाओं में 35 हिस्सा विद्यार्थियों का है. वहीं 22 फीसदी भारतीय युवा घरेलू कामों में लगे हुए हैं. सरकार के अनुसार, उन युवाओं को बेरोजगार की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता है. युवाओं का एक बड़ा हिस्सा आंशिक रोजगार में जुटा हुआ है. उन्हें भी बेरोजगार नहीं कहा जा सकता है.</p>
<h3>आईएलओ के आंकड़ों पर आपत्तियां</h3>
<p>सरकार का पक्ष है कि आईएलओ की रिपोर्ट को तैयार करते हुए इस तरह के कई फैक्टर पर गौर नहीं किया गया है. उदाहरण के लिए- रिपोर्ट में इंटरनेशनल मोबिलिटी यानी अन्य देशों में काम करने जा रहे लोगों और गिग एंड प्लेटफॉर्म वर्कर्स यानी साल के कुछ महीने औपचारिक रोजगार करने वाले लोगों के डेटा को भी रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है. इस तरह आईएलओ के रिपोर्ट में आंकड़ों को लेकर गंभीर गड़बड़ियां की गई हैं और उन्हें गलत तरीके से प्रजेंट किया गया है.</p>
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व्हीकल लोन कारोबार में 150 करोड़ के फ्रॉड के चलते M&M फाइनेंशियल का स्टॉक धड़ाम, टला तिमाही नतीजा

<p style=”text-align: justify;”><strong>M&amp;M Financial Stock Price:</strong> रिटेल व्हीकल लोन पोर्टफोलियो में 150 करोड़ रुपये के फ्रॉड के खुलासे के बाद&nbsp; महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के स्टॉक में &nbsp;मंगलवार 23 अप्रैल 2024 को तेज गिरावट देखने को मिली है. कंपनी के रिटेल व्हीकल लोन पोर्टफोलियो में फ्रॉड का मामला सामने आया है जो करीब 150 करोड़ रुपये का हो सकता है. इस खुलासे के बाद कंपनी को वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए नतीजे के एलान को भी टालना पड़ा है. आज ही नतीजों का एलान होना था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Mahindra &amp; Mahindra Financial Services Limited) ने स्टॉक एक्सचेंज के पास रेग्यूलेटरी फाइलिंग में बताया कि &nbsp;31 मार्च 2024 को खत्म हुए तिमाही में कंपनी ने नार्थ ईस्ट में स्थित कंपनी के एक शाखा में रिटेल व्हीकल लोन के डिस्बर्समेंट के मामले में फ्रॉड की पहचान की है. कंपनी ने बताया कि केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के जरिए फ्रॉड को अंजाम दिया गया है और इस मामले में जांच अभी एडवांस स्टेज में है. कंपनी का कहना है कि ये फ्रॉड करीब 150 करोड़ रुपये का हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एम एंड एम फाइनेंशियल ने बताया कि इस फ्रॉड में एरिया बिजनेस मैनेजर के अलावा नार्थ ईस्ट में कंपनी के ब्रांच के दूसरे कर्मचारी भी शामिल हैं. कंपनी ने आरबीआई के सेंट्रल फ्रॉड मॉनिटरिंग सेल को ये जानकारी दे दी है और फ्रॉड को लेकर गिरफ्तार किए लोगों के बाद इसकी पहचान की गई है. फ्रॉड के खुलासे के बाद 23 अप्रैल को जनवरी – मार्च तिमाही नतीजे पर मुहर लगाने के लिए महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज के बोर्ड की प्रस्तावित बैठक को टाल दिया गया है. फिलहाल बोर्ड बैठक की अगली तारीख का एलान अभी नहीं किया गया है. &nbsp; &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस खबर के सामने आने के बाद शेयर बाजार में महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली. आज के सेशन में अपने पिछले क्लोजिंग प्राइस 278.85 रुपये से घटकर स्टॉक 256.50 रुपये के लेवल तक नीचे जा फिसला. बाजार बंद होने के समय स्टॉक 5.52 फीसदी की गिरावट के साथ 263.45 रुपये पर बंद हुआ है.&nbsp;</p>
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<p><strong><a title=”रिलायंस का शेयर बना सकता है निवेशकों को अमीर, शानदार नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेज ने दी स्टॉक खरीदने की सलाह” href=”https://www.abplive.com/business/mukesh-ambani-reliance-industries-share-will-make-you-richer-as-brokerage-firms-hike-target-price-after-fy24-q4-results-2672467″ target=”_self”>रिलायंस का शेयर बना सकता है निवेशकों को अमीर, शानदार नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेज ने दी स्टॉक खरीदने की सलाह</a></strong></p>

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Gold Price Crash: अक्षय तृतीया पर ज्वेलरी खरीदारी करने वालों ने ली राहत की सांस, सोने के दामों में आई बड़ी गिरावट

<p style=”text-align: justify;”><strong>Gold Price Crash Update:</strong> अक्षय तृतीया पर सोने की ज्वेलरी खरीदने की सोच रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है. लगातार दूसरे दिन वैश्विक संकेतों के चलते सोने की कीमतों में तेज गिरावट आई है. दिल्ली एनसीआर के सर्राफा बाजार में सोने के दाम 1450 रुपये घटकर 72,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ चुका है. वहीं कमोडिटी सेक्टर से जुड़े जानकारों का कहना है कि सोना आने वाले दिनों में 70,000 रुपये तक गिर सकता है और उसके नीचे फिसला तो सोने में और भी गिरावट आ सकती है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>कमजोर ग्लोबल संकेतों और ऊपरी लेवल से सोने में मुनाफावसूली के चलते लगातार दूसरे दिन सोने के दामों में गिरावट देखी गई है. एनसीआर के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 1,450 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट के साथ 72,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर जा पहुंचा. सोना ही नहीं बल्कि चांदी में भी गिरावट देखी जा रही है. चांदी की कीमत 2300 रुपये लुढ़ककर 83,500 रुपये प्रति किलो पर आ चुकी है. चांदी का पिछला क्लोजिंग प्राइस 85,800 रुपये प्रति किलो रहा था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इंटरनेशनल कमोडिटी मार्केट में सोने के दामों में गिरावट देखी जा रही है. सोना दो हफ्ते के निचले लेवल 2298.59 डॉलर प्रति औंस पर जा गिरा है. सोमवार को बीते 22 महीने में सोने में 2.7 फीसदी की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई थी. 12 अप्रैल को सोना 2431.29 डॉलर प्रति औंस तक जा पहुंचा था. पश्चिम एशिया में तनाव कम होने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर लंबे समय तक ऊंची बनाए रखने के संकेतों के बीच सोने के डिमांड में गिरावट आ रही है जिसके चलते सोने के दामों में कमी आई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एलकेपी सिक्योरिटीज में कमोडिटी और करेंसी के उपाध्यक्ष जतीन त्रिवेदी ने कहा कि सोने की कीमतों में गिरावट का रुख जारी है और इस गिरावट का कारण दो दिनों के भीतर कॉमेक्स गोल्ड में तेज नरमी है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में एमसीएक्स में सोने की कीमतों को 70,000 रुपये के करीब सपोर्ट मिल सकता है. हालांकि, कीमतें इस स्तर से नीचे गिरती हैं, तो 68,500 रुपये तक एक और बिकवाली हो सकती है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एमसीएक्स के वायदा कारोबार में सोना 754 रुपये गिरकर 70,443 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है. इससे पहले जून का फ्यूचर रेट दिन के कारोबार के निचले स्तर 70,202 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था.&nbsp;</p>
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<p><strong><a title=”रिलायंस का शेयर बना सकता है निवेशकों को अमीर, शानदार नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेज ने दी स्टॉक खरीदने की सलाह” href=”https://www.abplive.com/business/mukesh-ambani-reliance-industries-share-will-make-you-richer-as-brokerage-firms-hike-target-price-after-fy24-q4-results-2672467″ target=”_self”>रिलायंस का शेयर बना सकता है निवेशकों को अमीर, शानदार नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेज ने दी स्टॉक खरीदने की सलाह</a></strong></p>

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Stock Market Opening: शेयर बाजार की शानदार ओपनिंग, सेंसेक्स 400 अंक उछलकर 74,000 के पार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Stock Market Opening:</strong> भारतीय शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला फिर लौट रहा है और आज सेंसेक्स-निफ्टी जोरदार उछाल के साथ खुला है. इंडिया वॉलिटेलिटी इंडेक्स इंडिया विक्स आज ऑलटाइम निचले स्तर पर है और बाजार में तेजी का मूमेंटम जारी है. निफ्टी बैंक में अच्छी बढ़त है और ये 48,000 के लेवल के ऊपर ट्रेड कर रहा है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>कैसी रही बाजार की ओपनिंग</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>बीएसई का सेंसेक्स 400.32 अंक या 0.54 फीसदी की उछाल के साथ 74,048 के लेवल पर खुला है और एनएसई का निफ्टी 110.65 अंकों या 0.50 फीसदी की बढ़त के साथ 22,447 के लेवल पर ओपन हुआ है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>BSE का मार्केट कैपिटलाइजेशन फिर 400 लाख करोड़ रुपये के पास</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>BSE का मार्केट कैपिटलाइजेशन 399.44 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है और इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है जिससे ये 400 लाख करोड़ रुपये के पास आ गया है. इस समय 2966 शेयरों में बीएसई पर ट्रेड हो रहा है जिसमें से 2040 शेयरों में तेजी देखी जा रही है. 828 शेयर ऐसे हैं जो गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं और 98 शेयरों में बिना किसी बदलाव के साथ कारोबार देखा जा रहा है.</p>
<h3><strong>सेंसेक्स के शेयरों का क्या है हाल</strong></h3>
<p>बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 24 शेयरों में उछाल देखा जा रहा है और 6 शेयरों में गिरावट देखी जा रही है. चढ़ने वाले शेयरों में भारती एयरटेल 1.73 फीसदी की तेजी है और एचसीएल टेक 1.37 फीसदी की बढ़त है. इनके अलावा एनटीपीसी, बजाज फिनसर्व, कोटक महिंद्रा बैंक और टाइटन के शेयरों में उछाल देखा जा रहा है. गिरने वाले शेयरों में एलएंडटी, पावरग्रिड, एक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और इंडसइंड बैंक के शेयरो में गिरावट है.</p>
<h3><strong>एनएसई के शेयरों की क्या है तस्वीर</strong></h3>
<p>एनएसई के 50 शेयरों में से 33 शेयरों में मजबूती देखी जा रही है और 16 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं. 1 शेयर बिना किसी बदलाव के साथ कारोबार कर रहा है. निफ्टी के टॉप गेनर्स में भारती एयरटेल सबसे आगे है और ये 1.73 फीसदी ऊपर है. एचसीएल टेल 1.29 फीसदी चढ़ा है और टाटा मोटर्स 1.07 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है. निफ्टी के गिरने वाले शेयरों में हिंडाल्को करीब एक फीसदी टूटा है. एचडीएफसी लाइफ, पावरग्रिड, टाटा कंज्यूमर्स और ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/apple-stores-are-going-to-open-in-new-delhi-noida-bengaluru-and-pune-according-to-report-2672168″><strong>Apple Store: एप्पल की नोएडा सहित इन शहरों में नए स्टोर खोलने की प्लानिंग, जानिए खबर</strong></a></p>

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Bank Holiday Today: आज हनुमान जयंती पर बैंक रहेंगे बंद? यहां देखें आरबीआई की छुट्टियों की लिस्ट

<p style=”text-align: justify;”><strong>Bank Holiday Today:</strong> आज यानी मंगलवार 23 अप्रैल 2024 को पूरे देश में हनुमान जयंती का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार हनुमान जयंती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. देश के अलग-अलग हिस्से में हनुमान जयंती की बहुत धूम रहती है. ऐसे में सवाल है कि क्या हनुमान जयंती के दिन बैंकों में अवकाश रहेगा या वह खुले रहेंगे. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की गई छुट्टियों की लिस्ट के मुताबिक 23 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन बैंकों में अवकाश नहीं रहने वाला है. ऐसे में बैंक सभी शहरों में सामान्य रूप से काम करते रहेंगे.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>बैंक आज सामान्य रूप से करेंगे काम</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>मंगलवार को बैंकों में अवकाश नहीं है. ऐसे में सरकारी से लेकर प्राइवेट सेक्टर तक के बैंक सामान्य रूप से काम करते रहेंगे. ऐसे में अगर आपको बैंक से जुड़ा कोई काम पूरा करना है तो आप आज इसे आसानी से पूरा कर सकते हैं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>दूसरे और चौथे शनिवार को रहती है छुट्टी</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>बैंकों में दूसरे और चौथे शनिवार को अवकाश रहता है. ऐसे में बैंकों में अप्रैल के महीने में अगला अवकाश 27 अप्रैल और 28 अप्रैल को रहने वाला है. 27 अप्रैल को चौथे शनिवार के कारण बैंक बंद रहेंगे. वहीं 28 अप्रैल को रविवार के कारण बैंकों में कामकाज नहीं होगा. इसके अलावा अप्रैल के बचे सभी दिन में कामकाज सामान्य रूप से होगा. रिजर्व बैंक ग्राहकों को सुविधा के लिए हर महीने की शुरुआत से पहले राज्यों के हिसाब से बैंक के छुट्टियों की लिस्ट जारी कर देता है. इससे ग्राहकों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए निपटाएं जरूरी काम</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>बैंक एक जरूरी वित्तीय संस्थान है. ऐसे में बैंकों में लंबे अवकाश होने की स्थिति में कई बार ग्राहकों के कई जरूरी काम अटक जाते हैं, लेकिन बदलती तकनीक के कारण अब बहुत के कार्य आसान हो गए हैं. ग्राहक बैंक की छुट्टी के दिन भी एटीएम के जरिए कैश विड्रॉल कर सकते हैं. वहीं एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर करने के लिए आप नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं.&nbsp;</p>
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<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/stock-market-opening-today-with-great-uptrend-sensex-jumps-above-74k-level-2672184″><strong>Stock Market Opening: शेयर बाजार की शानदार ओपनिंग, सेंसेक्स 400 अंक उछलकर 74,000 के पार</strong></a></p>

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SIP के साथ NFO भी रास आ रहा निवेशकों को, 2023-24 में 185 म्यूचुअल फंड एनएफओ ने जुटाए 66,364 करोड़ रुपये

<p style=”text-align: justify;”><strong>Mutual Fund NFO:</strong> म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) चलाने वाली एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (Asset Management Companies) ने हाल के दिनों में एएफओ (New Fund Offering) के जरिए बाजार ने जमकर पैसे जुटाये हैं. एक डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 में एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने 185 नए फंड्स को लॉन्च कर बाजार से 66,364 करोड़ रुपये जुटाये हैं जो इस पहले वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 6.5 फीसदी ज्यादा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>म्यूचुअल फंड्स में रिटेल निवेशकों की भागीदारी में जोरदार उछाल देखने को मिला है. ये इसी का नतीजा है. रिटेल निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड्स के प्रति बढ़ते आकर्षण और शेयर बाजार में जोरदार तेजी के चलते ये बढ़ोतरी आई है. वित्त वर्ष 2022-23 में एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने 253 एनएफओ लॉन्च किए थे और इन एनएफओ के जरिए &nbsp;62,342 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में उससे कम 185 नए फंडस लॉन्च किए गए और बीते वित्त वर्ष से ज्यादा 66,364 करोड़ रुपये जुटाये गए हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बाजार विश्लेषण से जुड़ी कंपनी फायर्स रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा, ‘भारत में सेविंग को वित्तीय रूप देने का चलन देखा जा रहा है. मासिक बचत को अधिक रिटर्न की पेशकश करने वाले तरीकों में लगाने की अत्यधिक जरूरत है. इक्विटी में निवेश का ये इंफ्लो निवेशकों के रुख और जोखिम उठाने की क्षमता में बदलाव को दर्शाता है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की वृद्धि की कहानी के जोर पकड़ने और निवेश के अवसर बढ़ने के साथ कई गैर-सूचीबद्ध कंपनियां कैपिटल मार्केट का सपोर्ट चाहती हैं. यह प्रवृत्ति वृद्धि के अवसरों की तलाश करने वाले और इन कंपनियों की दीर्घकालिक यात्राओं में भाग लेने के इच्छुक निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा एनएफओ वित्त वर्ष की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च के दौरान लॉन्च हुए. इस अवधि में कुल 63 एनएफओ आए जिनके जरिये कुल 22,683 करोड़ रुपये जुटाए गए. इसके पहले अक्टूबर-दिसंबर, 2023 की अवधि में भी 49 एनएफओ के जरिये 16,093 करोड़ रुपये जुटाए गए थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एनएफओ ही नहीं बल्कि सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान के जरिए भी म्यूचुअल फंड में जोरदार निवेश आ रहा है. मार्च 2024 में लगातार दूसरे महीने सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान के जरिए 19,271 करोड़ रुपये का निवेश आया है जो &nbsp;रिकॉर्ड उच्च स्तर है. फरवरी 2024 में भी एसआईपी निवेश 19,187 करोड़ रुपये रहा था. &nbsp;</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p><strong><a title=”तपती गर्मी ने किया जीना मुहाल पर AC कंपनियों के स्टॉक में हरियाली, वोल्टास – व्हर्लपूल के शेयरों में भारी तेजी” href=”https://www.abplive.com/business/heatwave-in-india-ubs-buy-call-on-voltas-air-conditioner-stocks-on-fire-in-stock-market-today-2671583″ target=”_self”>तपती गर्मी ने किया जीना मुहाल पर AC कंपनियों के स्टॉक में हरियाली, वोल्टास – व्हर्लपूल के शेयरों में भारी तेज</a></strong></p>

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FSSAI: पूरे देश में होगी मसालों और बेबी फूड की जांच, FSSAI ने लिया बड़ा फैसला 

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>FSSAI Investigation: </strong>फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने पूरे देश में मसालों और बेबी फूड की जांच करने का फैसला लिया है. एफएसएसएआई सारे देश से सभी ब्रांडों के इन उत्पादों के सैंपल इकठ्ठा करके उनकी जांच करेगा. हाल ही में एवरेस्ट और एमडीएच मसालों में पाए गए पेस्टिसाइड के चलते यह कदम उठाया गया है. सिंगापुर की फूड एजेंसी ने एवेरस्ट (Everest Masala) के फिश करी मसाले में एथलीन ऑक्साइड पाया था. इसके बाद सिंगापुर में कंपनी के मसालों पर रोक लगा दी गई थी.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>सभी राज्यों के फूड कमिश्नर को भेज दिए गए आदेश&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>एक वरिष्ठ अधिकारी ने लाइव मिंट को बताया कि FSSAI ने सभी राज्यों के फूड कमिश्नर को इस संबंध में आदेश दे दिए हैं. उन्होंने बताया कि यह सैंपल इन कंपनियों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से इकट्ठे किए जाएंगे. इन्हें पेस्टिसाइड एथलीन ऑक्साइड की जांच में सक्षम लैब में भेजा जाएगा. जांच में कम से कम 20 दिन लगेंगे. पिछले कुछ समय में देश में बड़े मसाला ब्रांड के खिलाफ विदेशी बाजारों में यही पेस्टिसाइड मिलने के चलते कार्रवाई की गई थी. यदि जांच में आरोपों की पुष्टि हुई तो इन ब्रांडों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा FSSAI ने स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया (Spice Board of India) को भी अलर्ट कर दिया है.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर में हुई थी कार्रवाई&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>हॉन्गकॉन्ग के सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने 5 अप्रैल को एमडीएच के तीन और एवरेस्ट के एक मसाले पर प्रतिबंध लगा दिया था. एमडीएच ग्रुप (MDH Group) के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला पाउडर और करी पाउडर मिस्क्ड मसाला पाउडर पर प्रतिबंध लगाया गया था. इसके बाद पिछले ही हफ्ते सिंगापुर फूड एजेंसी ने एवेरस्ट के फिश करी मसाले पर कार्रवाई की थी. साथ ही कहा था कि जो कस्टमर इसे खरीद चुके हैं, वो इस्तेमाल न करें. इससे उनके स्वास्थ्य पर दूरगामी परिणाम हो सकते हैं. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/uber-lost-and-found-survey-says-that-delhi-is-the-most-forgetful-city-ahead-of-mumbai-and-bengaluru-2671917″><strong>Most Forgetful City: दिल्ली की टैक्सियों में सबसे ज्यादा सामान भूलते हैं लोग, जानिए अन्य शहरों में क्या है हाल</strong></a></p>

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Stock Market Opening: शेयर बाजार तेजी पर खुला, सेंसेक्स करीब 600 अंक उछलकर 73600 के ऊपर निकला

<p style=”text-align: justify;”><strong>Stock Market Opening:</strong> हफ्ते के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत शानदार तेजी के साथ हुई है. एचडीएफसी बैंक की शानदार तेजी से बैंक निफ्टी को सपोर्ट मिल रहा है लेकिन ओपनिंग मिनटों में ये ही शेयर लाल निशान में फिसल गया था. एनएसई का एडवांस डेक्लाइन रेश्यो देखें तो 1817 शेयरों में उछाल देखा जा रहा है और 166 शेयरों में मजबूती के साथ ट्रेड देखा जा रहा है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>कैसी रही बाजार की शुरुआत</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>बीएसई का सेंसेक्स 578.18 अंक या 0.79 फीसदी की ऊंचाई के साथ 73,666 पर खुला है और एनएसई का निफ्टी 189.90 अंक या 0.86 फीसदी की बढ़त के साथ 22,336 के लेवल पर कारोबार ओपन हुआ है.</p>
<h3><strong>बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन</strong></h3>
<p>बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन देखें तो 396.73 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है और इसके ऑलटाइम हाई पर जाने के बाद बीएसई का मार्केट कैप 402 लाख करोड़ रुपये तक चला गया था. आज बीएसई पर 3132 शेयरों में ट्रेड हो रहा है और इसमें से 2424 शेयरों में तेजी देखी जा रही है. 588 शेयरों में गिरावट देखी जा रही है और 120 शेयरों में बदलाव नहीं हुआ है. 136 शेयरों में 52 हफ्तों के उच्च स्तर पर कारोबार देखा जा रहा है और 7 शेयरों में इस अवधि का निचला स्तर देखा जा रहा है. 171 शेयरों पर अपर सर्किट लगा हुआ है और 55 शेयरों पर लोअर सर्किट लगा हुआ है.</p>
<h3><strong>सेंसेक्स के शेयरों का हाल</strong></h3>
<p>सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयर उछाल के साथ कारोबार कर रहे हैं और 7 शेयरों में गिरावट के साथ कारोबार देखा जा रहा है. चढ़ने वाले शेयरों में विप्रो 2.13 फीसदी, अल्ट्राटेक सीमेंट 1.92 फीसदी, टेक महिंद्रा 1.70 फीसदी, एलएंडटी 1.64 फीसदी और बजाज फाइनेंस 1.57 फीसदी की उछाल के साथ कारोबार कर रहे थे. एक्सिस बैंक 1.53 फीसदी की उछाल के साथ कारोबार कर रहा था. एचसीएल टेक 1.36 फीसदी ऊपर ट्रेड कर रहा है.</p>
<h3><strong>निफ्टी के शेयरों की तस्वीर</strong></h3>
<p>निफ्टी के शेयरों की तस्वीर देखें तो इसके 50 में से 44 शेयर उछाल के साथ कारोबार कर रहे थे और 6 शेयरों में गिरावट देखी जा रही है. बीपीसीएल, एक्सिस बैंक, विप्रो, एचसीएल टेक और कोल इंडिया के शेयरों में सबसे ज्यादा बढ़त के साथ कारोबार देखा जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/climate-change-and-heatwave-may-cause-costlier-thaali-for-people-in-india-2671292″><strong>Heatwave Alert: बढ़ती गर्मियों का असर, जलवायु परिवर्तन से महंगी हो सकती है आपकी &lsquo;भोजन की थाली&rsquo;!</strong></a></p>

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Tirupati Temple: 11 हजार किलो सोना, 19 हजार करोड़ रुपये कैश, ये है दुनिया का सबसे अमीर मंदिर

<p>दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिर तिरुपति एक बार फिर से चर्चा में है. लॉर्ड वेंकटेश्वर स्वामी के मंदिर का प्रबंधन करने वाले न्यास तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने इस साल एक बार फिर हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की एफडी कराई है.</p>
<h3>इस साल कराई इतने की एफडी</h3>
<p>टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर ट्रस्ट ने इस साल 1,161 करोड़ रुपये की एफडी कराई है. यह किसी भी एक साल में दुनिया के किसी मंदिर के द्वारा कराई गई सबसे बड़ी एफडी है. रिपोर्ट बताती है कि पिछले 12 सालों से यह टेंपल ट्रस्ट हर साल कम से कम 500 करोड़ रुपये की एफडी करा रहा है और ऐसा करने वाला संभवत: दुनिया का अकेला मंदिर है.</p>
<h3>टूट गया साल 2016 का रिकॉर्ड</h3>
<p>इससे पहले 2023 में तिरुपति मंदिर के ट्रस्ट ने 757 करोड़ रुपये की एफडी कराई थी. पिछले 12 सालों में यह दूसरा ऐसा मौका है, जब किसी एक साल में तिरुपति मंदिर के ट्रस्ट ने 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की एफडी कराई हो. इससे पहले सबसे बड़ी रकम की एफडी का रिकॉर्ड 2016 में बना था, जब देवस्थानम ने बैंकों में एफडी के रूप में 1,153 करोड़ रुपये जमा किया था.</p>
<h3>तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की एफडी का साल-दर-साल आंकड़ा:&nbsp;</h3>
<ul>
<li><strong>2013: 608 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2014: 970 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2015: 961 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2016: 1,153 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2017: 774 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2018: 501 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2019: 285 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2020: 753 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2021: 270 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2022: 274 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2023: 757 करोड़ रुपये</strong></li>
<li><strong>2024: 1,161 करोड़ रुपये</strong></li>
</ul>
<h3>कोविड के चलते कम हुई थी कमाई</h3>
<p>आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले 12 सालों में सिर्फ 3 ही ऐसे मौके आए हैं, जब तिरुपति टेंपल ट्रस्ट के द्वारा कराई गई एफडी की रकम 500 करोड़ रुपये से कम रही हो. उसमें 2021 और 2022 में तो कमी का कारण कोविड महामारी है, जिसके चलते मंदिरों में भी ताले लटक गए थे और दर्शनार्थियों की संख्या कम हो गई थी.</p>
<h3>मंदिर के पास कुल इतना कैश रिजर्व</h3>
<p>साल 2012 तक तिरुपति देवस्थानम की कुल एफडी की रकम 4,820 करोड़ रुपये थी. उसके बाद 2013से 2024 तक 12 सालों में 8,467 करोड़ रुपये की एफडी कराई गई. मंदिर से जुड़े अन्य ट्रस्टों जैसे श्री वेंकटेश्वर नित्य अन्नप्रसादम ट्रस्ट, श्री वेंकटेश्वर प्राणदानम ट्रस्ट आदि के पास 5,529 करोड़ रुपये के फंड जमा हैं. इस तरह देखें तो तिरुपति मंदिर के पास कैश रिजर्व अभी 18,817 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर है.</p>
<h3>सिर्फ ब्याज से होती है इतनी कमाई</h3>
<p>मंदिर को एफडी पर सिर्फ ब्याज से हर साल 1,600 करोड़ रुपये की भारी-भरकम कमाई होती है. मंदिर के पास सोने का भी विशाल भंडार है. इस साल ट्रस्ट ने 1,031 किलो सोना जमा कराया है. इस तरह मंदिर के डिपॉजिट में रखे सोने का भंडार अब बढ़कर 11 हजार 329 किलो हो गया है.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”बढ़ती गर्मियों का असर, जलवायु परिवर्तन से महंगी हो सकती है आपकी &lsquo;भोजन की थाली&lsquo;!” href=”https://www.abplive.com/business/climate-change-and-heatwave-may-cause-costlier-thaali-for-people-in-india-2671292″ target=”_blank” rel=”noopener”>बढ़ती गर्मियों का असर, जलवायु परिवर्तन से महंगी हो सकती है आपकी &lsquo;भोजन की थाली&lsquo;!</a></strong></p>

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HDFC Bank: एचडीएफसी के कर्मचारियों को मिली बड़ी खुशखबरी, 1500 करोड़ रुपये देगा बैंक

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>HDFC Bank Employees:</strong> प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी (HDFC Bank) ने अपने कर्मचारियों में 1500 करोड़ रुपये बांटने का फैसला किया है. एचडीएफसी बैंक के एमडी एवं सीईओ शशिधर जगदीशन (Sashidhar Jagdishan) ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस वन टाइम पेमेंट से युवा कर्मचारियों का उत्साहवर्धन होगा. शानदार तिमाही नतीजों से उत्साहित होकर यह फैसला लिया गया है. बैंक को जनवरी-मार्च तिमाही में 16,511 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है. बैंक ने शनिवार को तिमाही नतीजों का ऐलान करने के बाद 19.5 रुपये का डिविडेंड (HDFC Bank Dividend) देने की घोषणा भी की थी.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>मर्जर के बाद स्टाफ ने सराहनीय काम किया</strong> </span></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>शशिधर जगदीशन के अनुसार, बैंक के स्टाफ (HDFC Bank Employees) ने अच्छा प्रदर्शन किया है. इसका इनाम उन्हें मिलना ही चाहिए. एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) के साथ हुए मर्जर के बाद स्टाफ ने सराहनीय काम किया है. मर्जर के बाद काम बहुत तेजी से बढ़ा था. मगर, हमारे स्टाफ ने दोगुनी मेहनत करके इसे तय समय में निपटाया. साथ ही हम एट्रीशन रेट भी संभालना चाहते हैं. इसलिए उनकी मेहनत और बैंक से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद के तौर पर हमने यह राशि बांटने का फैसला किया है. हम अपने लाभ को कर्मचारियों के साथ शेयर करना चाहते हैं.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>19.5 रुपये का डिविडेंड देने का किया था ऐलान&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को निवेशकों को प्रति शेयर 19.5 रुपये का डिविडेंड देने का ऐलान भी किया था. एचडीएफसी बैंक के बोर्ड ने डिविडेंड के फैसले को मंजूरी दे दी है. बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के नतीजे घोषित करते हुए बताया कि उसे 16,511 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है. एचडीएफसी बैंक की नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) भी बढ़कर 29,007 करोड़ रुपये हो गई है. एचडीएफसी बैंक का नेट रेवेन्यू भी जनवरी-मार्च तिमाही में बढ़कर 47,240 करोड़ रुपये रहा है. इसमें बैंक की सब्सिडियरी एचडीएफसी क्रेडिला फाइनेंशियल सर्विसेज (HDFC Credila Financial Services) की हिस्सेदारी बेचकर मिले 7340 करोड़ रुपये भी शामिल हैं.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/phonepe-and-google-are-going-to-suffer-most-by-new-npci-rules-about-upi-market-share-2671052″><strong>UPI Market: बड़े बदलाव की ओर बढ़ा रहा यूपीआई मार्केट, फोनपे और गूगल पे पर गिरेगी गाज&nbsp;</strong></a></p>

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Health Insurance: अब किसी भी उम्र में मिलेगा हेल्थ इंश्योरेंस, बीमार भी खरीद सकेंगे पॉलिसी

<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>IRDAI New Rules: </strong>इंश्योरेंस सेक्टर के रेगुलेटर इरडा (IRDAI) ने हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) को लेकर बड़ा फैसला किया है. अब 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के व्यक्ति भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (Health Insurance Policy) ले सकेंगे. इरडा ने स्वास्थ्य बीमा लेने के लिए उम्र सीमा हटा दी है. इससे बुढ़ापे के दौरान लोगों को इलाज में बड़ा सहयोग मिलेगा. फिलहाल ज्यादा उम्र में आपको हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ नहीं मिल पाता था.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>अधिकतम 65 वर्ष का नियम इरडा ने हटाया&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इरडा ने अधिकतम उम्र की सीमा हटाकर हेल्थकेयर सिस्टम तक सबकी पहुंच बनाने का रास्ता सुगम कर दिया है. अब कोई भी आसानी से हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीद सकेगा और अचानक से आने वाले स्वास्थ्य खर्चों से आसानी से निपटा जा सकेगा. पुराने गाइडलाइन्स में नई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी सिर्फ 65 वर्ष की उम्र तक ही खरीदी जा सकती थी. इरडा के नए नियम एक अप्रैल से लागू हुए हैं. इनके मुताबिक, अब किसी भी उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस लिया जा सकेगा.&nbsp;</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>बीमारी से जूझ रहे लोगों को भी मिलेगा हेल्थ इंश्योरेंस&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इरडा ने अपने गजट नोटिफिकेशन में कहा है कि बीमा कंपनियों को अब ऐसे हेल्थ इंश्योरेंस प्रोडक्ट बनाने होंगे, जो कि हर उम्र के लोगों पर लागू होते हों. साथ ही कंपनियों को सीनियर सिटिजन, स्टूडेंट्स, बच्चे और मातृत्व को ध्यान में रखते हुए भी प्रोडक्ट लाने होंगे. इरडा ने कहा है कि पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों के हिसाब से भी कंपनियों को बीमा पॉलिसी लानी होंगी. इरडा ने स्पष्ट कर दिया है कि कंपनियां कैंसर, हार्ट, गुर्दे की समस्या और एड्स जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस देने से मना नहीं कर सकेंगी. साथ ही पॉलिसी लेने वाले को प्रीमियम भरने के लिए इंस्टालमेंट का विकल्प भी दिया जा सकेगा.</span></p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>आयुष इलाज के कवरेज की कोई लिमिट नहीं होगी</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इरडा के नए नियमों के अनुसार, जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस देने वाली कंपनियां अब ट्रेवल पॉलिसी भी दे सकेंगी. साथ ही आयुष इलाज के कवरेज की कोई लिमिट नहीं होगी. आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी में बिना किसी कैप के सम इंश्योर्ड तक कवरेज हासिल होगा. साथ ही मल्टीपल क्लेम की भी इजाजत दे दी गई है.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/business/hdfc-bank-will-give-1500-crore-rupees-to-employees-as-a-one-time-bonus-2671124″><strong>HDFC Bank: एचडीएफसी के कर्मचारियों को मिली बड़ी खुशखबरी, 1500 करोड़ रुपये देगा बैंक</strong></a></p>

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Uber Ban: भारतीय नाम के चलते महिला को उबर ने किया बैन, बाद में मांगी माफी

<p>कैब सर्विस प्रोवाइडर उबर अपनी एक गड़बड़ी को लेकर चर्चा में है. दरअसल कंपनी ने एक यूजर को उसके भारतीय संस्कृत नाम के चलते अपने प्लेटफॉर्म से बैन कर दिया. हालांकि बाद में उबर को गलती का अहसास हुआ और उसने बैन हटाते हुए महिला से माफी मांगी.</p>
<h3>पहला नाम डालते ही बैन</h3>
<p>यह मामला है ऑस्ट्रेलिया का. भारतीय मूल की ऑस्ट्रेलियाई महिला स्वास्तिका चंद्रा को उबर ने बैन कर दिया था. उबर ने महिला के नाम के पहले हिस्से &lsquo;स्वास्तिका&rsquo; को आपत्तिजनक समझ लिया था. महिला उबर ईट्स से ऑर्डर कर रही थी. जैसे ही उसने अपना फर्स्ट नेम डाला, उसे पॉप-अप नोटिफिकेशन मिला कि उसने कंपनी के नियमों का उल्लंघन किया है.</p>
<h3>कई कंपनियों के कड़े नियम</h3>
<p>कई कंपनियां आपत्तिजनक शब्दों को लेकर कड़े नियमों का पालन करती हैं. खासकर कट्टरपंथ या नाजीवाद से जुड़े शब्दों व प्रतीकों को लेकर कई कंपनियां कड़ा रुख अपनाती हैं. उबर भी नाजीवाद से जुड़े नामों और प्रतीकों को लेकर ऐसा रुख रखती है. ये सारा मामला नाजीवाद को लेकर हुआ.</p>
<h3>हिटलर से निकाल लिया कनेक्शन</h3>
<p>जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर की नाजी पार्टी स्वास्तिक सिंबल का इस्तेमाल करती थी. उसके चलते जर्मनी समेत कई देशों में स्वास्तिक का इस्तेमाल प्रतिबंधित है. हालांकि भारतीय संस्कृति में स्वास्तिक का अलग महत्व है. हिंदुओं समेत बौद्ध और जैन धर्म के अनुयायी इसे पवित्र मानते हैं. स्वास्तिक को इन धर्मों में सौभाग्य से जोड़ा जाता है.</p>
<h3>इस कारण हो गया कंफ्यूजन</h3>
<p>चूंकि भारतीय मूल की महिला के नाम में स्वास्तिका आ रहा था, उबर ने उसे नाजीवाद से जुड़ा मान लिया. स्वास्तिका फिजी में पैदा हुई और वहीं बढ़ी हुई, जहां भारतीय मूल के लोगों की बड़ी आबादी है. फिजी में भारतीय मूल के लोग अपनी पुरानी भारतीय परंपराओं का अभी भी पालन करते हैं. जब महिला ने उबर को भारतीय परंपरा में स्वास्तिक के महत्व के बारे में बताया और नाम बदलने से इनकार किया तो उबर को अपनी गलती का अहसास हुआ.</p>
<h3>5 महीने में निकला समाधान</h3>
<p>इस मामले में हिंदु काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स के अटॉर्नी जनरल को भी हस्तक्षेप करना पड़ गया. अंत में उबर ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए स्वास्तिका के अकाउंट से बैन हटाया और उसे फिर से बहाल किया. कंपनी को इसमें 5 महीने का समय लग गया, जिसके लिए उसने महिला यूजर से माफी भी मांगी.</p>
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Market Outlook: बाजार की उड़ान पर लगा ब्रेक, अब ये फैक्टर तय करेंगे आगे की चाल

<p>बाजार के लिए पिछला सप्ताह ठीक नहीं रहा. पश्चिम एशिया में बढ़े तनाव ने दुनिया भर के बाजारों को अपना शिकार बनाया. घरेलू बाजार की चाल भी उसके चलते थम गई और लगातार कई सप्ताहों से चली आ रही रैली पर ब्रेक लग गया. बीते सप्ताह के दौरान तो बाजार में लगभग सभी सेशन में गिरावट दर्ज की गई.</p>
<h3>पिछले सप्ताह आई बड़ी गिरावट</h3>
<p>बीते सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 1,156.57 अंक की बड़ी गिरावट आई, जबकि निफ्टी 372.40 अंक के नुकसान में बंद हुआ. उससे पहले घरेलू बाजार में लगातार चार सप्ताह से तेजी का दौर बना हुआ था. सप्ताह के दौरान पहले चारों दिन बाजार नुकसान में रहा. सप्ताह के अंतिम दिन 19 अप्रैल शुक्रवार को बाजार शुरुआती गिरावट के बाद वापसी करने में कामयाब हुआ. 19 अप्रैल को सेंसेक्स 599.34 अंक (0.83 फीसदी) मजबूत होकर 73,088.33 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी 151.15 अंक (0.69 फीसदी) की बढ़त लेकर 22,147 अंक पर रहा.</p>
<h3>रिकॉर्ड उच्च स्तर से फिसला बाजार</h3>
<p>ईरान और इजरायल के बीच तनाव के चलते बाजार ने टूटने से पहले नया ऑल टाइम रिकॉर्ड बनाया था. 10 अप्रैल को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने नया ऑल टाइम हाई लेवल बनाया था. सेंसेक्स ने पहली बार 75 हजार के स्तर को पार करते हुए 75,124.28 अंक का पीक छू दिया था, जबकि निफ्टी 22,775.70 अंक के शिखर तक जाने में कामयाब हुआ था. हालांकि बाद में ईरान के द्वारा इजरायल पर ड्रोन व मिसाइलों से हमला करने और इजरायल के द्वारा जवाबी कार्रवाई करने की खबरों ने बाजार को गिरा दिया.</p>
<h3>ईरान-इजरायल तनाव का असर</h3>
<p>ईरान और इजरायल का तनाव अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुआ है. अगर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता है तो उसका व्यापक असर हो सकता है. युद्ध छिड़ने पर कच्चा तेल के भाव बढ़ सकते हैं और महंगाई का खतरा फिर से सामने आ सकता है. ऐसे में बाजार के ऊपर दबाव दिख सकता है. हालांकि बीते सप्ताह के अंत में तनाव कम होने के संकेत मिले थे, जो बाजार के लिए राहत की बात है.</p>
<h3>बाजार में तेज रहेंगी गतिविधियां</h3>
<p>घरेलू मोर्चे पर बाजार को कंपनियों के तिमाही परिणाम प्रभावित कर सकते हैं. मार्च तिमाही का रिजल्ट सीजन जोर पकड़ने लगा है. कंपनियों के अच्छे परिणाम से बाजार को ऊपर चढ़ने के लिए जरूरी सपोर्ट मिल सकता है. वहीं नए सप्ताह में बाजार में लॉन्च हो रहे 4 नए आईपीओ और 4 नए शेयरों की होने जा रही लिस्टिंग से गतिविधियों में तेजी बनी रहेगी.</p>
<p><strong>डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.</strong></p>
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